23 साल की विधवा नीलू की चुदाई: एक सच्ची हॉट कहानी
हाय दोस्तों, मेरा नाम प्रियांश है। मैं 26 साल का हूँ और हैदराबाद में एक अपार्टमेंट के 10वें फ्लोर पर रहता हूँ। आज मैं HotSexStory.xyz पर अपनी एक real sex story शेयर करने जा रहा हूँ—ये कहानी है नीलू की, एक 23 साल की sexy widow की, जिसकी चुदाई ने मेरी जिंदगी में आग लगा दी। नीलू की शादी को अभी कुछ दिन ही हुए थे। उसने कितने dreams सजाए थे—गहने बनवाए, नई जिंदगी की उम्मीदें पालीं। उसका पति हैदराबाद एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर था, हर प्लेन को उसकी इजाजत लेनी पड़ती थी। पर शादी के 6 महीने बाद ही एक रोड एक्सीडेंट में उसकी मौत हो गई। नीलू 11वें फ्लोर पर रहती थी, और मैं उसके ठीक नीचे। आज मैं बताऊँगा कि कैसे उसकी lust और मेरी desire ने हमें एक-दूसरे के करीब लाया।
नीलू से मुलाकात और दोस्ती की शुरुआत
हमारी मुलाकात अक्सर लिफ्ट में या सोसाइटी की मंथली मीटिंग में होती थी। नीलू विधवा हो गई थी, अब सिर्फ सफ़ेद साड़ी पहनती थी। उसकी उम्र 23 साल थी, पर उसका चेहरा हमेशा उदास रहता। गोरी त्वचा, भरे हुए होंठ, और एक टूटा हुआ दिल—उसकी beauty में दर्द साफ दिखता था। धीरे-धीरे हमारी बातें शुरू हुईं। वो अकेली नहीं थी, उसकी सास उसके साथ रहती थी। एक दिन उसने मुझे फोन किया, “प्रियांश, गैस सिलिंडर बदलने में मदद चाहिए। मैं नहीं लगा पा रही।” मैं 11वें फ्लोर पर गया। सिलिंडर बदला। वो बोली, “बैठिए, चाय बनाती हूँ।”
मैं सोफे पर बैठा। सोचने लगा—23 साल की जवान लड़की, अभी पूरी जिंदगी पड़ी है। अब क्या होगा? अकेले कैसे कटेगी? नीलू सफ़ेद साड़ी में आई, पर उसकी खूबसूरती हर कपड़े में निखरती थी। उसकी सास अपने कमरे में आराम कर रही थी। नीलू चाय लेकर आई। हम सामने-सामने बैठे। उसकी आँखें मेरी आँखों से टकराईं। उसने पूछा, “आपकी जॉब कैसी है, प्रियांश जी?” मैंने कहा, “बस, 4 महीने से सैलरी नहीं मिली। घर पर पैसे भेजने हैं, पर दिक्कत हो रही है।” वो अचानक उठी, कमरे में गई, और 10 हजार का बंडल लाकर मेरे हाथ में थमा दिया। मैंने कहा, “ये क्या, नीलू जी?” वो बोली, “सलरी मिले तो लौटा देना।” मैंने वो पैसे घर भेज दिए।
दोस्ती से नजदीकी और वासना का जागना
उस दिन से हमारी दोस्ती बढ़ी। नीलू के पति की मौत के बाद मुझे भी एक औरत की need महसूस होने लगी थी। मैं उसके लिए सब्जियाँ, फल, दवाइयाँ, और मिठाइयाँ लाने लगा। उसकी सास को घुटनों का दर्द था, वो अक्सर हॉस्पिटल जाती थी। एक दिन जब सास हॉस्पिटल गई, नीलू मेरे 10वें फ्लोर वाले फ्लैट पर आई। आते ही मुझसे लिपट गई। बोली, “प्रियांश, मैं प्यासी हूँ। मेरी प्यास बुझा दो। कितने दिनों से तड़प रही हूँ।” मैं ऑफिस की फाइल बना रहा था। 4 महीने से सैलरी नहीं मिली थी, बॉस पर गुस्सा था। मैंने टाला, “नीलू जी, अभी बिजी हूँ। कल करें?”
वो बोली, “तुम समझ नहीं रहे। मेरे बदन में आग लगी है। बेचैनी हो रही है। पति का चेहरा बार-बार सामने आता है। प्लीज, मेरी प्यास बुझा दो।” उसने 5 हजार का बंडल मेरे लैपटॉप पर रख दिया। मैंने सोचा, लक्ष्मी को ठुकराना ठीक नहीं। फाइल भाड़ में जाए। मैं उसे बेड पर ले गया। हम एक-दूसरे से लिपट गए। वो मेरे सीने के घुंघराले बाल सहलाने लगी। मैंने उसकी सफ़ेद साड़ी उतारी। उसे नंगा किया, खुद भी नंगा हुआ। उसका gorgeous बदन देखकर दंग रह गया। सिर्फ 6 महीने चुदने के बाद भी वो कुंवारी लग रही थी।
पहली चुदाई और जोश का तूफान
मैंने उसे लिटाया। उसके बड़े-बड़े गोल मम्मे चूसने लगा। वो सिसकियाँ लेने लगी—आह, ऊह। हम पति-पत्नी की तरह प्यार करने लगे। मैं उसके ऊपर नंगा लेट गया। उसके गले, चूचियों, और कमर पर kiss करने लगा। वो मेरे बालों में उंगलियाँ फिराने लगी। बोली, “मुझे चोदो ना, क्या सोच रहे हो?” मैंने कहा, “सोच रहा हूँ, शायद तुमसे मिलना लिखा था, तभी इस अपार्टमेंट में आया।” उसे गले लगाया, उसके सुराही जैसे गले पर दाँतों से काटने लगा। उसकी beauty देखकर मन पागल हो गया।
मैंने उसकी चूत पर लंड सेट किया। धक्का मारा। उसकी टाइट चूत में लंड घुसा। वो चीखी, “आह, प्रियांश!” 6 महीने की चुदाई के बाद भी उसकी चूत कसी थी। मैं जोर-जोर से चोदने लगा। वो मेरी पीठ सहलाकर मेरा हौसला बढ़ा रही थी। मैं गहरे धक्के मारने लगा। वो आँखें बंद करके सिसकियाँ ले रही थी—आह, ऊह, और तेज। उसका hot body मुझे और उत्तेजित कर रहा था। फिर मेरा मन उसकी गांड लेने का हुआ। मैंने कहा, “नीलू, तेरी गांड चोदूँगा।” उसने सहमति दी।
मैंने उसे खड़ा किया, दीवार का सहारा देकर झुकाया। उसकी गांड बाहर निकली। लंड सेट किया, धक्का मारा। गांड में लंड घुसा। वो बोली, “उफ्फ, कितनी टाइट है।” मैंने सोचा, शायद उसका पति गांड नहीं चोदता था। मैं मजे से चोदने लगा। पूछा, “तेरा पति गांड चोदता था?” वो बोली, “वो तो चूत भी ठीक से नहीं चोद पाता था। एक मिनट में झड़ जाता था। छक्का था।” मैं और जोश में आ गया। उसकी unsatisfied गांड को संतुष्ट करने लगा। 35 मिनट तक चोदा। लंड निकाला, उसकी लाल गुलाबी गांड चाटी। वो उछल पड़ी, गुदगुदी से हँसने लगी।
सुहागरात और नया रिश्ता
फिर हम बेड पर आए। मैंने उसे तकियों पर 60 डिग्री झुकाकर चोदा। उसकी चूचियाँ मसलते हुए गहरे धक्के मारे। वो मेरी गोद में बैठ गई, खुद चुदवाने लगी। उस दिन 5 राउंड चुदाई हुई। दो हफ्ते बाद मेरे अपार्टमेंट मालिक ने 6 महीने का एडवांस (1.5 लाख) माँगा। सैलरी नहीं मिली थी, मैं परेशान था। नीलू को बताया। उसने अपने पति के 20 लाख के लाइफ इंश्योरेंस से मुझे 1.5 लाख का चेक दे दिया। मैं उसके अहसान तले दब गया।
एक शाम नीलू मेरे फ्लैट पर आई। बोली, “प्रियांश, मेरी मेहंदी देखो।” उसने सास से छिपकर मेहंदी लगाई थी। पैरों में भी मेहंदी थी। चिकन बिरयानी लाई थी। मैंने कहा, “आज तेरे साथ सुहागरात मनाऊँगा।” हम नंगे हुए। मैंने उसकी मांग में सिंदूर भरा। मोमबत्ती जलाई, 7 फेरे लिए। कमरे में गुलाब और गुब्बारे सजाए। नीलू ने चूड़ियाँ, पायल, नथ, और बिछुआ पहना। लाल जोड़ा पहनकर वो दुलहन लग रही थी। मैंने उसे नंगा किया। उसकी चूड़ियाँ-पायल खनक रही थीं। मैंने उसे चोदा। सट-सट, पट-पट की आवाज से कमरा गूँजा। पड़ोसियों को लगा कुछ जल रहा है। मैंने चिल्लाया, “सब ठीक है।” उस रात 20 बार चुदाई हुई। सुबह चूड़ियाँ-पायल टूट चुकी थीं।
चुदाई का सिलसिला
नीलू मेरी जिंदगी की passion बन गई। हर शाम वो मेरे फ्लैट पर आती। हमारा hot romance चलता। उसकी desire और मेरी lust ने हमें जोड़ दिया। दोस्तों, ये थी मेरी और नीलू की hot kahani।