सेक्सी पड़ोसन की चुदक्कड़ चूत: एक रियल चुदाई कहानी
हेलो दोस्तों, मेरा नाम कपिल है। मेरी उम्र 27 साल है। आज मैं अपनी एक real sex story आपके साथ शेयर करने जा रहा हूँ। ये उन दिनों की बात है जब मैं फर्स्ट ईयर में था। मेरे पड़ोस में एक कपल रहता था, उनकी एक साल की बेटी थी। हमारे और उनके घर का रिश्ता घरेलू था। मैं कभी-कभी उनके घर जाता था और उन्हें मामा-मामी कहता था। मामी का फिगर साइज 34-28-36 था, जो उन्हें बेहद sexy बनाता था।
मामी के साथ नजदीकियाँ
मेरे और मामी के बीच खुलकर private talks होती थीं। मैं उनके साथ sex करने के लिए बहुत उत्सुक था, पर हिम्मत नहीं होती थी। कभी-कभी मैं बात करने उनके घर जाता। एक दिन दोपहर को मैं उनकी बेटी को देखने गया। घर में सिर्फ मैं, मामी और उनकी बच्ची थी। हर बार की तरह उन्होंने दरवाजा अंदर से बंद किया। मैंने टीवी चालू किया और देखने लगा। तभी मैंने देखा कि वो बच्ची को दूध पिला रही थीं। मैंने अनदेखा किया, पर मन में बैचेनी होने लगी।
उन्होंने बात शुरू की—इधर-उधर की बातें। फिर वो उठीं, बच्ची को मेरे हाथ में दी और बोलीं, “इसे बेड पर लेटा दो।” वो खुद बेड पर लेट गईं और बच्ची को सुलाने लगीं। मैं कुर्सी पर बैठ गया। बातें शुरू हुईं। बच्ची सो गई, तो उन्होंने कहा, “जरा मेरी कमर पर बाम लगा दो।” मैंने हाँ कहा। पहले भी जब वो गिरी थीं, मैंने उनके पैर और हाथ की massage की थी। मैंने बाम लिया और बोला, “पलट जाइए।” वो पलट गईं। उनकी गांड का शेप देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया।
मसाज से शुरूआत और जोश
मैंने बाम उनकी कमर पर लगाया और मसाज करने लगा। उन्होंने कहा, “थोड़ा नीचे।” मैंने हाथ नीचे किया, तो बोलीं, “और नीचे।” मैंने कहा, “साड़ी थोड़ी नीचे करनी पड़ेगी।” उन्होंने चादर डालने को कहा और साड़ी ऊपर उठाई। उनकी गोरी कमर देखकर मेरा लंड और तन गया। मैंने मसाज शुरू की। उनका नरम बदन गर्म हो रहा था। मसाज करते वक्त चादर सरकी और उनकी पिंक पैंटी दिखी, जो गीली थी। मैं समझ गया कि उन्हें भी sex चढ़ रहा है। पर डर से मेरे हाथ काँपने लगे।
थोड़ी देर बाद उन्होंने कहा, “हाथ धोकर आ जाओ।” मैं बाथरूम गया और वापस आकर उनके पास बैठा। साड़ी ठीक करते वक्त उनकी गोरी जाँघें और गीली पैंटी दिखीं। अचानक उन्होंने पूछा, “गर्लफ्रेंड को टच करते वक्त भी हाथ काँपते हैं?” मैं चुप रहा। फिर बोलीं, “पैंटी में देखा नहीं क्या?” मैंने कहा, “देखा।” उन्होंने पूछा, “sex नहीं किया?” मैंने कहा, “किया है।” दोनों चुप हो गए। फिर उन्होंने कहा, “अभी के लिए मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड बनूँ?” और मेरा लंड मसलने लगीं।
चुदाई का जोश और मजा
मैंने उन्हें बाहों में लिया, kiss किया और साड़ी के ऊपर से बूब्स दबाए। उन्होंने मेरी पैंट उतारने को कहा। मैंने पैंट और अंडरवियर उतार दिया। वो हँसीं और लंड को चूमने लगीं। फिर मुँह में लेकर चूसने लगीं। मुझे लगा पानी निकल जाएगा, तो मैंने रोका। उन्होंने कहा, “पानी बूब्स पर गिराना।” फिर सारे कपड़े उतार दिए। वो नंगी मेरे सामने थीं। मैंने उनके बूब्स पर पानी गिराया। वो उससे बूब्स मसाज करने लगीं। मैंने उनकी चूत चूसी—खारा स्वाद था। जीभ अंदर डाली तो वो कराहने लगीं।
मैंने दो उंगलियाँ उनकी चूत में डालीं और तेजी से अंदर-बाहर किया। वो जोर से कराहीं और झड़ गईं। उनका सफेद पानी मेरे हाथ पर फैल गया। हमने नंगे ही शावर लिया। बाथरूम में मैंने उन्हें गले लगाया और लंड उनकी चूत पर रखकर मूत दिया। वो मजा ले रही थीं। फिर हम 69 पोजीशन में लेटे। वो लंड को दाँतों से काट रही थीं, मैं उनकी पिंक चूत को चूस रहा था। 25 मिनट बाद वो मेरे ऊपर आईं। उनके बूब्स मेरे चेहरे पर लटक रहे थे। मैंने उन्हें चूसा—दूध निकला, जिसे मैं पीने लगा।
चुदक्कड़ चूत का मजा
उन्होंने लंड को चूत पर रगड़ा और धीरे-धीरे अंदर लिया। बोलीं, “गर्भाशय को टच हो रहा है।” वो कमर हिलाने लगीं—उम्म्म, आह, स्स्स। मैंने भी नीचे से कमर हिलाई। वो बोलीं, “जोर से।” उनका पानी बह रहा था। वो झड़ गईं, मेरा लंड उनके सफेद पानी से नहा गया। मैंने मिशनरी पोजीशन में उनकी टाँगें कंधे पर रखीं और लंड चूत में डाला। वो बोलीं, “आहिस्ता, दर्द होता है।” मैंने धीरे-धीरे डाला। वो फिर झड़ गईं। मैंने स्पीड बढ़ाई। छपाक-छपाक की आवाज से जोश चढ़ा। उन्होंने कहा, “अंदर झड़ जाओ।” मैंने तेज झटके मारे और चूत में झड़ गया।
वो मेरी छाती पर सर रखकर बोलीं, “मैं इस मौके का इंतजार कर रही थी। आज संतुष्ट हुई।” मैंने कहा, “मेरा भी मन था, पर हिम्मत नहीं हुई। जब बुलाओ, आ जाऊँगा।” उन्होंने kiss किया। हमने शावर लिया और मैं घर आ गया। अब वो पड़ोसन नहीं हैं, पर संपर्क में हैं। वो आज भी मुझे chudai के लिए बुलाती हैं।