अपने बॉयफ्रेंड के बाद जीजू से चुदी
Boyfriend ke baad jiju se chudi
हेलो दोस्तों, मैं निहारिका हूँ और फिर से अपनी एक रोमांटिक कहानी लेकर आई हूँ। आप जानते ही हैं मेरा फिगर अब थोड़ा बदल गया है, 36-28-38 हो गया है। आज की कहानी मेरी और मेरे जीजू की है। पिछली कहानी में मैंने बताया था कि होली के दिन मैं जीजू के घर गई थी और रोहन के साथ चुदाई भी कर ली थी।
रोहन मुझे अपने घर छोड़कर चला गया, और मैं बहुत थकान महसूस कर रही थी। कुछ देर पहले हुई चुदाई के कारण मेरी चूत में दर्द हो रहा था। जब मैं घर आई तो देखा कि जीजू दीदी को फर्श पर लेटाकर रंग लगा रहे थे। अचानक उन्होंने मुझे देखा और मुस्कुराते हुए बोले, “साली साहिबा, तुम आ गई?”
“हाँ जीजू,” मैंने जवाब दिया।
उन्होंने मेरा चेहरा पकड़कर रंग लगाया, जबकि दीदी उठकर चली गई। फिर जीजू ने जानबूझकर मेरे बूब्स को दबा दिया।
“जीजू, यह सब बहुत गलत है,” मैंने गुस्से में कहा। “दीदी आ जाएगी तो क्या होगा?”
“रोहन तुम्हें दबाता है तो ठीक है, और मैं क्यों नहीं?” जीजू ने मुस्कुराते हुए कहा। “मुझे पता है कि तुमने रोहन के साथ चुदाई की है। तुम्हारी चाल सब कुछ बता रही है!”
उन्होंने मेरी गर्दन पर एक किस कर दिया और मुझे गले लगा लिया, मेरे बूब्स को भी दबाया। मैं उनकी बाहों में फंस गई थी। उनके लंड ने मेरी गांड को दबाना शुरू कर दिया।
“जीजू, दीदी अभी घर पर है,” मैंने कहा, “कुछ हो जाए तो बहुत मुश्किल होगी। कृपया मुझे छोड़ दो!”
“तो फिर हमारा चुदाई प्रोग्राम तो पक्का है ना?” जीजू ने मुस्कुराते हुए कहा।
मैंने हाँ कहकर उनके लोवर पर दबाव डाला, जिससे उन्होंने मीठी आह निकाली। “हाँ मेरे प्यारे और हॉट जीजू, मैं आपके साथ चुदाई करने के लिए तैयार हूँ,” मैंने कहा, “लेकिन यह किसी को पता नहीं चलना चाहिए।”
उन्होंने मुझसे वादा करके मुझे छोड़ दिया। तभी दीदी कमरे में आई।
“जीजा और साली, क्या खिचड़ी पक रही है?” उसने पूछा, हंसते हुए। “मुझे भी बताओ!”
मैं और जीजू एक-दूसरे को देखकर हँसे। फिर मैंने दीदी को पकड़ लिया और जीजू ने उनके कपड़ों के अंदर हाथ डालकर उनके बूब्स पर रंग लगा दिया।
“आह!” दीदी ने चिल्लाया, और जीजू ने उन्हें छोड़ दिया।
“चलो अब तू नहा ले,” दीदी ने कहा। “तुम पर सबसे ज्यादा रंग लगा है। पता नहीं यह रंग निकलेगा भी कि नहीं।”
उन्होंने मेरे मुंह के अंदर लगे रंग को देखा और पूछा, “यह रंग तेरे मुंह में कैसे लगा?”
मेरी आँखें चौड़ी हो गईं। मुझे एक आईडिया आया। “जब मैं रोहन के साथ होली खेल रही थी, तो पानी पीते समय ग्लास में रंग गिर गया था,” मैंने कहा।
“ठीक है,” दीदी ने कहा। “चलो जाकर नहा ले।”
मैं बाथरूम गई और करीब एक घंटे तक अपने शरीर से रंग निकालती रही। अंत में, मैं सफल हो गई। फिर दीदी और जीजू भी एक-एक करके नहा लिए। हमने साथ में खाना खाया और बाद में दीदी घर के कामों में लग गई।
मैं और जीजू उनके कमरे में बैठकर फिल्म देखने लगे। जब फिल्म शुरू हुई, तो जीजू ने मुझसे कहा, “निक्की तुम बहुत हॉट और सेक्सी हो। तुम्हारे इन बड़े-बड़े बूब्स का तो कोई जवाब ही नहीं है!”
उन्होंने मेरे बूब्स दबा दिए और मुझे गाल पर एक किस कर दिया। “निहारिका, मेरा नंबर कब है?” उन्होंने पूछा।
“मैं क्या कहूँ? भागी जा रही हूँ?” मैंने कहा।
“जब भी मौका मिलेगा तब मैं आपकी ही तो हूँ,” मैंने जवाब दिया।
जीजू उठकर नीचे देखने गए कि दीदी क्या कर रही है। वह किचन में काम कर रही थी। जीजू कमरे में वापस आए और उन्होंने मुझसे कहा, “देखो, तुम्हारी दीदी अभी किचन में व्यस्त है। अब मुझे तुम्हारे बूब्स चूसने हैं।”
मैंने मना किया, लेकिन जीजू ने बार-बार आग्रह किया। अंत में, मैंने उनकी बात मान ली।
मैंने अपनी टी-शर्ट को ऊपर कर दिया और ब्रा का हुक खोल दिया। मेरे बड़े और मोटे बूब्स बाहर आ गए। जीजू मेरी ओर देखकर दंग रह गए। “तुम्हारे बूब्स तो बहुत बड़े और गोरे हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने एक बूब्स पकड़कर मुंह में भर लिया, और दूसरे को हाथ से दबाया।
कुछ देर बाद, मैंने उन्हें छोड़ने के लिए कहा। उन्होंने मेरी ब्रा का हुक लगाकर टी-शर्ट ठीक कर दी। अब मैंने जीजू के लोवर में उनके खड़े लंड को देखा। जीजू ने भी देखा कि मैं उनका लंड ध्यान से देख रही हूँ।
उन्होंने मेरे हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया। मैंने धीरे-धीरे सहलाना शुरू कर दिया। फिर उन्होंने अपना लोवर नीचे करके अपना लंड बाहर निकाल दिया और मुझे फिर से हाथ में पकडा दिया।
मैंने महसूस किया कि उनका लंड रोहन के लंड से भी लंबा और मोटा था। “निक्की, कृपया इसे अपने मुंह में लेकर चूसो,” जीजू ने कहा।
मैंने उनके कहने पर लंड को मुंह में भर लिया और चूसना शुरू कर दिया। मुझे महसूस हुआ कि मेरे मुंह की गर्मी से जीजू का लंड और भी मोटा और लंबा हो गया था। वह मेरे मुंह में पूरी तरह से नहीं जा रहा था।
जीजू ने मेरे सर के बाल पकड़कर अपने लंड पर दबाव लगाया, और अब उनका लंड मेरे मुंह में मेरे गल तक चला गया।
फिर थोड़ी देर तक जीजू ने मुझसे प्यार करते हुए कहा कि तुम मेरे लिए कितनी खास हो, तुम ही मेरी जान हो। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं तुम्हारे मुंह में ही अपना वीर्य निकालूंगा। मैंने भी हाँ में अपना सर हिला दिया और फिर जीजू ने थोड़ी देर बाद गरम गरम फुहार मेरे मुंह में छोड़ दी। अब मेरा पूरा मुंह उनके वीर्य से भर गया था और मैं उनका साारा वीर्य पी गई। फिर जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की अभी तो मैंने सिर्फ तुम्हारा मुंह ही चोदा है, इतना मज़ा आया, अब चूत और गांड तो बाकी है मेरी जान उसमें कितना मज़ा आएगा?
हम दोनों फिल्म देखने लगे। उस समय एक चद्दर ओढ़ रखी थी जिसकी आड़ में जीजू ने अपना हाथ मेरे लोवर में डाल दिया और अब वो मेरी चूत को सहलाने लग गए और अपनी दो उँगलियों से मुझे चोदने लग गए। थोड़ी देर बाद ही जीजू झड़ गए।
फिर जीजू ने मुझसे कहा कि तुमहारा भी काम हो गया है। मैंने कहा हाँ। फिर हम फिल्म देखकर उठे ही थे कि दीदी हमारे लिए चाय लेकर आ गई और हमें चाय दे दी। फिर जीजू ने कहा कि तुम दोनों बहने तैयार हो जाओ, हम कहिं बाहर घूमकर आते हैं। फिर दीदी ने कहा कि नहीं मुझे घर पर थोड़ा सा काम है इसलिए मैं आपके साथ नहीं जा सकती, आप एक काम करिए कि आप और निक्की कहिं बाहर घूमकर आ जाओ। फिर जीजू ने कहा कि तुमहारे बिना, लेकिन मज़ा कहाँ है? तो दीदी ने कहा कि आप थोड़ा समझो मुझे यहाँ घर में कुछ काम है तो आप दोनों चलें जाओ।
फिर मैंने और जीजू ने कहा ठीक है और फिर मैं फ्रेश होने चली गई। मैंने काली कलर की शर्ट और नीले कलर की जीन्स पहनी जिससे जीजू को शर्ट खोलने में ज्यादा दिक्कत ना हो। मैंने गुलाबी कलर की ब्रा और काली कलर की पैंटी पहनी हुई थी और फिर मैंने अपने होंठों पर गुलाबी कलर की लिपस्टिक भी लगा ली थी जिससे मैं जीजू को अपनी तरफ और भी ज्यादा आकर्षित कर लूँ।
फिर मैं और जीजू उनकी कार में बैठकर बाहर चल दिए। थोड़ा आगे जाकर एक सुनसान रोड पर जीजू ने अपनी कार को रोका और फिर उन्होंने मुझसे कहा कि निक्की डार्लिंग मुझे लगता है कि आप आज तो मुझे मार डालने के मूड में ही हो। फिर मैंने स्माइल दे दी और जीजू ने मेरे होंठों पर किस करना शुरू कर दिया। अब मैं उनका पूरा पूरा साथ दे रही थी और फिर मैंने अपने ही हाथों से शर्ट के दो बटन खोल दिए ताकि जीजू को मेरे बूब्स दबाने में ज्यादा समस्या ना हो।
फिर हम दोनों ऐसे ही 15 मिनट किस और बूब्स प्रेस करने लगे। अब जीजू ने मुझसे कहा कि निक्की हम कोई होटल में चलते हैं। फिर मैंने कहा हाँ। तब जीजू ने एक होटल में रूम बुक करवा दिया। अब मैं और जीजू कार से होटल चले गए। वहाँ से हमने रूम की चाबी ली और अपने रूम में चले गए।
अब वह जगह पर जाकर दरवाजा बंद करके जीजू ने मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया और मैंने जीजू के होंठों को चूसना शुरू कर दिया। फिर जीजू ने धीरे से मेरे होंठों को काट दिया और मैंने “ईई” की आवाज़ निकाली। फिर जीजू ने मेरी शर्ट के बटन खोलकर मेरी शर्ट को पूरा उतार दिया और अब मेरी जीन्स के बटन को भी खोल दिया और मैंने जीन्स को उतार दिया। अब मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में रह गई थी।
तभी मैंने जीजू की शर्ट के बटन खोल दिए और फिर उन्होंने अपनी जीन्स को भी उतार दिया। फिर वो सिर्फ अंडरवियर में ही रह गए और अब मैं और जीजू किस कर रहे थे। मैं उनकी अंडरवियर में हाथ डालकर उनका लंड पकड़कर सहला रही थी कि तभी जीजू ने मेरी ब्रा को खोलकर मुझे बेड पर लेटा दिया और वो मेरे बूब्स को चूसने लग गए और हलका हलका काट भी रहे थे और मैं “आह्ह्ह” “उह्ह्ह्ह्ह” मर गई कर रही थी।
फिर जीजू ने मेरी पैंटी उतारी और मेरी चूत को चाटनें और चूसने लग गए। वो मुझसे बोले कि यह तो बहुत मस्त है और मैं उनका मुंह मेरी चूत पर दबाती रही। फिर उसके कुछ देर बाद में झड़ गई और मेरी चूत को जीजू ने चाट-चाटक कर साफ कर दिया। उन्होंने मुझे खड़ी करके अपना लंड मेरे मुंह में दे दिया।
मैं उनका लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी और थोड़ी देर चूसने के बाद जीजू ने मुझे बेड पर लेटा दिया और उन्होंने मेरे दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। मुझे बहुत दर्द हुआ जिसकी वजह से मैं ज़ोर-ज़ोर से चीखने-चिल्लाने लगी और सिस्कियाँ लेने लगी “उह्ह्ह्ह्ह माँ मर गई उईईईईइ” करने लगी। फिर भी जीजू मुझे लगातार धक्के देकर चोदते रहे और कुछ देर बाद उन्होंने मुझे उठाकर खुद नीचे लेट गये और मुझसे अपने लंड पर बैठने को कहा।
मैं उनके ऊपर आकर अपने एक हाथ से लंड के मुंह पर सेट करके लंड पर बैठ गई और अब लंड धीरे-धीरे मेरी चूत में जाने लगा, लेकिन मुझे बहुत दर्द हुआ और मज़ा भी बहुत आ रहा था और मैं “आह्हहह” “ईईईइ” मर गई करके चुदवा रही थी और जीजू मुझे लगातार चोद रहे थे। फिर कुछ देर बाद उन्होंने मुझे घोड़ी बनाकर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया, लेकिन करीब दस मिनट तक चोदने के बाद जब उनका वीर्य निकालने वाला था तो उन्होंने मुझे उठाकर लंड मेरे मुंह में डाल दिया और ज़ोर-ज़ोर से मेरे मुंह को चोदने लग गए।
फिर करीब तीन मिनट तक चोदने के बाद वो मेरे मुंह में ही झड़ गये और मैं उनका पूरा वीर्य गटक गई और फिर हम बेड पर ही लेट गये। अब थोड़ी देर बाद में बाथरूम में चलकर मैंने अपनी चूत को साफ किया और उनका लंड भी साफ किया। तब तक मेरे हाथों में ही उनका लंड एक बार फिर से खड़ा होने लगा। उन्होंने मुझे वहीं पर बैठाकर लंड मेरे मुंह में दे दिया और बहुत देर तक चुसवाया। अब उनका लंड पूरी तरह तनकर खड़ा हो गया था।
फिर उन्होंने मुझे वह जगह से अपनी गोद में उठाकर बेड पर लाकर पटक दिया और अब मुझसे घोड़ी बनने को कहा तो मैं उनके सामने घोड़ी बन गई। फिर जीजू ने मेरी गांड पर अपना हाथ रखकर सहलाया और फिर मेरी गांड को चाटनें लग गए। फिर थोड़ा थूक मेरी गांड पर लगाकर मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया। मैं उस दर्द की वजह से कराह उठी और मेरी आँखों से आँसू निकल गये तो जीजू थोड़ी देर रुके गए।
जब मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ तो वो एक बार फिर से मुझे ज़ोर-ज़ोर से झटकते हुए माँगने लग गए और मैं “आह्ह्ह” “माँ” “उईईईइ” “उह्ह्ह्हह्ह” करके अपनी गांड चुदवा रही थी। अब थोड़ी देर चोदने के बाद उन्होंने मुझे अपने ऊपर बैठाकर मेरी गांड में दोबारा लंड डाल दिया तो मैं भी उनका लंड गांड में लेकर उछल-उछलकर चुदवाने लगी और जीजू मेरे बूब्स को दबा रहे थे। फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे बेड पर उल्टा लेटाकर मेरी गांड में अपना लंड डाल दिया और मुझे पीछे से किस करने लग गए।
वो मेरे गलफे पर किस करने लग गए और मेरी पीठ पर भी किस करने लग गए। फिर अचानक से उन्होंने अपने धक्कों की स्पीड को तेज़ कर दिया और थोड़ी देर चोदने के बाद वो झड़ गए। अब मैंने भी उनका पूरा वीर्य अपनी गांड में ही ले लिया। फिर मैं उठी और अपनी गांड को साफ करने बाथरूम में चली गई, वह जगह पर भी जीजू मेरे पीछे आ गए।
अब मैंने उनका लंड भी साफ किया, लेकिन मुझे अब दर्द थोड़ा ज़्यादा था तो मैंने जीजू से कहा तो उन्होंने कहा कि मैं तुम्हें दर्द खत्म करने की दवा दिलवा दूंगा और फिर मैं जीजू साथ में ही नहाने लग गई। अब मैं और जीजू तैयार होकर घर के लिए निकल गए और रास्ता में जीजू ने मेरे बहुत बार बूब्स दबाए और ज़ोर-ज़ोर से चूस भीे। दोस्तों, मैं उनकी इस चुदाई से बहुत खुश थी क्योंकि उन्होंने मुझे बहुत अच्छी तरह अलग-अलग तरह से और मेरे हर एक छेद में अपना लंड डालकर चोदा जिसकी वजह से मैं अब उनकी चुदाई से बहुत संतुष्ट थी और मुझे उनसे चुदने में बहुत मज़ा भी आया।