राधिका संग चुदाई
हाय, मेरा नाम समीर है और मैं साउथ दिल्ली में रहता हूँ। ये मेरी पहली कहानी है। आजकल मैंने कोई स्टोरी नहीं लिखी, लेकिन इस साइट पर ढेर सारी कहानियाँ पढ़ी हैं। तो आज मैं आप सबके सामने अपनी कहानी पेश कर रहा हूँ। अगर कोई गलती हो जाए तो मुझे माफ कर देना। अगर किसी लड़की या आंटी को ये कहानी पसंद आए, तो वो मुझे मेल कर सकती है
अब मैं कहानी शुरू करता हूँ। ये मार्च की बात है, मेरी और मेरी दूर की मौसी की लड़की राधिका की कहानी। राधिका देखने में बहुत ज्यादा स्वीट और सेक्सी है – ऐसी लड़की, जिसकी हर लड़के को जरूरत होती है। उसकी हाइट 5.6 है और बॉडी स्ट्रक्चर 33-29-34। मैं भी देखने में स्मार्ट हूँ और मेरी हाइट 5.9 है। अब मैं आपको बोर न करते हुए सीधे कहानी पर आता हूँ।
मार्च का टाइम था। हमारी फैमिली देहरादून, मामा के घर गई थी। वहाँ कोई फंक्शन था। मौसी भी अपनी बेटी राधिका को लेकर आई थीं। वहाँ हमारी नॉर्मल बातचीत शुरू हुई। मामा का घर बहुत बड़ा है और फंक्शन की वजह से मौसी और मम्मी बिजी रहती थीं। राधिका और मैं साथ ही रहते थे। सुबह से शाम तक काम और बातों में वक्त निकल जाता था। लेकिन रात को सोने का टाइम आया तो राधिका हमारे भाई-बहनों के कमरे में ही सोने आ गई। सारे बेड फुल थे, तो वो मेरे साथ मेरे बेड पर आ गई। फिर हम सो गए।
अगले दिन फिर वही रूटीन – काम और मस्ती। धीरे-धीरे राधिका मुझसे खुलने लगी और मैं उससे। हम दोस्तों की तरह एक-दूसरे से सारी बातें शेयर करने लगे। उसने मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा। मैंने सच बता दिया कि उसने मुझे चीट किया और किसी रिच लड़के के लिए छोड़ दिया। ये सुनकर उसने मुझे गले लगाया और सॉरी बोला। फिर मैंने उससे पूछा कि उसका कोई बॉयफ्रेंड है? उसने कहा, “है तो सही, लेकिन मैं उससे बहुत तंग आ चुकी हूँ।” उसका नाम वरुण था। मैंने पूछा, “क्या हुआ?” तो वो बोली, “वरुण बहुत शक करता है, बहुत रोक-टोक करता है।” इतना कहते-कहते वो रोने लगी। मैंने उसे गले लगाया, उसके माथे पर kiss की और चुप कराया। फिर उसका मूड ठीक करने के लिए किचन से उसके लिए आइसक्रीम लाया। हमने साथ में आइसक्रीम खाई।
रात को जब हम साथ सोए, तो बातें करने लगे। बात करते-करते कब नींद आ गई, पता ही नहीं चला। सुबह जब आँख खुली तो राधिका मुझसे एकदम चिपकी हुई थी। मैंने उसे उठाया तो उसने मेरे गाल पर kiss करके गुड मॉर्निंग बोला। हम फ्रेश हुए और फिर काम में लग गए। तभी मामा जी आए और मुझे और राधिका को हरिद्वार जाने को कहा। वहाँ से नाना-नानी को लाना था।
शाम को हम कार लेकर निकल गए और रात को वहाँ पहुँच गए। खाना खाया और सोने चले गए। मैंने उसके गालों पर kiss की और गुड नाइट बोला। लेकिन उसने अचानक मेरे होंठों पर kiss कर दी, हँसते हुए गुड नाइट कहा और सो गई। अब तक मेरे मन में उसके लिए कोई ऐसी फीलिंग नहीं थी। लेकिन जैसे ही उसने मुझे लिप्स पर kiss किया, मेरे दिमाग में तरह-तरह के खयाल आने लगे। मैं ठीक से सो नहीं पा रहा था।
रात के करीब एक बजे होंगे। मैंने राधिका को चेक किया। वो गहरी नींद में लग रही थी। मैंने उसे पकड़कर अपने से टाइट चिपका लिया। उसकी नींद थोड़ी खुल सी गई। थोड़ी देर मैंने उसे ऐसे ही लेटे रहने दिया। मुझे लगा वो सोने की एक्टिंग कर रही है। फिर मैंने उसके चेहरे पर kisses शुरू कर दीं और उसके होंठों पर स्मूच दी। उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया। थोड़ी देर बाद उसने भी मुझे रिस्पॉन्स देना शुरू कर दिया। फिर उसने आँखें खोलीं और बोली, “मैं बहुत टाइम से तुमसे ये सब करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन तुमने कोई रिस्पॉन्स ही नहीं दिया।” फिर उसने “आई लव यू” बोला और हम दोनों फिर से स्मूच करने लगे।
अब मैं फुल पंप हो गया था। मेरा लंड भी खड़ा होने लग गया था। मैंने धीरे-धीरे उसकी टी-शर्ट के अंदर हाथ डाला, उसके बूब्स दबाए और उसकी टी-शर्ट उतार दी। फिर उसके लोअर के अंदर हाथ डालकर उसकी चूत को टच करने लगा। उसकी पैंटी गीली हो रही थी और उसकी साँसें तेज चल रही थीं। उसका एक हाथ मेरे अंडरवेयर के अंदर मेरा लंड सहला रहा था और दूसरा हाथ मेरे पेट पर था। मैंने उसका लोअर उतारा। अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी। फिर उसने मेरे कपड़े उतारने शुरू कर दिए।
उसने मुझे पूरा न्यूड कर दिया। मैं उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा और दूसरे हाथ से उसकी पैंटी के अंदर उसकी चूत को रगड़ रहा था। इतने में उसने मुझे हटाया और खुद अपनी ब्रा-पैंटी उतारकर मेरे पास आई। बोली, “मेरी चूत चाटो, मैं तुम्हारा लंड चूसती हूँ।” फिर हम 69 पोजीशन में आ गए और चाटने लगे। जब वो मेरा लंड चूस रही थी, तो बहुत मजा आ रहा था। मेरा लंड पूरा टाइट होकर गरम रॉड की तरह खड़ा हो गया था। मैं उसकी चूत चाटते हुए फिंगरिंग भी कर रहा था। तब तक वो एक बार झड़ चुकी थी।
थोड़ी देर बाद वो हटी और बोली, “अब मुझसे रहा नहीं जा रहा। मुझे चोदो, प्लीज मुझे चोदो।” मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ना शुरू किया। उसने अपनी टाँगें मेरे पीछे से लाकर मेरे हिप पर टाइट जकड़ लीं। मैंने अंदर डाला तो आधा ही गया और उसकी आँखों से आँसू आने लगे। मैं थोड़ा रुका और स्मूच करने लगा। थोड़ी देर बाद जब वो नॉर्मल हुई, मैंने जोर का धक्का मारा और पूरा लंड अंदर डाल दिया। धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा। अब उसे भी बहुत मजा आने लगा था। वो अपनी गांड उठाकर मेरा साथ दे रही थी।
हमने करीब 35 मिनट तक सेक्स किया और फिर मैं झड़ गया। तब तक वो शायद तीन बार झड़ चुकी थी। फिर हम दोनों सो गए। सुबह उठे, एक-दूसरे को स्मूच किया, गुड मॉर्निंग बोला और फ्रेश होने लगे। फिर नाना-नानी को लेकर देहरादून आ गए। देहरादून में हमने कैसे सेक्स किया और कैसे मैंने उसकी गांड मारी, वो अगली स्टोरी में बताऊँगा। अगर कोई लड़की या आंटी मुझसे सेक्स या चैट करना चाहती है, तो कॉन्टैक्ट करें। मैं आपके रिप्लाई का वेट करूँगा।