दोस्त की गर्लफ्रेंड के साथ रंगीन रात
ये कहानी मेरे दोस्त फैयाज और उसकी हॉट और सेक्सी गर्लफ्रेंड रेशमा की है। रेशमा की खूबसूरती और कामुकता ऐसी थी कि हर कोई उसका दीवाना हो जाए। उसका गोरा-गोरा रंग, गोल-गोल चूचियां, भारी-भरकम कूल्हे और मखमली जांघें किसी को भी पागल कर सकती थीं। जब वो स्कर्ट पहनती, तो मानो आग लगा देती थी। फैयाज का स्टेशनरी का दुकान एक गर्ल्स कॉलेज के पास था, और वहीं रेशमा पढ़ती थी। दोनों में प्यार हो गया, और प्यार के साथ-साथ सेक्स का सिलसिला भी शुरू हो चुका था। वीकेंड्स और छुट्टियों में दोनों जमकर चुदाई के मजे लेते थे।
मैं जब भी फैयाज की दुकान पर जाता और रेशमा को देखता, मेरा मन उसे चोदने के ख्यालों में डूब जाता। उसकी अदाएं, उसकी हंसी, और उसका सेक्सी फिगर मुझे बेकाबू कर देता। एक दिन फैयाज के घरवाले किसी फंक्शन में गए थे और दो दिन बाद लौटने वाले थे। फैयाज ने मौके का फायदा उठाते हुए रेशमा को घर बुला लिया। दोनों ने जमकर चुदाई की और एक ब्लू फिल्म देखी, जिसमें दो लड़के एक लड़की को चोद रहे थे। ये देखकर दोनों ने थ्रीसम का प्लान बनाया और मेरी किस्मत चमक गई। फैयाज ने मुझे फोन किया और कहा, “रेशमा की जवानी के मजे लूटने का मौका है, फौरन आ जा!” मैं तो मानो हवा में उड़ता हुआ उसके घर पहुंच गया।
जब मैं वहां पहुंचा, तो रेशमा को देखकर मेरे होश उड़ गए। वो सिर्फ एक ट्रांसपेरेंट नाइट गाउन में लेटी थी, जिसमें उसका सेक्सी जिस्म साफ झलक रहा था। उसकी चूचियां गाउन के ऊपर से उभरी हुई थीं, और उसकी जांघें मानो मुझे बुला रही थीं। फैयाज जूस बना रहा था, और रेशमा मुझे देखकर शरमाने की बजाय मुस्कुराने लगी। मैंने फैयाज के बारे में पूछा, तो उसने कहा, “उसे छोड़ो, पहले मुझे चोदो!” उसकी ये बात सुनकर मैं हैरान रह गया। तभी फैयाज जूस लेकर आया, और हमने जूस पीना शुरू किया। लेकिन 15 मिनट बाद फैयाज के घर से फोन आया कि उसकी बहन का एक्सीडेंट हो गया है और उसे फौरन हॉस्पिटल जाना होगा। फैयाज हमें छोड़कर चला गया, और मैं और रेशमा अकेले रह गए।
उसके जाते ही मैं रेशमा पर टूट पड़ा। मैंने उसे बाहों में भर लिया और जमकर किस करना शुरू कर दिया। उसकी रसीली होंठों को चूसते हुए मैंने उसकी जीभ को अपने मुंह में लिया। वो भी मेरे साथ बराबर का साथ दे रही थी। उसकी किसिंग में इतना जादू था कि मैं पागल हो गया। मैंने उसके मम्मों को गाउन के ऊपर से सहलाना शुरू किया, तो वो और मस्त हो गई। उसने मेरी टी-शर्ट और जींस उतार दी, और मैं उसकी चूचियों को गाउन के ऊपर से मसलने लगा। उसकी गोल-गोल गांड को सहलाते हुए मुझे लगा जैसे मैं मखमल को छू रहा हूं। रेशमा ने मेरी अंडरवेयर के ऊपर से मेरे 8 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड को सहलाना शुरू किया, जो पहले से ही तनकर फौलाद बन चुका था।
जब मैंने अंडरवेयर उतारी, तो मेरा लंड फनफनाता हुआ बाहर आया। रेशमा उसे देखकर खुश हो गई और झट से उसे मुंह में लेकर चूसने लगी। उसका लंड चूसना इतना मस्त था कि मैं बयान नहीं कर सकता। वो किसी पॉर्नस्टार की तरह चूस रही थी। मैंने उसका गाउन उतार दिया और उसकी नंगी जवानी को देखकर पागल हो गया। उसकी गुलाबी, बिना बालों वाली चूत और गोल-गोल चूचियां देखकर मेरा लंड और सख्त हो गया। मैंने उसे 69 की पोजीशन में लाया और उसकी चूत को चूसना शुरू किया। उसकी चूत का स्वाद इतना मादक था कि मैं खो गया। वो भी मेरे लंड को चूस रही थी और सिसकारियां भर रही थी, “आह्ह… ऊह्ह… स्स्स…”
10 मिनट बाद मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूं। मैंने उसे बताया, तो उसने और तेजी से लंड चूसना शुरू कर दिया। मैंने भी उसकी चूत को चूसने की स्पीड बढ़ा दी। आखिरकार, मैं उसके मुंह में झड़ गया, और उसी वक्त उसकी चूत ने भी पानी की पिचकारी छोड़ दी। हम दोनों थककर बिस्तर पर नंगे पड़े रहे। 10 मिनट बाद रेशमा ने फिर से मेरा लंड सहलाना शुरू किया और मेरे पूरे जिस्म पर किस करने लगी। दो मिनट में ही मेरा लंड फिर से फौलाद बन गया। मैंने उसकी चूचियों को दबाना शुरू किया, और वो सिसकारियां भरने लगी, “धीरे करो प्लीज…”
मैंने उसकी चूत पर लंड रगड़ना शुरू किया, तो वो पागल हो गई। उसने मेरी कमर पकड़कर खींचा और कहा, “प्लीज, मुझे और मत तड़पाओ, जल्दी से चोदो!” उसकी तड़प देखकर मुझे और मजा आने लगा। मैंने अपने फौलादी लंड को उसकी गीली चूत में डाला, और एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर चला गया। वो कराह उठी, लेकिन साथ में मुस्कुरा रही थी। उसने कहा, “आज इस फौलादी लंड से चुदने का मजा आएगा!” मैं पूरे जोश में उसे धक्के मारने लगा। वो भी नीचे से कमर उठाकर मेरा साथ दे रही थी।
अचानक उसने मुझे रोका और मुझे बिस्तर पर धकेलकर मेरे ऊपर आ गई। वो मेरे लंड पर बैठकर खुद चुदाई करने लगी। उसका सेक्सी जिस्म मेरे सामने उछल रहा था, और मैं उसकी चूचियों को मसल रहा था। कुछ देर बाद मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा। वो डर गई कि कहीं मैं उसकी गांड तो नहीं मारूंगा। मैंने कहा, “गांड बाद में मारूंगा, पहले इस गुलाबी चूत को ठंडा कर दूं!” वो घोड़ी बन गई, और मैंने पीछे से धक्के मारना शुरू किया। 30 मिनट तक मैंने उसे अलग-अलग पोजीशन में चोदा। इस बीच वो तीन बार झड़ चुकी थी। आखिरकार, मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूं। उसने कहा, “मेरी चूत के अंदर ही झड़ जाओ!” मैंने चार-पांच धक्के मारे और उसकी गर्म चूत में झड़ गया। वो भी मेरे साथ चौथी बार झड़ी।
हम दोनों निढाल होकर बिस्तर पर गिर पड़े। आधे घंटे बाद हम बाथरूम गए और साथ में नहाए। वहां भी एक बार फिर चुदाई हुई। उसकी गांड की कहानी अगली बार सुनाऊंगा। ये रात मेरी जिंदगी की सबसे रंगीन रात थी, और रेशमा की जवानी ने मुझे दीवाना बना दिया।