फर्स्ट टाइम सेक्स स्टोरी, पहली चुदाई का मजा
First Time sex Story , Pahli Chudai ka Maja
मैं रीता हूँ, मैं 19 साल की एक मस्त लड़की हूँ। ऐसा लोग मुझसे कहते हैं। जब भी मैं घर से निकलती हूँ, लोगों की गलत नज़रें मेरे शरीर को टटोलने लगती हैं, मुझे भी ये सब अच्छा लगता है। आज मैं आपको एक रियल स्टोरी सुना रही हूँ जो मेरे बॉयफ्रेंड ने जब पहली बार मुझसे छोड़ा और सील तोड़ दिया मेरे चूत का। उस दिन को आज भी सोचकर मेरा दिल धड़क उठता है।
बात उस समय की है जब मैं कॉलेज जाती थी। मेरे एक बॉयफ्रेंड था रतनेश जो बहुत ही हैंडसम था, उसने मुझे कॉलेज के पहले ही दिन प्रपोज़ किया था। और मैं भी मना नहीं कर पाई थी। क्योंकि मेरे भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं था। और कॉलेज में जिसका बॉयफ्रेंड नहीं उसका वैल्यू नहीं होता था। वो मॉडर्न नहीं कहलाती थी। तो मैंने उसके प्रपोज़ल को मान लिया और दोस्त बन गई।
हम लोग दिन भर कॉलेज में साथ ही रहते थे और रात को फेसबुक पर घंटों चैट करते रहते थे। एक दिन जब वो फेसबुक पर चैट कर रहा था तो उसने चैट में अपनी लंड की तस्वीर भेजी। मोटी लंड, करीब 7 इंच का होगा। और बाद में उसने माफ़ी लिख दी। मैंने कहा कि माफ़ी की क्या बात है तुम तो मेरे दोस्त हो तुम्हारा हक है मुझ पर हम दोनों एक दूसरे से कुछ भी नहीं छुपाएंगे। और मैंने भी अपनी बूब की तस्वीर भेजी। “वोwwwwwwww” रतनेश ने कहा। तब अचानक लाइट चली गई और रात भर नहीं आई। मैं बहुत ही बेचैन हो गई कि आज तो शरीर को कम से कम फोटो से ही शकुन मिलता लेकिन वो भी ना हो सका।
दूसरे दिन हम दोनों कॉलेज में मिले। रतनेश पास आकर बोला “कैसे हो?” मैंने सिर्फ मुस्कुरा दिया और उसका हाथ पकड़ के चलने लगी। हम दोनों एक दूसरे को देख रहे थे और चल रहे थे। मैंने पूछा “कैसे था मेरा जो रात में….” “मस्त था यार मैं रात भर नहीं सोया, रात भर तुम्हारा कॉल कर रहा था। तुम्हारा मोबाइल भी स्विच ऑफ था।”
“हाँ यार,” “कल मोबाइल भीग गया था इसलिए बैटरी निकाल दी थी।”
तब रतनेश ने कहा “आज का क्या प्लान है?”
“तुम बताओ” मैंने कहा।
रतनेश “आज कॉलेज नहीं, पास में ही मेरे दोस्त का कमरा है आजकल वो गांव गया है उसके कमरे की चाभी मेरे पास है। चलो वहाँ एंजॉय करते हैं।”
“नहीं नहीं मैं नहीं जाऊंगी मुझे डर लग रहा है।”
रतनेश “अरे डर किस बात का मैं तुम्हारा दोस्त हूँ।”
“ठीक है” लेकिन धीरे-धीरे प्लीज।”
“ठीक है।”
और मैं रतनेश के साथ चल दी। वहाँ पहुँच कर हम दोनों एक दूसरे के बाहों में समा गए और वो मुझे चूमने लगा। “क्या बात है रीता तुम्हारा बूब मुझे सोने नहीं दिया और वो बूब दबाने लगा। धीरे-धीरे हम दोनों एक दूसरे का पूरा कपड़ा उतार दिया और एकदम नंगे हो गए।
वो मुझे चाट रहा था कभी बूब दबाता कभी किस करता कभी मेरे चुत को सहलाता, मेरे चुत से तो पानी निकलने लगा और मैं लंड लेने के लिए तरस रही थी तब वो मेरे ऊपर चढ़ गया और अपना लंड निकालकर मेरे चुत पर रगड़ने लगा और एकदम से मेरे चुत में अपना पूरा लंड डाल दिया। मैं तो दर्द से कराहने लगी और महसूस किया मुझे थोड़ा-थोड़ा चिपचिपा रस भी निकल रहा था, क्योंकि पहली बार किसी ने मुझसे छोड़ा था। फिर मैंने उसे धीरे-धीरे चोदने के लिए कहा।
कुछ देर बाद करीब पाँच मिनट में अब मुझे चुदाई का आनंद आने लगा और मैं चुदवाने लगी। वो भी मादार्चोद मुझे अलग-अलग पोज़ में चोद रहा था। कभी उठा के कभी बैठा के कभी घोड़ी बना के कभी पैर उठा के चोद दिया था मुझको और मेरा चुत फाड़ दिया था उस मादार्चोद ने।
मेरी पहली एक्सपीरियंस बहुत मस्त थी। आज भी मैं रतनेश से चुदवाती हूँ लेकिन पहली चुदाई कैसे भूल सकती हूँ।