Aunty Sex Story

गरम इंडियन औरत का गरमा-गर्म माल

Indian mahila ki garam chut ki chudai

बात काफी पुरानी है, लेकिन है काफी कामुक, गरम और मज़ेदार. मै करीब १८ बरस का था, जब मैने पहली बार अपनी आंटी को बाथरूम मे नंगा देखा था. वो शायद बाथरूम का दरवाजा लॉक करना भूल गयी थी और अंदर नहाने से पहले रेज़र से अपनी झांटे शेव कर रही थी. ४० की उम्र में, उनके कैसे हुए गोरे बदन, मस्त मख्खन जैसी जांघे और मोटे चुचे देखते ही, मेरे लंड ने फुंकारना शुरू कर दिया. मै तुरंत कमरे में वापस गया और इंडियन आंटी के मस्त शरीर को याद करके मुठ मारने लगा. अब रोज़ मेरी आदत बन गयी, अब जब भी आंटी नहाने जाती; तो मै भी पीछे-पीछे पहुंच जाता और कीहोल में से आंटी के गरम और कामुक बदन को देखते हुए, वही खड़े होकर मुठ मरता. मुझे नहीं पता, लेकिन शायद आंटी को इस बात का पता चल गया था.

उसदिन, मै शायद मै ज्यादा ही उत्तेजित हो गया था और मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे और पूरा नंगा हो गया था और आंटी को देखकर मस्ती में अपने सहला रहा था. मैने बड़ी ही मुश्किल से कंट्रोल किया हुआ था. लेकिन, पता नहीं आंटी हुआ और उन्होंने एकदम दरवाजा खोल दिया और मै उनके सामने बिलकुल नंगा खड़ा हुआ, मुठ मार रहा था.

आंटी ने भी कपडे नहीं पहने थे और वो दरवाजे पर खड़ी हुई मुस्कुरा रही थी. आंटी ने बोला, मुझे सब पता है, कब ये चल रहा है. अकेले-अकेले मज़े हो; मुझे कौन मज़े करवाएगा? जिस कामुक गरम बदन को मै इतने दिनों से दूर से देख रहा था, उसको इतने करीब देखकर मेरा मदमस्त खड़ा लौड़ा एकदम बैठ गया और आंटी जो से हँस पड़ी और बोली, इस हरामजादे में असली मे कुछ करने का दम है भी? बस दूर से देख-देखकर मुठ मरने में मज़ा आता है. आंटी हँस रही थी और मेरी गांड फट रही थी. आंटी ने मुझे बाथरूम के अंदर खींच लिया और मुझे कमोड पर बैठा दिया और खुद अपने घुटनो पर बैठकर मेरे लंड को अपने हाथो में ले लिया और मेरा मुठ मारने लगी. वो मेरे लंड को किसी बच्चे की तरह घूर रही थी. इंडियन औरत के हाथो में मेरे बैठे हुए लंड ने फिर से जागना शुरू कर दिया और मेरे उफान मारते हुए लंड को देखकर इंडियन औरत की आँखों में चमक आ गयी और आंटी ने मेरे लंड को चाटना शुरू कर दिया. अब आंटी जीभ से मेरे लंड को चाट रही थी और अपने हाथो से मेरे लंड की खाल को पीछे खीच रही थी.

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किसी गरम इंडियन औरत के साथ मेरा ये पहला सम्भोग था. मेरा शरीर बहुत गरम हो चूका था और और लंड तड़प रहा था. आंटी मेरे लंड को मस्ती में चूसने में लगी थी और मेरा शरीर किसी बच्चे की तरह मचल रहा था. अचानक से, मै कमोड से जमीन पर गिर गया; लेकिन, इंडियन औरत ने मेरा लंड नहीं छोड़ा और अपनी ऊँगली मेरी गांड की तरह ले जाने लगी. आंटी मेरा लंड चूसने के साथ-साथ मेरी गांड को अपनी उंगलियो से सहला रही थी और धीरे से उसने अपनी अपनी एक ऊँगली मेरी गांड में घुसानी शुरू कर दी. अब मुझसे नहीं रुका था और मैने अपने हाथो को बढ़ाया और आंटी के चुचो पर हमला बोला दिया. मैने अपने तरह जमीन पर लिटाया; कि आंटी मेरे सके और मैने आंटी के चुचो को मसल सकु. अब आंटी ने मुझे ६९ में अपने ऊपर आने को बोला, आंतो इंडियन औरत अपने पैरो को पूरी तरह खोल कर लेट गयी, ताकि उसकी चूत पूरी खुल सके और मैने अपनी जीभ उसकी चूत पर लगा दी और मस्ती में चाटने लगा. मैने कभी कोई चुत चाटी नहीं थी, लेकिन ब्लूफ्लिम में काफी बार देखा था. मुझे चूत का खट्टा सा स्वाद आ रहा था, लेकिन मैने चूत चाटना नहीं छोड़ा. अब आंटी पूरी मस्ती में आ चुकी थी.

आंटी ने मुझे कमोड पर बैठाया और मेरे ऊपर आ गयी. अब, इंडियन औरत ने अपनी टांगो को मेरी कमर मे फसा दिया और एक हाथ से अपनी चूत खोली और मुझसे मेरा लंड बिलकुल सीधा करने को कहा. मैने अपने हाथ से अपने लंड को गरम इंडियन औरत की चूत पर लगाया और आंटी मेरे कंधो को पकड़कर नीचे बैठ गयी. मेरे लंड की खाल उनकी चूत के साथ नीचे खींचती चली गयी और मेरे मुँह से चीख निकल गयी आआआआआआआआआआआआआआआआ —मर गया. मेरे लंड में दर्द और जलन होने लगी थी; लेकिन आंटी ने मेरे कंधो को मज़बूती से पकड़ा हुआ था और वो मस्ती में ऊपर-नीचे कूद रही थी. तेज और तेज और तेज, गरम इंडियन औरत धक्को की स्पीड बड़ती जा रही थी और मेरी जान निकल रही थी. मुझे तो पता नहीं चल रहा था, कि मै आंटी को चोद रहा हु या आंटी मुझे. बस, पुरे बाथरूम में हम दोनों की तेज चलती हुई साँसों की आवाज़ और आंटी के कूदने के धक्को की आवाज़े गूंज रही थी ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह —-थपथपथपथप! ओहोहोह–

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सच्ची बोलू, तो मेरी जान निकल रही थी. आंटी के धक्के कम हो चुके थे और अब वो धीरे-धीरे मेरे लंड पर कूदकर अपने रस को बस बाहर निकल रही थी. मेरा लंड भी बस अपने माल को छोड़ने वाला था. मैने इंडियन औरत की गांड को पकड़ा और कुछ जोर से चलाने की कोशिश करने लगा. इंडियन औरत समझ गयी, कि मै झड़ने वाला हु, तो वो एकदम उठ गयी और मेरे लंड को चुत में से बाहर निकालकर अपने मुह में रख लिया. अब वो मस्ती मे अपने हाथो से मेरे लंड को सहलाते हुए अपने होठो से चूस रही थी और एक जोरदार तेज धार के साथ ,मेरा गरम माल उस गरम इंडियन औरत आंटी के मुह पर और शरीर पर गिर गया. जितना आंटी के मुँह मे गया, उतना उन्होंने पी लिया और अपने मुँह के आसपास का और मेरे लंड का उन्होंने अपनी जीभ से चाट कर साफ़ कर लिया. आंटी और मै दोनों चुके थे और अब हम दोनों ने शावर चालू किया और उसके अंदर जमीन पर लेट गए. मै आंटी के यहाँ कुछ दिनों तक रहा और हमने कोई भी दिन नहीं छोड़ा. आंटी ने मुझे अपने घर की रसोई, बरामदा, आँगन, छत, बाथरूम, सोफे चोदा और खुद भी मज़े लिए भी करवाये. आज भी, जब मुझे याद आती है; तो मेरा लंड एकदम खड़ा हो जाता है और मुझे मुठ मारना पड़ता है.