Bhabhi Sex

मेरी भाभी की चंडीगढ़ में चुदाई

Meri Bhabhi ki chandigarh me chudai

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम जिम्मी है और में चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ, दोस्तों में भी आप सबकी तरह हिन्दी सेक्स स्टोरी का बहुत लंबे समय से चाहने वाला हूँ और मुझे इस पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। में ऐसा पिछले कुछ सालों से करता आ रहा हूँ और अब यह मेरी आदत के साथ साथ मेरी एक जरूरत भी बन गई है। दोस्तों में आज आप सभी के सामने ठीक वैसी ही एक सेक्सी और जोश से भरी हुई कहानी लेकर आया हूँ और यह मेरी पहली कहानी है। में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी को जरुर पसंद आयेगी। दोस्तों यह कहानी मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली एक भाभी की है।
मेरी उम्र 26 साल है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है और मेरी भाभी की उम्र 32 साल और उनके फिगर का साईज 36-29-38 है। दोस्तों वो दिखने में एकदम हॉट, सेक्सी माल है, उनका वो सेक्सी गदराया हुआ बदन, पतली कमर, बड़ी गांड, वो लटकते हुए बूब्स मुझे हमेशा अपनी तरफ आकर्षित करते थे और में उनका बिल्कुल दीवाना हो चुका था।

दोस्तों मेरा और मेरे परिवार का भाभी के घर पर बहुत बार आना जाना लगा रहता है। और सबसे ज्यादा तो में ही उनके घर पर आता जाता हूँ क्योंकि में ही उनके घर के कोई भी बाहर के छोटे मोटे काम किया करता था। और वो भी मुझे हमेशा अपने काम हंसीख़ुशी बता दिया करती थी और में भी उनका काम कर दिया करता था। एक दिन की बात है कि उस दिन उनके घर पर कोई नहीं था तो भाभी का मेरे पास फोन आया और वो मुझसे बोली कि जिम्मी मेरे सर में बहुत दर्द है और इस समय घर पर कोई नहीं है तो क्या तुम मेरे लिए दवाई ले आओगे? तो में उनसे हाँ कहकर जल्दी से बाजार से उनके लिए दवाई ले आया। और मैंने उनके घर पर जाकर उन्हें वो दवाई दे दी। तो उन्होंने मुझसे धन्यवाद कहा और फिर वो मुझसे बोली कि जिम्मी मेरे सर में इस समय बहुत दर्द है और अब में उस दर्द को नहीं सह सकती तो क्या तुम कुछ देर मेरे पास रुककर मेरा सर दबा दोगे? फिर मैंने उनको हाँ कहा और उसके बाद में उनका सर दबाने लगा तो मेरे थोड़ी देर सर दबाने के बाद उनका सर का दर्द ठीक हो गया। और अब वो मुझसे कहने लगी कि वाह जिम्मी तेरे हाथ में तो कोई जादू है, तेरा हाथ लगते ही मेरा दर्द ना जाने कहाँ भाग गया और अब मेरा दर्द तो बिल्कुल सही हो गया, फिर उन्होंने मुझसे कहा कि तू यहीं पर बैठ, में तेरे लिए चाय बनाकर लाती हूँ।

फिर मैंने कहा कि नहीं भाभी अब मुझे अपने घर पर जाना है में बहुत देर से अपने घर से बाहर हूँ, तो वो बोली कि थोड़ी देर में कुछ नहीं होगा और जैसे ही वो बेड से नीचे उतरने लगी तो वो एकदम से पैर मुड़ने की वजह से नीचे गिरने लगी। लेकिन मैंने उन्हे गिरने से पहले ही पकड़कर संभाल लिया और तब मेरा एक हाथ उनकी कमर पर और दूसरा हाथ उनके कूल्हों पर था। मैंने उन्हें अपनी बाहों का सहारा देकर सीधा खड़ा किया। अब वो मुझसे बोली कि धन्यवाद अगर आज तुम नहीं होते तो ना जाने क्या होता? और फिर वो अभी तक भी मेरी बाहों में थी। फिर मैंने उनसे कहा कि कोई बात नहीं भाभी, यह तो मेरा फ़र्ज़ था, लेकिन अब उस ज़ोर के झटके और खिंचाव की वजह से उनकी पतली कमर में थोड़ा थोड़ा दर्द होने लगा। और अब वो मुझसे बोली कि अह्ह्ह जिम्मी मेरी कमर में अचानक से बहुत दर्द हो रहा है। फिर मैंने उनसे कहा कि में दबा देता हूँ, तो वो बोली कि तुम कितने अच्छे हो तुम मेरा कितना ख्याल रखते हो? और में अब उनकी कमर को उनके गाऊन के ऊपर से ही दबाने लगा। फिर कुछ देर बाद वो मुझसे कहने लगी कि उधर एक दर्द मिटाने वाला तेल रखा है तुम वो तेल ले आओ और फिर मालिश कर दो तो मुझे शायद उससे कुछ आराम मिल जाएगा। अब में उठकर गया और वो तेल लेकर आया और मैंने उनसे कहा कि लेकिन आपने तो यह गाऊन पहना हुआ है। तो में ऐसे कैसे मालिश कर सकता हूँ? तो वो बोली कि कोई बात नहीं तुम इसे थोड़ा सा ऊपर करके तेल लगाकर मालिश कर दो। तो मैंने कहा कि लेकिन और मेरे आगे कुछ कहने से पहले ही वो तुरंत बोली कि लेकिन वेकिन छोड़ और जल्दी से लगा दे। अब जैसे ही मैंने उनके उस गाऊन को ऊपर किया तो क्या बताऊँ दोस्तों? में भाभी की चिकनी टाँगे। और फिर उनकी गोरी मोटी जांघे देखकर एकदम चकित रह गया वो इतनी चिकनी थी कि मेरा मन अब पलट गया और आज से पहले मैंने कभी भाभी के बारे में ऐसा कुछ भी गलत नहीं सोचा था, लेकिन अब में उनके बारे में बहुत कुछ गलत सोचने लगा था, मेरे मन में अब उनके लिए ना जाने कैसे कैसे गलत गलत विचार आने लगे थे और अब मेरा लंड वो सब कुछ देखकर मेरी पैंट में पूरा तनकर खड़ा हो गया।

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फिर भाभी ने वो देख लिया और वो मुस्कुराने लगी। मुझे अब उनकी आखों में एक अजीब सी शरारत नजर आने लगी थी और कुछ देर बाद वो मुझसे कहने लगी कि इस तेल से तेरी पूरी पैंट खराब हो जाएगी तो तू एक काम कर इसे उतार कर मालिश कर दे। तो मैंने कहा कि लेकिन में आपके सामने कैसे इसे उतार सकता हूँ? तो वो बोली कि यहाँ पर सिर्फ में ही तो हूँ और कोई भी नहीं है जो तुम्हे देख सके? फिर मैंने कहा कि नहीं ऐसे मुझे बहुत शर्म आती है तो वो बोली कि इसमें शरमाने की क्या बात है? तो वो बोली कि चल अब जल्दी से उतार दे और फिर मैंने अपनी पैंट को उतार दिया और अब में उनके सामने अपनी अंडरवियर में आ गया, लेकिन मेरा लंड अब भी उसी तरह से तनकर खड़ा हुआ था और फिर में मालिश करने लगा तो उनकी कमर की वजह से मुझे उनका गाऊन कमर तक पूरा ऊपर करना पड़ा जिसकी वजह से मुझे उनकी पेंटी साफ साफ दिख रही थी और मेरा लंड वो सब नजारे देखकर और भी कड़क हो रहा था और वो मालिश करते समय बीच बीच में उनकी गांड को छू रहा था और फिर उन्होंने कुछ देर यह सब चलने दिया, लेकिन कुछ देर बाद उन्होंने उसे पीछे मुड़कर देखा तो वो मुझसे बोली कि वाह तेरा लंड तो बहुत बड़ा है। दोस्तों में उनके मुहं से यह बात सुनकर एकदम से आशचर्यचकित हो गया और अब उन्होंने तुरंत उसे झपटकर पकड़ लिया और सीधा उसे मेरी अंडरवियर से बाहर निकाल दिया और अब वो उसे एक भूखी शेरनी की तरह देखने लगी और फिर वो बोली कि यह तो एक बार जिसके भी अंदर जाएगा उसकी पूरी तरह से फाड़ देगा और अब उन्होंने उसे अपने मुहं में भर लिया और ज़ोर ज़ोर से लोलीपोप की तरह चूसने लगी। फिर थोड़ी देर बाद मैंने उनके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबाने शूरू किए और फिर उसी बीच हम दोनों ने एक दूसरे को पूरा नंगा कर दिया।

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अब में उनका पूरा चिकना गदराया हुआ बदन देखकर में तो पूरा पागल हो गया और फिर हम 69 पोज़िशन में आकर एक दूसरे को चूसने, चूमने लगे और फिर मैंने उनके बूब्स को दबाया तो वो मुझसे बोली कि हाँ आज तू इन्हें खा जा दबा हाँ और ज़ोर से दबा दबाकर पूरी तरह से निचोड़कर इनका पूरा रस पी जा। दोस्तों फिर में उनके मुहं से यह बात सुनकर तो बिल्कुल ही पागल हो गया और फिर मैंने उनके बूब्स को चूसकर पूरे लाल कर दिए। अब वो पूरी पागल हो चुकी थी और मुझसे बोली कि जिम्मी प्लीज अब डाल दे इसे मेरे अंदर और फिर मैंने उन्हें सीधा लेटा दिया और अपना लंड चूत के मुहं पर रखकर एक ही जोरदार झटके में पूरा का पूरा लंड उसकी चूत के अंदर डाल दिया और फिर करीब दस मिनट तक मैंने उनकी पूरी तरह से जमकर चुदाई के मज़े लिए और फिर मैंने अपना गरम गरम वीर्य अपना लंड उनकी चूत से तुरंत बाहर निकालकर उनके बूब्स के ऊपर छोड़ दिया और फिर थोड़ी देर हम ऐसे ही लेटे रहे। अब हम एक बार फिर से 69 पोज़िशन में आ गये और करीब पांच मिनट के बाद हम दोनों चुदाई के लिए एकदम तैयार हो गये थे।

फिर में लेट गया और उसने तेल की बोतल निकाली अपनी चूत और मेरे लंड पर बहुत अच्छी तरह से तेल लगाया और फिर मैंने उसे लेटा दिया और अब एक दो जोरदार झटके में मैंने मेरा पूरा लंड अंदर घुसेड़ दिया। वो बहुत ज़ोर से चिल्लाई और मुझसे कहने लगी कि तूने मुझे कोई जानवर समझा है क्या? थोड़ा धीरे-धीरे कर मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन मैंने उसकी एक भी बात ना सुनी और मैंने लगातार चार पांच झटके ज़ोर-ज़ोर से लगा दिए। और अब कुछ देर बाद उसको भी पूरा पूरा मज़ा आ रहा था। और वो चिल्ला रही थी आह्ह्ह्ह हाँ और ज़ोर से मेरे राजा और ज़ोर से चोदो उह्ह्ह्हह्ह्ह हाँ आज फाड़ दो मेरे भोसड़े को आईईईईई आज तेरे लंड ने मेरे भोसड़े की पूरी गर्मी मिटा दी। हाँ और ज़ोर से चोद मुझे और वो चुदाई के बीच बीच में मुझे गालियाँ भी दे रही थी और हमने करीब 15-20 मिनट की चुदाई अलग- अलग पोज़िशन के साथ की और मैंने सारा वीर्य उसकी चूत में ज़ोर ज़ोर के धक्को के साथ डाल दिया, लेकिन इस चुदाई के दौरान वो करीब तीन बार झड़ चुकी थी और अब उसकी चूत की प्यास मिट चुकी थी लेकिन मेरी नहीं, मैंने अपना लंड उसके हाथ में दे दिया और फिर वो उससे खेलने लगी पांच मिनट बाद में एक बार फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गया।

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लेकिन इस बार मुझे उसकी गांड मारनी थी इसलिए मैंने उसे डॉगी स्टाइल में बैठाया और अपने लंड पर बहुत सारा तेल लगाया और उसकी कमर को अपने दोनों हाथों से कसकर पकड़ लिया और चुपचाप से एक ज़ोरदार झटके के साथ पूरा का पूरा लंड जबरदस्ती गांड के अंदर डाल दिया। दोस्तों मेरे हुए इस अचानक प्रहार से उसको कुछ भी सोचने समझने का मौका नहीं मिला और अब उसकी पूरी गांड फट गई जिसकी वजह से वो बहुत देर तक ज़ोर से चीखती चिल्लाती रही। लेकिन में तो जोश में आकर लगातार धक्के देकर उसे चोदता रहा। फिर करीब बीस मिनट बाद में एक बार फिर से झड़ गया और थककर उसके ऊपर लेट गया। अब मुझे घर भी जाना था इसलिए में जल्दी से उठकर घर जाने के लिए अपने कपड़े पहनकर तैयार हो गया। फिर भाभी ने मुझसे धन्यवाद कहा और उन्होंने मुझसे उसके बाद भी बहुत बार अपनी चुदाई करने के लिए कहा, उन्होंने मुझसे कहा कि। में तुम्हारी चुदाई से बहुत खुश हूँ। और तुमने आज मुझे चोदकर पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया है। अब आज से इस चूत के साथ साथ मेरा पूरा जिस्म तुम्हारा है, तुम अब जब भी चाहो मुझे चोद सकते हो, में कभी तुमसे मना नहीं करूंगी और फिर में अपने घर पर चला गया। लेकिन उसके बाद में अब हर बार उनको चोदकर अपनी चुदाई से संतुष्ट कर दिया करता हूँ, वो मुझे अपना सेक्सी बदन देती तो में उन्हें अपना लंड दे दिया करता था और इस तरह हमारी यह चुदाई ऐसे ही चलती रही। मैंने उनको भैया की गैरहाजरी में उनके घर पर नहीं रहने की वजह से इस बात का फायदा उठाकर बहुत बार चोदा और उनकी प्यासी, बैचेन, तड़पती हुई चूत को अपनी चुदाई से बहुत बार संतुष्ट किया और बहुत मज़े किए ।।

धन्यवाद …