ममेरी बहन के साथ गरमागरम रात
न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई कहानी में पढ़िए संजीव और उसकी ममेरी बहन रेखा की जुनूनी रात की कहानी। ठंडी दिल्ली की सुबह में शुरू हुआ उनका हॉट रोमांस, जो बन गया एक न भूलने वाला जुनून। पूरी कहानी के लिए क्लिक करें!
हाय, मेरा नाम संजीव है, लेकिन मेरे दोस्त मुझे “सेक्स-मैन” कहकर बुलाते हैं। क्यों? क्योंकि मैं लड़कियों की नजरों में छिपी वो आग पढ़ लेता हूँ, जो बताती है कि वो कितनी बेताब हैं। 26 साल का हूँ, 5.6 फीट का कद, और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है। मेरा बदन भी जिम में तराशा हुआ है, जिसकी वजह से अब तक 12 गर्लफ्रेंड्स मेरी जिंदगी में आ चुकी हैं। कुछ रिश्ते खास रहे, और आज मैं तुम्हें एक ऐसी ही कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो मेरे और मेरी ममेरी बहन रेखा के बीच की है। ये बात दिसंबर की है, करीब 3 साल पुरानी।
घर से निकाला, फिर शादी का बुलावा
मेरे घरवालों को मेरी कुछ गर्लफ्रेंड्स के बारे में पता चल गया था, और गुस्से में उन्होंने मुझे घर से निकाल दिया। एक साल बाद मेरी बहन की शादी तय हुई, तो मैं छुट्टियों में घर लौटा। दो दिन बाद सगाई थी, और उसी दौरान मेरी ममेरी बहन रेखा भी आई। रेखा को देखकर मैं चौंक गया। वो अब पूरी तरह जवान हो चुकी थी, करीब 20 साल की। उसकी फिगर, उसकी चाल, और वो सेक्सी मुस्कान—सब कुछ ऐसा था कि नजर हटाना मुश्किल था। उसने मुझे देखा, हल्का सा स्माइल किया, और फिर मैं अपने काम में लग गया।
लेकिन रेखा बार-बार मेरे आसपास मंडराती रही। शाम को मैं छत पर गया, और वो भी पीछे-पीछे आ गई। मेरे दोस्त, जो शादी में आए थे, उसे देखकर तारीफ करने लगे। मैंने हंसकर कहा, “ये मेरी ममेरी बहन है।” वो माफी मांगने लगे, लेकिन मेरे दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। रेखा ने मुझसे कहा, “तुम हमारे घर कभी आते ही नहीं।” मैंने जवाब दिया, “टाइम नहीं मिलता, पढ़ाई का प्रेशर है।” फिर मैंने मजाक में कहा, “अब आ जाऊंगा।” अगले दिन वो चली गई, लेकिन मुझे अहसास हुआ कि वो मुझसे कुछ ज्यादा ही क्लोज होना चाहती है।
शादी से पहले का टर्निंग पॉइंट
10 दिन बाद बहन की शादी थी। शादी से 3 दिन पहले मम्मी ने कहा, “संजीव, तुम कुछ करते नहीं, मामा के घर जाओ और रेखा को लेकर आओ।” मैंने फट से हामी भर दी। मामा का घर मेरे घर से 25 किमी दूर था। मैंने मामा को फोन किया, और वो बोले, “ठीक है, रेखा को बोल देता हूँ, वो घर पर ही रहेगी।” सुबह 9:30 बजे मैं उनके घर पहुंचा। वहां सिर्फ मामी और रेखा थीं। मामा ने कहा, “तू आ गया, मैं निकलता हूँ,” और चले गए।
रेखा ने मुझे चाय दी और कहा, “मैं घर साफ कर लूँ, फिर चलते हैं।” दिल्ली की वो ठंडी सुबह थी, और मैं ठिठुर रहा था। लेकिन रेखा को देखकर मेरे बदन में गर्मी सी दौड़ रही थी। वो काम करती रही, और बार-बार मेरे पास आती। मैंने सोचा, अब बात कर लेते हैं। मैंने कहा, “रेखा, ठंड नहीं लग रही?” उसने हंसकर कहा, “नहीं, मैं तो हैबिचुएटेड हूँ।” मैंने कहा, “ये काम बाद में कर, मेरे साथ बैठकर थोड़ी बात कर।” वो मेरे पास आकर बैठ गई।
वो पल, जब आग भड़की
मैंने उसका हाथ पकड़ा। उसका हाथ गर्म था, जैसे कोई चिंगारी मेरे अंदर सुलगा रहा हो। मैंने कहा, “तेरे हाथ तो बहुत गर्म हैं।” उसने शरमाते हुए कहा, “अभी खाना बनाया ना।” मैंने उसे और करीब खींचा और कहा, “तो मेरे पास आ, थोड़ी बात करते हैं।” वो मेरे बिल्कुल करीब बैठ गई, उसका बदन मेरे बदन से टच हो रहा था। मेरा लंड धीरे-धीरे टाइट होने लगा।
उसने मेरा फोन लिया और बोली, “मेरी फोटो खींचो ना।” मैंने कहा, “ठीक है, चल।” न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई कहानी में फोटो खींचते वक्त मैंने कहा, “तू तो बहुत हॉट है, मैं तेरे साथ अपनी पिक लूँ?” उसने हंसकर कहा, “क्यों? किसी को दिखाएगा कि मैं तेरी गर्लफ्रेंड हूँ?” मैंने तपाक से कहा, “हाँ, क्यों नहीं!” वो हंस पड़ी, लेकिन उसकी आँखों में एक चमक थी।
मैंने कहा, “एक फोटो लेता हूँ, तेरा कमर पकड़कर।” उसने पहले मना किया, लेकिन मेरे जिद करने पर मान गई। मैंने उसकी कमर पर हाथ रखा, और मेरा लंड अब पूरी तरह खड़ा हो चुका था। वो मेरे पीछे थी, और मेरा लंड उसकी गांड से टच हो रहा था। मुझे लग रहा था कि वो भी इसे फील कर रही है। फिर मैंने कहा, “अब मैं तेरे गाल पर किस करके फोटो लूँ?” उसने मना किया, लेकिन उसकी साँसें तेज हो रही थीं। मैंने कहा, “प्लीज, कोई नहीं देखेगा।” वो मान गई।
मैंने उसके गाल पर किस किया, और उसे कसकर पकड़ लिया। मेरा लंड अब उसकी जांघों से टकरा रहा था। फिर मैंने कहा, “अब तू मेरे गाल पर किस कर।” उसने पहले मना किया, लेकिन फिर मेरे गाल पर हल्का सा किस किया। मैंने कहा, “थोड़ा और, फोटो नहीं आया।” इस बार मैंने उसे और कसकर पकड़ा, और जैसे ही उसने किस किया, मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
वो किस, जो जुनून बन गया
उसके होंठ नरम और गर्म थे। मैंने उसे दीवार से सटा दिया और गहरा किस करने लगा। मेरा लंड उसकी चूत पर रगड़ रहा था, और वो भी अब मुझमें खो सी रही थी। मैंने अपने हाथ उसके बूब्स पर रखे और धीरे-धीरे दबाने लगा। उसकी सिसकारियाँ निकलने लगीं। मैंने उसकी सलवार में हाथ डाला और उसकी चूत को सहलाने लगा। वो गीली हो चुकी थी। मैंने उसका हाथ पकड़कर अपने लंड पर रखा और कहा, “इसे पकड़।”
थोड़ी देर बाद मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया। सारे दरवाजे बंद किए, और उसके पास लेट गया। वो शरमाते हुए उठने लगी, लेकिन मैंने उसे पकड़ लिया। धीरे-धीरे मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए, और अपने भी। उसका नंगा बदन देखकर मेरी रूह कांप गई। उसकी चूचियाँ गोल और टाइट थीं, और उसकी चूत पूरी तरह गीली थी।
मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और धीरे से अंदर डाला। वो चीख पड़ी। मैंने उसके मुँह पर हाथ रखा और धीरे-धीरे स्ट्रोक मारने लगा। पहले उसे दर्द हुआ, लेकिन थोड़ी देर बाद वो भी मजे लेने लगी। उसकी सिसकारियाँ कमरे में गूंज रही थीं। हम दोनों एक-दूसरे में खो गए। करीब 20 मिनट बाद हम दोनों झड़ गए।
प्यार या जुनून?
लेटे हुए मैंने उससे कहा, “मैं तुझसे प्यार करता हूँ।” उसने कहा, “मैं तो 4 साल से तुझसे प्यार करती हूँ।” उस दिन हमने दो बार और सेक्स किया। फिर 12 बजे मैं उसे लेकर अपने घर चला गया। शादी के 7 दिन तक वो हमारे घर थी, और उन 7 दिनों में हमने करीब 20 बार सेक्स किया। हर रात, हर मौका, बस हमारी आग बुझने का नाम नहीं ले रही थी।
लेकिन शादी के बाद मैं कॉलेज चला गया। रेखा के फोन आते थे, लेकिन मुझे डर लगने लगा कि अगर किसी को पता चल गया तो? मैंने उससे दूरी बना ली। ना फोन किया, ना उसके घर गया। आज भी उस रिश्ते का पछतावा है। शायद सेक्स हमें पागल कर देता है, लेकिन उस जुनून में कुछ ऐसा था, जो न्यूड सिस्टर Xxx चुदाई कहानी मैं कभी नहीं भूल सकता।