ठाकुर की बीवी की बुर
Thakur ki biwi ki bur
मेरा सभी “ए एस एस” के पाठकों को नमस्कार!!
मैं ठाकुर सिंह, गोरखपुर का रहने वाला हूँ और मैं 32 साल का हूँ। यह कहानी 10 साल पहले की है, जब मेरी शादी हुई थी…
मैं अपनी सच्ची कहानी लिख रहा हूँ और आशा करता हूँ की आप लोगों को पसंद आयेगी!!
चलिए; अब मैं सीधे कहानी पर आता हूँ… …
ये कहानी तब की है जब मैंने सेक्स के बारे में केवल किताबो में ही पढ़ा था। प्रक्टिक्ली ज्ञान कुछ नहीं था।
मेरा भी मन करता था कि कोई लड़की मिले और मैं चुदाई करूँ।
जब मेरी शादी हुई तब हम दोनों यानी हमारी पत्नी (रानी) और हम जब सुहागरात में गए तब हम दोनों को नहीं मालूम था की चुदाई कैसे करें…??
अरे!! हम अपनी पत्नी की फिगर बताना भूल गए…
रानी का फिगर – 34-26-36 का है!!!
तो, जब हम अपने कमरे में गए तो रानी घूँघट तान कर बैठी थी!!
क्या कयामत लग रही थी वो!!! उसकी उम्र तब 20 थी और मेरी 22…
छोटे छोटे नारंगी के सामान चूचियाँ थी; उसकी…
जब हम उसके पास पहुँचे तो उसने उठ कर हमारे पैर छु कर प्रणाम किया और उसके बाद हमने रानी को बाहों में भर लिया…
जब उसके होंठ हमने अपने होंठों पर रखे तो रानी कसमसा उठी और उसका बदन कापने लगा…
उसके बाद हमने उसको गोद में उठा कर बेड पर ले गए और फिर हमारा हाथ उसके गले से होता हुआ उसकी चूचियों पर गया तो हम कपडे के ऊपर से ही उसके चूचियों को मसलने लगे और वो भी मदहोश होने लगी।
उसके बाद हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े उतारे!! रानी किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी; उसकी चूचियाँ सफ़ेद दुधिया थी…
हम तुरंत उसको मुँह में लेकर चूसने लगे!! चूचियों को चूसने से चूचियों के निप्पल एक दम लाल सुर्ख हो गए!!
हम दोनों जिंदगी में पहली बार चुदाई करने जा रहे थे… … …
जब हमने चूची को मसलना शुरू किया तो वो तन कर और कठोर हो गईं… उसके बाद हमने मुँह में लेकर चूसना चालू किया तो वो और पागल होने लगी और सी सी सी सी… की आवाज निकालने लगी…
अब मैने अपना लण्ड उसको हाथ में पकड़ा दिया, जो वो बड़े ध्यान से निहारने लगी।
माफ़ करियेगा; मैंने अपने लण्ड का साइज़ नहीं बताया, मेरा लण्ड 7″ लम्बा और 2।5″ मोटा है…
खैर, अब हमने उसे उठा कर बेड पर लिटा दिया और ऊपर से नीचे तक देखने लगे!!
सफ़ेद कलर की जांघें केले के खम्भे जैसी; उस पर काली रंग की पैंटी!! उफ़; क्या कयामत लग रही थी।
पैंटी बुर की जगह से गीली हो चुकी थी। मैंने पैंटी को निकाल दिया और उंगलियों से बुर को सहलाने लगा…
बुर के मुँह पर चिपचिपा सा पदार्थ लगा था…!!
उसकी बुर पानी छोड़ चुकी थी!! मैंने उसमे उंगली डाली तो नहीं जा रही थी, मैं समझ गया की मेरी पत्नी अभी किसी से नहीं चुदी है…
मैं अब नीचे सरक कर गया और अपना लण्ड उसकी बुर के छेद पर लगा कर एक हल्का सा धक्का मारा तो मेरा लण्ड फिसल गया!!!
तब रानी ने लण्ड को पकड़ कर बुर के छेद पर लगाया, बुर एकदम चिकनी थी…
मैंने एक जोर से धक्का मारा तो लण्ड का सूपड़ा एक इंच अन्दर चला गया और रानी जोर से चिल्लाई – उई माँ; मर गई!! !!!
मैं तुरंत उसके मुँह पर अपना मुँह लगा कर चूसने लगा!! करीब 10 मिनट के बाद दर्द कुछ कम हुआ तो फिर से एक धक्का मारा तो लण्ड पूरा का पूरा 7″ अन्दर चला गया!! !!! उसको भी अब मजा आने लगा…
उसकी बुर इतनी कसी हुई थी की लग रहा था की लण्ड छिल जायेगा।
धीरे-धीरे हमने धक्के लगाना शुरू किये उसको भी अब मजा आने लगा और वो नीचे से कमर उछाल उछाल कर मजे लेने लगी… …
करीब 55 मिनट की चुदाई में वो करीब 5-6 बार झड़ चुकी थी और पूरे कमरे में एक अजीब तरह की सुगंध महकने लगी थी!!! !!
रात भर में हम दोनों आठ बार चुदाई की!!! !!
अब उसको चला नहीं जा रहा था, चादर पर खून और वीर्य से सना हुआ धब्बा लगा था; उसने चादर को हटा कर दूसरा चादर बिछा दिया।
आप लोगो को अगर कहानी अच्छी लगी तो मेरा मनोबल बढ़ाएं… …