मामी की टाइट चूत और 8 इंच के लंड की रसीली चुदाई
पढ़ें शान की सच्ची सेक्स कहानी, जहाँ 25 साल के जवान लड़के ने अपनी 40 साल की हॉट मामी की टाइट चूत को 8 इंच के लंड से चोदा। रात के हसीन मंजर, चूत की गर्मी और चुदाई का जोश—पूरा मजा लें!
हाय दोस्तो, मैं शान हूँ। आज मैं तुम्हें कोई बनावटी कहानी नहीं, बल्कि अपनी जिंदगी की एक सच्ची, रसीली और गर्मागर्म दास्तान सुनाने जा रहा हूँ। ये वो हकीकत है, जिसने मेरे लंड को जन्नत का रास्ता दिखाया और मेरी मामी की चूत को वो सुख दिया, जो सालों से तड़प रहा था। तो चलो, बिना टाइम वेस्ट किए, सीधे मुद्दे पर आता हूँ।
मैं 25 साल का हूँ, जवान, हॉट और 8 इंच के लौड़े का मालिक। अब तक मैंने किसी की चूत को नहीं चखा था, बस कुछ बूब्स दबाने का मौका मिला था। लेकिन मेरे अंदर की आग तो कुछ और ही चाहती थी। मेरी मामी, उम्र 40 की, लेकिन बदन ऐसा कि किसी का भी लंड सलामी देने लगे। मेरे मामा ने दो शादियाँ की हैं। वो अपनी दूसरी बीवी के साथ रहते हैं, और ये मामी मेरी नानी के घर पर रहती हैं। मैं भी नानी के घर पढ़ाई के लिए रुका हुआ था।
हम सब एक ही कमरे में सोते थे—मैं, नानी और मामी। पहले तो मेरे दिमाग में कोई गलत ख्याल नहीं था, लेकिन जब मैंने मामी को गौर से देखा, तो बस… उनका फिगर, उनकी गांड, उनके बूब्स—सब कुछ जैसे मेरे लंड को चैलेंज दे रहा था। खासकर जब वो लाल साड़ी पहनती थीं, तो लगता था जैसे कोई सेक्सी बॉम्ब मेरे सामने खड़ी हो। उनकी चाल, उनकी कमर का लचकना, और वो ब्लाउज में कैद बूब्स—हाय, मेरा लंड तो बस तनकर 8 इंच का हो जाता। मामी पतिव्रता थीं, लेकिन मेरे दिल में एक ही जुनून था—उनकी चूत को अपने लंड का रसपान कराना।
रात का वो हसीन मंजर
एक रात मुझे नींद नहीं आ रही थी। मेरा लंड बेकाबू हो रहा था। मैं चुपके से अपने कमरे से उठा और उस कमरे में चला गया, जहाँ मामी और नानी सो रही थीं। मैंने मामी के पास जाकर लेटने का फैसला किया। बस, टॉवेल लपेटकर उनके बगल में लेट गया। 30 मिनट तक तो कुछ नहीं हुआ, लेकिन मेरे अंदर की आग अब बेकाबू हो रही थी। मैंने धीरे से अपना हाथ उनके पेट पर रखा। फिर थोड़ा और हिम्मत करके उनकी साड़ी को अपने पैरों से ऊपर सरकाने लगा। उनकी गर्म जांघों को अपनी जांघों से चिपकाया। हाय, क्या गर्मी थी उनकी जांघों में! वो बस सोती रही, शायद गहरी नींद में थीं। मैं समझ गया कि मौका मेरे हाथ में है।
मैंने उन्हें अपनी बाहों में खींच लिया। उनकी साड़ी को और ऊपर सरकाया और धीरे से उनकी चड्डी में हाथ डाला। उनकी चूत को ऊपर-ऊपर सहलाने लगा। वो गर्म, मुलायम और रसीली थी। मेरे लंड में तो जैसे करंट दौड़ गया। लेकिन गलती हो गई—मैं इतना गर्म हो गया कि बिना सोचे उनकी चूत में उंगली डाल दी। वो चौंक गईं, लेकिन चिल्ला नहीं पाईं क्योंकि बगल में नानी सो रही थी। बस, दबी हुई आवाज में कहने लगीं, “छोड़ो… शान, छोड़ो…” उनकी आँखों से आँसू टपक रहे थे। मैंने बाद में जाना कि मामा ने उन्हें चोदना छोड़ दिया था, जिसकी वजह से उनकी चूत फिर से टाइट हो गई थी। हाँ, मामा ने दूसरी शादी इसलिए की थी क्योंकि मामी से उन्हें औलाद नहीं हुई। तो उनकी चूत का टाइट होना तो बनता था।
चूत की गर्मी और लंड का जोश
उनके “छोड़ो… छोड़ो…” कहने की आवाज ने मुझे और जोश दिला दिया। मैंने उनकी चूत में उंगली और गहरी डाली। वो चिल्लाना चाहती थीं, लेकिन नानी के डर से चुप थीं। मैंने मौका देखकर उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और जोरदार किस करने लगा। उनके मुलायम होंठ, उनकी गर्म साँसें—हाय, क्या मजा था! उनके बूब्स को बाद में दबाने का सोचा, क्योंकि उस वक्त मेरे सिर पर तो बस चुदाई का भूत सवार था।
मैंने अपनी दूसरी उंगली भी उनकी चूत में डाल दी। वो तड़प रही थीं, उनकी आँखों से आँसू बह रहे थे, लेकिन मैं रुका नहीं। मैंने अपने पैरों से उनके पैरों को अलग किया और अपना लंड, जो पहले से ही खुला और तना हुआ था, उनकी जांघों से टकराने लगा। सच कहूँ, मेरा लंड मुझसे भी ज्यादा बेताब था। उसे बस उनकी चूत में समाना था, चाहे कुछ भी हो जाए।
मैंने उनके कान में फुसफुसाया, “मामी, बस एक बार लंड डालने दो। आपकी चूत को मेरे लंड के दर्शन करा दो।” लेकिन वो मानी नहीं। पर मैं थोड़े ही मानने वाला था। मैं तो पहले से ही उनके ऊपर चढ़ चुका था। उनकी चड्डी बीच में आ रही थी, तो मैंने उसे थोड़ा सा खिसकाया और अपने लंड को उनकी गर्म चूत पर रखा। एक जोरदार झटका दिया, लेकिन साला फिसल गया। मैंने हार नहीं मानी। दूसरी बार लंड को चूत पर सेट किया और एक धक्का मारा। जरा सा अंदर गया। वो तड़प रही थीं, जैसे बिना पानी की मछली। मैंने देखा कि उनकी चूत से खून निकल रहा था, शायद उनकी टाइट चूत फिर से फट गई थी।
चुदाई की आग और चूत का लावा
मैंने टॉवेल को नीचे फंसाया और एक आखिरी जोरदार झटका मारा। मेरा पूरा 8 इंच का लंड उनकी चूत में समा गया। वो दर्द से चीखना चाहती थीं, लेकिन बस छत की ओर देखकर रो रही थीं। मैं 10 सेकंड रुका और फिर फटाफट अंदर-बाहर करने लगा। वो कहने लगीं, “धीरे करो, शान… धीरे…” लेकिन मैं तो जैसे ट्रेन की स्पीड में था। डर भी लग रहा था कि कहीं नानी जाग न जाए, नहीं तो मेरी गांड फट जाएगी। लेकिन उस वक्त मुझे बस एक ही मकसद था—अपना लावा उनकी चूत में उड़ेलना।
मैं 15 मिनट तक लगातार चोदता रहा। उनकी चूत इतनी गर्म और टाइट थी कि मेरा लंड जैसे जन्नत में था। आखिरकार, मैंने सारा वीर्य उनकी चूत में भर दिया। थोड़ी देर तक मैं उनके ऊपर पड़ा रहा, उनकी गर्म साँसें मेरे चेहरे पर पड़ रही थीं। फिर मैंने कहा, “मामी, बाथरूम जाकर चूत साफ कर लो।” वो रोते-रोते बाथरूम चली गईं।
मैं भी पीछे-पीछे गया, ताकि कोई गलत कदम न उठा लें। मैंने अपने हाथों से उनकी चूत साफ की और प्यार से कहा, “मामी, मामा तो आपको चोदते नहीं। अब मैं हूँ ना, आपका पूरा ख्याल रखूँगा।” फिर मैंने उनकी चूत को चूमा और उनके होंठों को 5 मिनट तक चूसता रहा। मेरा लंड फिर खड़ा हो गया, लेकिन मैंने कंट्रोल किया। बात बिगड़ सकती थी।
अगला प्लान: गांड की चुदाई
वो चुपचाप सो गईं, लेकिन मेरे दिमाग में अब उनकी गांड मारने का प्लान चल रहा था। उस रात मैंने मुठ मारकर अपने लंड को शांत किया और सो गया। अगले दिन मामी मुझसे नजरें नहीं मिला रही थीं, लेकिन उनकी चाल में एक अलग सी मादकता थी, जैसे उनकी चूत को मेरे लंड ने जगा दिया हो।
अब मैं चाहता हूँ कि तुम मुझे मेल करो। खासकर लड़कियाँ, भाभियाँ और आंटियाँ—अगर तुम मेल करोगी, तो मैं अपनी अगली कहानी में बताऊँगा कि कैसे मैंने मामी की गांड मारी और उनकी चूत को और रसीला बनाया। मेरा पूरा इंट्रोडक्शन भी दूँगा। तो जल्दी से मेल करो, और हाँ, अपनी चूत की गर्मी भी शेयर करो!