ट्यूशन वाली दीदी की चुत चाट कर आया !! भाग-2 ?
Didi Ki Hindi Me Chudai Kahani
दीदी की हिंदी में चुदाई कहानी में मैं लंड लटका कर दीदी के सामने खड़ा हो गया और दीदी उसे देखने लगी। दोस्तों मेरा नाम अभिषेक है और ये मेरी sex story hindi font का दूसरा भाग है। पहला भाग पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे (ट्यूशन वाली दीदी की चुत चाट कर आया !! भाग-1 ) और दूसरा भाग यहाँ पढ़े।
तो मैं दीदी की झाटो भरी चुत चाटने के बाद अपना लंड निकाल कर उनके सामने खड़ा हो गया। दीदी जो गन्दी वीडियो अपने फ़ोन में देख रही थी उस से साफ पता लग रहा था की उनके लंड चूसने का कितना मन करता है। इसलिए उसके सामने मैं अपना लंड लटका कर खड़ा हो गया।
दीदी ने कुछ देर अपनी आंखे बड़ी बड़ी की और मेरे लंड को देखा उसके बाद वो अपने मुँह से थूक अंदर गटकी और आगे आकर मेरे लंड को हाथ लगाने लगी। उन्होंने पहले तो मेरे लिंग को हल्के हाथ से पकड़ा और उसे धीरे धीरे हिलाते हुए देखती रही।
वो कभी मेरे टोपे को बाहर निकाल कर देखती तो कभी नीचे झूलती गोटियों को। उनका चूसने का काफी मन था और मैंने उस वक्त वहा के बाल भी काट रखे थे। पर पता नहीं क्यों वो क्या सोच रही थी।
कुछ देर बाद मैंने दीदी का हाथ हटाया और अचानक से अपना टोपा उनके होठो पर चिपका दिया। दीदी हैरान होकर मुझे देखने लगी पर जब होठो पर गर्म लंड का एहसास हुआ तो बिना सोचे समझे मेरे टोपे को चूसने लगी।
उन्होंने अपना मुँह खोला और मेरे लंड के ऊपरी हिसे को चूसना शुरू कर दिया। वो धीरे धीरे उसे चूसने लगी तो मैंने कहा “अरे दीदी ऐसी थोड़ी करते है !!”
दीदी – मतलब ?? ये मेरा पहला ब्लोजॉब है !
मैंने कहा – रुको ऐसे नहीं !! अपना मुँह पूरा खोलो !!
दीदी ने अपना मुँह जैसे ही पूरा खोला मैं अपनी कमर हिला कर उसके मुँह में अपना पूरा लिंग घुसा दिया।
लंड घुसा कर मैंने दीदी के गले की घंटी बजा डाली और उनके मुँह को चोदना शुरू कर दिया। मैं जोर जोर से अपनी गोटिया हिला हिला कर उनके मुँह को चोदने में लग गया।
तभी दीदी ने मेरी जांघ पर हाथ मारना शुरू कर दिया पर लंड पर जो गर्म गर्म एहसास हो रहा था मैं बस उसी के मजे लेने लगा।
तभी अचानक दीदी खांसने लगी और मेरे पुरे लंड पर थूक ही थूक लग गया। मैंने धीरे से लंड बाहर निकाला और दीदी सास लेने के बस हसने लगी।
मैंने पीछा – अहह अहह क्या हुआ ?
दीदी – नहीं कुछ नहीं। रुका क्यों है मेरे मुँह में दाल !!
उसके बाद मैं अपने लंड को नीचे से दबा कर पकड़ा और उसे पूरा फुला कर दीदी के सामने कर दिया। नसों से भरा लंड देख दीदी की चुत से पानी टपकने लगा तो वो उसमे उनलगी करते हुए मेरे पुरे लने को अपने होठो से चूसने लगी।
कभी वो उसे ऊपर से चुस्ती तो कभी साइड से। वो पूरा आनंद ले रही थी और मेरे लंड का कोना कोना चाट चूस रही थी।
वो इस तरह चाटती रहती तो मेरा जल्द ही झाड़ जाता इसलिए मैंने दीदी को रोका और उन्हें वापस सोफे पर बिठा कर अपना लंड उनकी चुत पर रखने लगा।
मैंने दीदी को बिना पूछे अचानक उनकी चुत पर लंड रखा और उसे धका लगा कर अंदर घुसा दिया।
दीदी – नहीं !! क्या कर रहा है बाहर निकाल !!
पे मैं रुका नहीं और लंड को अंदर बाहर करके रगड़ने लगा। दीदी की आंखे नशीली होने लगी और उनकी एक जांघ कापने लगी।
लंड का पूरा मजा उन्हें चुत में आ रहा था। मेरा नसों से भरा लंड और बड़ा सा टोपा दीदी की चुत को जोरदार तरीके से चोद रहा था।
इसी तरह मैं चुदाई करते हुए उनकी चाती बाहर निकाला और दोनों काली चुचिया चूसने लगा।
दीदी – उह्ह्ह अहह ममम मम !!
दीदी हल्की हल्की कोमल और सुरीली आवाज करने लगी और मैं उनकी चुदाई करता रहा।
उनका प्यारा चेहरा देख मुझे उनपर प्यार आने लगा और उनका भारी रसीला शरीर देख दीदी की हिंदी में चुदाई कहानी मेरे दिल दिमाग में बस हवस ही हवस थी। मैं आगे झुक कर उनके लाल होठो को चूमने लगा और उनपर से लिपस्टिक खराब करने लगा।
दीदी भी अपने होठो को बाहर निकल कर लेती रही और मैं उनकी टांगो के बीच चुदाई करता हुआ उनके बड़े बड़े थन दबाता रहा और होठो को चूसता रहा।
उनके मुँह पर मेरे लंड का पानी लगा था और मैं उन्हें चुम कर अपने ही लंड का स्वाद ले रहा था। देखते ही देकते चुस्त से सफ़ेद मलाई बाहर निकलनी शुरू हो गई। साथ ही दीदी भी पागल होने लगी मैं जोर जोर से बस चुदाई में लगा रहा और दीदी की चुत चोद चोद कर उसे बड़ा करने लगा।
तभी दीदी अपनी छाती फुला फुला कर तेज सासे लेने लगी और उन्होंने अपनी चुत से सफ़ेद मलाई छोड़ डाली।
मेरा पूरा लिंग उनकी मलाई से चिकना हो गया और चिकनी चुत चोद चोद कर मेरा भी झड़ने लगा। मैं जोर दार थपेड़ो के साथ चुदाई करता रहा और सेक्सी आनंद लेता रहा।
उसके बाद लंड से पानी निकल जाने की वजह से मैं वही रुक गया और अपना लटका लंड चुत से पूरा अंदर घुसा दिया और आगे झुक कर दीदी को धीरे धीरे चूमता रहा।
दीदी – रुक क्यों गए तुम ??
मैं बोला – दीदी मेरा झाड़ गया।
दीदी (चीला कर) – क्या !!!
दीदी ने मुझे धका दिया और पास पड़े अपने रुमाल से पानी चुत रगड़ कर साफ करने लगी। मैं उस वक्त डर गया की दीदी को अचानक ये क्या हुआ।
दीदी – अरे बेवकूफ तुझे अंदर नहीं झाड़ना था अब हो गई न मुसीबत !!
अब दोस्तों उसके बाद जो हुआ मैं आपको बताना नहीं चाहता बस यही कहुगा की जब भी सेक्स करो कंडोम लगा के करो अगर वो लड़की तुम्हारी बीबी नहीं हटी तो।
उसके बाद जो भी हुआ उसमे दीदी ने सारा इंजाम मेरे सर डाल दिया और मेरे पापा को बता दिया की मैं उन्हें किस नजर से देखता हूँ और उनके साथ क्या करके आया हूँ। उसके बाद पापा ने मुझे खूब पीटा और मुझे कूट कूट कर लाला कर दिया। मुझे मारते हुए वो बस यही पूछते रहे क्या करके आया है तू !! अपनी दीदी के साथ केसा अश्लील काम किया है तूने !! और उनके इस सवाल का जवाब मैंने दीदी की हिंदी में चुदाई कहानी दिया ये बोलकर “मैं ट्यूशन वाली दीदी की चुत चाट कर आया हूँ !!” उसके बाद बस लाठी डंडे और पता नहीं किन किन चीज़ो से मुझे पीटा गया।