हॉट स्वैपिंग स्टोरी: ट्रेन में सेक्सी जोड़ी के साथ चुदाई का मजा
पढ़ें राजेश और अनु की हॉट सेक्स स्टोरी, जहां ट्रेन में रोहित और आरती के साथ स्वैपिंग का मौका मिला। सेक्सी फिगर, नॉटी मस्ती और चूत चुदाई का रोमांचक अनुभव। जयपुर में तीन दिन की चुदाई की पूरी कहानी।
हम हैं राजेश और अनु। उम्र 35 और 26। अनु बहुत सेक्सी है—36-27-34 का फिगर, सूरत, गुजरात से। हमने कभी स्वैपिंग का मजा नहीं लिया, लेकिन सेक्स के दौरान हम अक्सर सोचते थे कि किसी दूसरी हॉट और स्वीट जोड़ी के साथ स्वैपिंग का मजा लेना चाहिए।
पिछली बरसात में हम जयपुर जा रहे थे, ट्रेन से, सेकेंड एसी कम्पार्टमेंट में। हम दो थे और दूसरी तरफ एक और सेक्सी जोड़ी—रोहित और आरती, उम्र 28 और 26। आरती का फिगर 34-26-34, जींस और स्लीवलेस टॉप में कमाल की लग रही थी। बाकी तीन बुजुर्ग लोग आखिरी सीट पर थे, और पूरा कम्पार्टमेंट खाली था।
ट्रेन सूरत से चली। कुछ देर बाद रोहित और आरती हमसे बात करने लगे। आरती बहुत नॉटी थी। रोहित हमसे बात कर रहा था, तभी आरती सीट पर लेट गई और उसे पिंच करने लगी। थोड़ी देर बाद उसने एक सेक्सी मैगजीन—देबोनेयर का लेटेस्ट इश्यू—पढ़ना शुरू कर दिया।
मेरी बीवी अनु ऊपर की बर्थ पर सोने चली गई। मेरे सामने रोहित और आरती कंबल के नीचे मस्ती कर रहे थे। मैं भी अपनी सीट पर सो गया। दो घंटे बाद जब नींद खुली, तो देखा कि आरती नीचे की सीट पर सो रही थी और रोहित ऊपर की बर्थ पर। थोड़ी देर बाद दोनों उठे। मैंने अनु को डिनर के लिए बुलाया। वो भी डिनर के लिए तैयार हो गए। हम चारों ने साथ में खाना खाया, अपना-अपना खाना शेयर किया।
डिनर के बाद अनु और आरती वॉशरूम गईं। मैं और रोहित अकेले रह गए। रोहित बोला, “अनु भाभी बहुत स्वीट और सेक्सी लगती हैं। मुझे उनकी लस्टी बॉडी बहुत पसंद है। क्या तुम्हें आरती पसंद है?” मैं हैरान रह गया। उसने कहा, “शर्माओ मत, हम मॉडर्न कपल हैं। फ्री लाइफ में यकीन रखते हैं। मेरी आरती बहुत सेक्सी है और सेक्स में एक्सपर्ट भी। अगर तुम दोनों स्वैपिंग में भरोसा रखते हो, तो हम तैयार हैं। मैंने आरती से बात कर ली है। अब तुम दोनों डिसाइड करो।” मैंने कुछ नहीं कहा। जब अनु आई, तो रोहित आरती के साथ वॉशरूम साइड चला गया, हमें अकेला छोड़कर।
पहले तो अजनबी जोड़ी के साथ स्वैपिंग की बात सुनकर मैं चौंक गया। लेकिन दिल से हम दोनों ऐसी ऑपर्च्युनिटी का इंतजार कर रहे थे। मैं बहुत खुश था—एक नॉटी और सेक्सी लड़की को चोदने का मौका मिल रहा था। पहली बार अपनी बीवी के अलावा किसी और के साथ सेक्स का चांस था। मैं आरती की चिकनी चूत के बारे में सोचने लगा, लेकिन सब कुछ अनु के मूड पर डिपेंड था। मैंने उसे कहा, “आज मौका है, तुम किसी और के लंड से चुदवा सकती हो।”
अनु: “कैसा रहेगा?”
मैंने रोहित की सारी बातें बताईं और कहा, “रोहित तुम्हें चोदना चाहता है।” पहले तो अनु के चेहरे पर खुशी झलकी, लेकिन फिर बोली, “नहीं, मैं नहीं करवाऊंगी। तुम्हें मजा लेना हो तो आरती से ले लो, लेकिन मैं नहीं।” मैंने कहा, “अगर तुम रोहित से नहीं चुदवाओगी, तो वो मुझे आरती को कैसे चोदने देगा?” मैंने अपना हाथ उसकी चूची पर रखा, धीरे-धीरे दबाने लगा और फुसफुसाया, “मौका अच्छा है, मान जाओ।” मैं चूची दबाता रहा, वो धीरे-धीरे गरम होने लगी। फिर उसने कहा, “ठीक है, जैसी तुम्हारी मर्जी।”
मैं वॉशरूम साइड गया। आरती सीट पर वापस आ रही थी। मैं और रोहित बात करने लगे। मैंने बताया कि अनु भी तैयार है। वो बहुत खुश हुआ, बोला, “अनु बहुत सेक्सी है, मजा आएगा।” हम दोनों सीट पर लौटे। अनु और आरती हमें देखकर जोर से हंसने लगीं। आरती बोली, “राजेश को देखो, कितना खुश है। आज तो इसकी लॉटरी निकल आई।” अनु ने कहा, “रोहित भी कितना खुश है। अब क्या करना है? मन ही मन प्रोग्राम बना रहा है।”
रोहित अनु के बगल में बैठ गया, मैं आरती के पास। आरती का रंग इतना गोरा था कि उसे छूने में डर लगता था—कहीं गंदा न हो जाए। मैं उसकी चूचियों को देख रहा था, तभी मेरी नजर अनु पर गई। रोहित का हाथ अनु की चूचियों पर था, वो उसके होंठ चूस रहा था। मैंने आरती से कहा, “ये दोनों तो स्टार्ट हो गए।” मैंने भी आरती के होंठ चूसने शुरू किए, एक हाथ से उसकी चूचियां दबाने लगा। आरती “आआह्ह्ह… आआह्ह्ह…” करने लगी। मैंने उसका टॉप धीरे से उतारा, ब्रा के ऊपर से चूचियां चूसने लगा। वो बहुत मस्त हो गई। ब्रा खोलकर दोनों हाथों से उसकी टाइट चूचियां दबाईं, चूसने लगा। वो “आआह्ह्ह… ओह्ह्ह…” करती रही। उसने मेरा लंड पकड़ लिया, दबाने लगी। मैंने पैंट उतारी। अंडरवेयर के ऊपर से लंड को दबाने लगी। मैंने उसकी जींस खोली, उसकी चिकनी टांगें नंगी हो गईं। उसकी गोरी टांगें देखकर मेरा लंड तन गया। उसकी चूत ब्लैक पैंटी से ढकी थी। मैंने पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर हाथ फेरा।
आरती सीट पर लेट गई। मैंने उसकी टांगें खोलीं, पैंटी के ऊपर से चूत चाटने लगा। वो मचलने लगी, “म्म्म्म… आआह्ह्ह… ओह्ह्ह…” करने लगी। उसका बदन मस्ती से भर गया। मैंने धीरे से उसकी पैंटी उतारी। उसकी चूत पर बाल नहीं थे। चिकनी चूत देखकर मैंने अपनी जीभ उस पर रख दी, चूसने लगा। जीभ को अंदर-बाहर करने लगा। फिर मैंने अपना अंडरवेयर उतारा। मेरा 8 इंच का लंड देखकर वो खुश हो गई। उसे मुंह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। 10 मिनट बाद मैंने उसकी दोनों टांगें अपने कंधों पर रखीं, लंड उसकी चूत पर सेट किया। उसकी चूत गीली थी। मैंने धीरे से लंड उसकी मस्त चूत में डाला। अभी 2 इंच ही गया था कि उसने चूत का एंगल सेट किया। चूत बहुत गीली हो रही थी। मैंने लंड बाहर निकाला, फिर दोबारा डाला। दिशा साफ हो गई। फिर मैंने उसकी चूचियां दबाईं, होंठ उसके होंठों पर रखकर चूसने लगा। पूरी ताकत से एक झटके में पूरा लंड अंदर डाल दिया। वो जोर से चिल्लाना चाहती थी, लेकिन मैंने होंठों से दबा दिया। “ओह्ह्ह… आआह्ह्ह… मर गई… मेरी चूत फट गई…” लेकिन मैं धक्के मारता रहा। थोड़ी देर में वो “आआह्ह्ह… जोर से चोदो, रजा… बहुत मजा आ रहा है… जोर से चोदो…” कहने लगी।
रोहित भी अनु की चूत में लंड पेल रहा था। अनु भी मस्ती में “आआह्ह्ह… ओह्ह्ह…” कर रही थी। रात में हम दोनों ने तीन-तीन बार चोदा और खूब मजा लिया। सुबह 10 बजे हम उठे। आरती बोली, “रात में बहुत मजा आया। अगर आप लोग जयपुर में हमारे घर रुकें, तो हम दोबारा एंजॉय कर सकते हैं।” रोहित ने भी अनु से कहा। अनु मान गई। हम तीन दिन जयपुर में रुके और तीनों दिन जमकर चुदाई की।