पड़ोसी की चुदाई

वाइफ के मायके जाने पर वंदना की चुदाई

पढ़िए रूपेश और वंदना की हॉट सेक्स कहानी, जिसमें मकान मालिक की बीवी के साथ चुदाई के रोमांचक पल हैं। फोरप्ले, 69, और डॉगी स्टाइल के साथ पूरी रात की चुदाई का मजा!

मेरा नाम रूपेश गुप्ता है और ये मेरी तीसरी कहानी है। पहले मैं अपने बारे में बता दूं। मेरी हाइट 5’5” है, मेरा बदन स्लिम है और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है। मेरी वाइफ मुझसे पूरी तरह संतुष्ट रहती है। हम हर दिन सेक्स करते हैं और जिस रात हम सेक्स नहीं करते, उस रात हमें नींद ही नहीं आती।

मेरे मकान मालिक की बीवी का नाम वंदना है और उसकी उम्र महज 22 साल है। उसकी हाइट 5’2” है और उसका फिगर 32-28-34 का है। उसका रंग सांवला है, लेकिन वो बेहद सेक्सी दिखती है। ये कहानी है मेरी और वंदना की, कि कैसे मैंने उसकी वाइफ के मायके जाने पर उसके साथ सेक्स किया। जून के महीने में मेरी वाइफ मायके चली गई थी और मैं घर पर अकेला था। उसी वक्त मकान मालिक और उनकी मां भी घर पर नहीं थे।

शाम का सीन

शाम को मैं ऑफिस से रात 8:30 बजे लौटा। वाइफ के ना होने की वजह से मैं खाना बनाने की तैयारी करने लगा। वंदना ने मेरे आने की आवाज सुनी और अपने कमरे से बाहर आई। उसने पूछा, “क्या हो रहा है?”

मैंने कहा, “खाना बना रहा हूँ।”

वंदना बोली, “आज आप मेरे साथ ही खा लीजिए। मैंने अपने और आपके लिए खाना बना लिया है। मेरे हसबैंड और सास भी बाहर गए हैं।”

मैंने कहा, “ठीक है, मैं फ्रेश होकर आता हूँ। तब तक आप खाना लगा दीजिए।”

मैं बाथरूम गया, नहाया और टी-शर्ट के साथ बरमूडा पहन लिया। मैंने बनियान और अंडरवियर नहीं पहना। जब मैं बाथरूम से बाहर आया, वंदना ने डाइनिंग टेबल पर खाना तैयार कर रखा था। उसने भी नहा लिया था और एक नाइटी पहन रखी थी। नाइटी के नीचे उसकी ब्रा और पैंटी की लाइन साफ दिख रही थी। उसे इस रूप में देखकर मैं उत्तेजित होने लगा। मन ही मन सोचने लगा कि कैसे मुझे वंदना को चोदने का मौका मिलेगा।

डाइनिंग टेबल पर हॉट माहौल

हम दोनों डाइनिंग टेबल पर बैठ गए। वंदना मेरे सामने वाली चेयर पर थी। जब वो झुककर खाना अपने मुंह में डालती, तो उसके दोनों बूब्स के बीच की 2 इंच गहरी दरार दिखाई देती, जो मेरी उत्तेजना को और बढ़ा रही थी। मेरी नजरें उसकी उस घाटी पर टिकी थीं। बरमूडा में मेरा लंड खड़ा होने लगा था। अंडरवियर ना होने की वजह से लंड का उभार बाहर से साफ दिख रहा था।

वंदना ने मुझे उसकी नाइटी में झांकते हुए देख लिया और बोली, “क्या देख रहे हो?”

मैंने कहा, “तुम बहुत सुंदर हो।”

वंदना: “और?”

मैं: “और सेक्सी भी।”

वंदना: “लेकिन आपकी वाइफ तो मुझसे ज्यादा गोरी, सुंदर और सेक्सी है।”

मैं: “हां, लेकिन आज तुम मेरी वाइफ को भी फेल कर रही हो।”

वंदना हंसते हुए बोली, “ऐसा क्या?” फिर उसने बताया, “कई बार आपकी वाइफ ने मुझे आपकी सेक्स लाइफ के बारे में बताया है। ये भी बताया कि आप कैसे उनकी चुदाई करते हैं और कितने तरीकों का इस्तेमाल कर चुके हैं। मैं कब से इस मौके की तलाश में थी कि कब आपकी वाइफ, मेरे हसबैंड और सास बाहर जाएं, ताकि मैं आपके साथ सेक्स कर सकूं।”

इतना कहकर वंदना ने मेरे होठों पर एक किस किया और बोली, “आप डिनर के बाद मेरे साथ रुक जाना।”

मैंने मन में सोचा, “वाह, मेरी तो लॉटरी लग गई!” मैं तो वंदना को चोदने का प्लान बना रहा था, और ये तो खुद मुझसे चुदने को तैयार थी। डिनर के बाद हम दोनों साथ बैठकर सेक्स की बातें करने लगे। मैं उसे सेक्स करने और वाइफ को उत्तेजित करने के तरीके बता रहा था। फिर मैंने पूछा, “तुम्हारी सेक्स लाइफ कैसी चल रही है?”

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वंदना: “नीरस।”

मैं: “क्यों? तुम्हारे हसबैंड तो शरीर से बहुत ताकतवर दिखते हैं।”

वंदना: “बस दिखते हैं, हैं नहीं। वो रात को मुझे उत्तेजित किए बिना मुझ पर चढ़ जाते हैं, कुछ धक्के लगाकर पलटकर सो जाते हैं। जबकि मैं सेक्स की आग में रात भर सुलगती रहती हूँ। जब आपकी वाइफ ने मुझे आपकी बातें बताईं, तभी से मैं आपसे चुदवाना चाहती थी, लेकिन मौका नहीं मिल रहा था। आज रात मौका भी है और दस्तूर भी। आज मैं आपसे रात भर चुदवाऊँगी।”

मैं: “ठीक है, लेकिन तुम मुझे मेरे नाम से बुलाओ।”

वंदना: “आप भी मुझे मेरे नाम से बुलाइए।”

हॉट किसिंग और फोरप्ले

इतना कहकर मैंने अपने होठ वंदना के होठों पर रख दिए। वंदना के होठ भट्टी की तरह सुलग रहे थे। मैंने उसका ऊपरी होठ चूसना शुरू किया, जबकि वंदना मेरा निचला होठ चूस रही थी। मेरे हाथ नाइटी के ऊपर से ही उसके बदन पर घूम रहे थे। वंदना ने अपने दोनों हाथों से मुझे जकड़ रखा था। मैंने एक हाथ उसकी गरदन के नीचे और दूसरा कमर के नीचे लगाकर उसे गोद में उठा लिया।

वंदना ने अपने दोनों हाथ मेरी गरदन में डाल दिए। मैं उसे लेकर उसके बेडरूम में गया और बेड पर बिठा दिया। फिर मैंने लाइट ऑन कर दी।

वंदना: “लाइट क्यों ऑन की? मुझे शर्म आएगी।”

मैं: “शर्म कैसी? जब चुदवाने का मजा लेना है, तो पूरी तरह ले।”

इतना कहकर मैंने उसकी नाइटी खोल दी और उसे बेड के नीचे फेंक दिया। वंदना ने रेड ब्रा और रेड पैंटी पहन रखी थी, जिसमें उसका बदन बेहद सेक्सी लग रहा था। वंदना ने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरा ऊपरी बदन पूरी तरह नंगा कर दिया।

मैंने वंदना को बेड पर लिटा दिया और उसके होठ फिर से चूसने लगा। मेरा एक हाथ ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स दबा रहा था और दूसरा उसकी जांघों को सहला रहा था। वंदना भी अपने दोनों हाथ मेरी नंगी पीठ पर फेर रही थी। मैंने अपनी जीभ से उसके होठों को खोलते हुए जीभ उसके मुंह में डाल दी। वंदना मेरी जीभ को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।

मैंने अपना हाथ उसकी ब्रा में डाला और निप्पल को अंगूठे और उंगली से मसलने लगा। दूसरे हाथ से उसकी चूत को पैंटी के ऊपर से रगड़ने लगा। उसकी पैंटी गीली हो रही थी। मैंने अपनी जीभ को उसके बदन पर घुमाना शुरू किया। उसके गाल, ठुड्डी, गरदन—कोई भी हिस्सा चाटने से नहीं छोड़ा।

बूब्स और निप्पल्स का मजा

धीरे-धीरे मैं नीचे की ओर बढ़ा और उसकी ब्रा के हुक खोल दिए। वंदना के बूब्स और निप्पल्स देखकर मुझे शराब की बोतल का नशा होने लगा। मैंने उसके राइट बूब के निप्पल को मुंह में लेकर चूसना शुरू किया और लेफ्ट बूब के निप्पल को उंगली और अंगूठे से मसलने लगा।

वंदना अब धीरे-धीरे सिसकारियां लेने लगी थी। मैं उसके दोनों निप्पल्स को बारी-बारी चूस रहा था और हल्के से काट भी रहा था। करीब आधे घंटे तक उसके निप्पल्स को चूसने और काटने के बाद मैंने फिर से नीचे का सफर शुरू किया। मेरी जीभ उसके सीने से होती हुई उसके पेट की ओर बढ़ी। जैसे ही मैंने उसकी नाभि में जीभ लगाई, वो चिल्लाई, “आह्ह्ह! ये मुझे क्या हो रहा है? मेरा खुद पर कंट्रोल खत्म हो रहा है। मेरे तन-बदन में आग जल रही है। अब और कितना तड़पाओगे? अब बर्दाश्त नहीं होता, जल्दी से मुझे चोदो। मेरी चूत को तुम्हारे लंड की प्यास लगी है। मेरी चूत की प्यास बुझा दो।”

चूत का स्वाद

लेकिन मेरा सफर जारी रहा। मैं उसकी नाभि से होता हुआ उसकी जांघों तक पहुंचा। मैंने उसकी पैंटी की इलास्टिक को दांतों से पकड़कर नीचे खींचा और उसके पैरों से पैंटी निकाल दी। फिर मैंने उसके पैरों को चूमना शुरू किया। पैरों से होते हुए मैं उसकी इनर थाइज को चूमता हुआ उसकी चूत की ओर बढ़ा।

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उसकी चूत पर हल्के-हल्के बाल थे, जो बहुत मुलायम थे। बच्चा ना होने की वजह से उसकी चूत बिल्कुल वर्जिन लड़की जैसी थी। मैंने उसकी चूत को चूमना शुरू किया। वंदना अपनी कमर उठाकर अपनी चूत मेरे मुंह पर दबाने लगी। मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी चूत के होठों को खोला और जीभ उसकी चूत की दरार में घुमाने लगा। मैंने अपने मुंह में वैक्यूम बनाते हुए उसके क्लिटोरिस को मुंह में लिया और जीभ व दांतों की मदद से चूसने लगा।

वंदना कराह उठी और बोली, “हाय! आज तक मेरे हसबैंड ने भी मेरी चूत नहीं चूसी। ना ही इससे पहले ऐसी आग लगी थी। आह्ह्ह! प्लीज, मेरी चूत को चाटते रहो। मेरे क्लिटोरिस को काटो और चूस-चूसकर मेरी चूत को लाल कर दो।”

वो अपनी कमर उठाकर मेरे मुंह पर चूत दबाने लगी और मेरा सिर पकड़कर चूत पर रगड़ने लगी। उसके दोनों पैर हवा में थे और मुंह से कराहें, सिसकारियां और अजीब-अजीब आवाजें निकल रही थीं।

69 पोजीशन

मैंने उसकी जांघों से मुंह उठाकर कहा, “क्या तुम मेरा लंड चूसना पसंद करोगी?”

वंदना: “लेकिन मुझे नहीं पता कि लंड कैसे चूसा जाता है।”

मैं: “जैसे बच्चा लॉलीपॉप चूसता है, वैसे ही।”

वंदना: “ठीक है, पोजीशन बनाओ।”

मैं बेड पर लेट गया और वंदना को कमर से पकड़कर इस तरह रखा कि उसकी जांघें मेरे मुंह पर और उसका मुंह मेरी जांघों पर हो। हम 69 की पोजीशन में थे। वंदना ने मेरा बरमूडा खोला और जीभ निकालकर मेरे लंड को चाटने लगी। जल्दी ही उसने मेरे लंड का टोपा मुंह में लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।

इधर मैंने उसके चूत के होंठ खोले और जीभ उसकी चूत में घुमाने लगा। मैं उसका क्लिटोरिस चूस रहा था और उसकी गांड को उंगली से सहला रहा था। वंदना ने अजीब सी आवाज निकाली और बोली, “मैं खल्लास होने वाली हूँ। मेरा पानी निकलने वाला है।” इतना कहकर उसने अपनी चूत मेरे मुंह पर चिपका दी और पानी छोड़ दिया। मैं उसका पानी चाटने लगा।

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चुदाई की शुरुआत

उसके पानी चाटने के बाद मैंने उसकी कमर पकड़कर पलट दिया। अब वंदना मेरे नीचे थी और मैं ऊपर, लेकिन पोजीशन 69 वाली ही थी। मेरे पलटने से मेरा पूरा लंड उसके गले तक घुस गया। उसकी आंखों से आंसू निकल आए, लेकिन उसने लंड निकालने को नहीं कहा। मेरा लंड अब उसके मुंह को चोद रहा था और मेरा मुंह उसकी चूत को।

15 मिनट बाद मैं उसके ऊपर से उतरा और उसकी टांगों के बीच पोजीशन बनाई। वंदना अपने बूब्स खुद मसल रही थी और निचले होठ को दांतों से काट रही थी। मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधों पर रखे और लंड उसकी चूत पर लगाया। एक झटके में मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया। वंदना के मुंह से तेज चीख निकली।

वो बोली, “प्लीज, धीरे करो। तुम्हारा लंड मेरे हसबैंड से डबल मोटा है। क्या मेरी चूत फाड़ ही दोगे?”

मैंने एक और झटका दिया और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया। मैंने उसके होठों को अपने होठों में लिया और दोनों हाथों से उसके निप्पल्स मसलने लगा। धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए। थोड़ी देर बाद वंदना को भी मजा आने लगा और वो अपने चूतड़ उठाकर मेरा लंड अपनी चूत में लेने लगी।

मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ाई। वंदना अब जोर-जोर से आवाजें निकाल रही थी, “आह्ह्ह! और तेज! ऐसे तो मेरे हसबैंड कभी नहीं चोदते। आज मैं जान गई कि आपकी वाइफ हमेशा आपका गुणगान क्यों करती है। आप बहुत अच्छी तरह चूत चूसते और चोदते हैं। आह्ह्ह! चोदो!”

पोजीशन चेंज

10 मिनट धक्के लगाने के बाद मैंने उसकी गरदन और चूतड़ों के नीचे हाथ लगाए और उसे पलट दिया। अब मैं नीचे था और वंदना ऊपर। वो मेरे लंड पर अपने चूतड़ नचाते हुए लंड को चूत में ले रही थी। उसने झुककर मेरा एक निप्पल दांतों में लिया और जीभ से चूसने लगी। मैं भी उसके चूतड़ पकड़कर नीचे से धक्के लगा रहा था।

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वंदना फिर बोली, “आह्ह्ह! मैं फिर से खल्लास होने वाली हूँ।” इतना कहकर वो मेरे ऊपर निढाल होकर गिर गई। लेकिन मेरा पानी अभी नहीं निकला था। मैंने कहा, “मेरा पानी भी तो निकालो।”

वंदना: “मैं बहुत थक गई हूँ। अब जैसे चाहो, वैसे अपना पानी निकाल लो।”

मैंने उसे कुतिया (डॉगी स्टाइल) बनने को कहा। वंदना अपने घुटनों और हाथों पर कुतिया बन गई। मैंने उसे बेड के किनारे खींचा और खुद फर्श पर खड़ा हो गया। मैंने जीभ निकालकर उसकी चूत चाटना शुरू किया और एक उंगली उसकी गांड में फिराने लगा। जल्दी ही वंदना फिर गर्म हो गई और अपनी चूत मेरे मुंह पर चिपकाने लगी।

मैंने लंड उसकी चूत पर रखा और एक तेज झटका दिया। मेरा लंड एक ही बार में पूरा घुस गया। मैं उसके चूतड़ पकड़कर धक्के लगाने लगा। फिर मैंने उसके चूतड़ों की दरार खोली और उसकी गांड सहलाने लगा। मैंने अपनी मिडिल फिंगर उसके मुंह में डाली। वंदना उसे चूसने लगी। जब उंगली पूरी तरह गीली हो गई, मैंने उसे निकाला और उसकी गांड में एक झटके से घुसेड़ दी।

वंदना चिल्लाई, “क्या करते हो? मेरी गांड में उंगली क्यों डाल रहे हो? बहुत दर्द हो रहा है। प्लीज, उंगली निकालो।”

लेकिन मैंने उंगली नहीं निकाली और उसकी चूत को लंड से चोदते हुए गांड को उंगली से चोदता रहा। जल्दी ही वंदना को गांड में उंगली का मजा आने लगा। वो बोली, “तुम तो डबल मजा देते हो। मुझे नहीं पता था कि गांड में भी मजा आता है।”

मैं: “क्या तुमने पॉर्न मूवी नहीं देखी? मैं तो सिर्फ उंगली कर रहा हूँ। पॉर्न में तो पूरा लंड डालते हैं। मैं अपनी वाइफ को हर रात दो बार चोदता हूँ—एक बार चूत और दूसरी बार गांड। क्या तुम अपनी गांड चुदवाना चाहोगी?”

वंदना: “अभी तो मेरी चूत चोदो। गांड की बाद में सोचेंगे।”

क्लाइमेक्स

वंदना अपने चूतड़ तेजी से पीछे धकेलने लगी। मैं समझ गया कि वो तीसरी बार खल्लास होने वाली है। मैं भी अब खल्लास होने के कगार पर था। मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ाई और पूछा, “मैं अपना पानी कहां निकालूं? तुम्हारी चूत में या मुंह में?”

वंदना: “अभी मेरी चूत का पानी निकालो। मुंह या गांड में बाद में निकालना।” इतना कहकर वो चिल्लाने लगी, “आह्ह्ह! तेज! और तेज! प्लीज, अंदर तक पेलो। अपनी गोलियां भी मेरी चूत में डाल दो। मेरी गांड में भी उंगली की स्पीड बढ़ाओ। आह्ह्ह! मैं गई!”

उसने अपनी चूत मेरे लंड पर चिपका दी और मैं भी पूरी तरह उसके पीछे चिपक गया। मेरे लंड से झरना फूट पड़ा और वंदना की चूत मेरे पानी से लबालब भर गई। पानी उसकी चूत के किनारों से रिसने लगा।

हम दोनों सीधे होकर लेट गए। वंदना ने अपना सिर मेरे सीने पर रख लिया। इस थकाऊ चुदाई के बाद हम दोनों सो गए। उस रात मैंने वंदना के साथ तीन बार सेक्स किया। अगले दिन मैं ऑफिस भी नहीं गया। दिन में भी मैंने वंदना को दो बार चोदा—एक बार डाइनिंग टेबल पर और एक बार सोफे पर। दूसरी रात मैंने वंदना की गांड भी चोदी।