इंस्टाग्राम से दोस्ती, फिर जबरदस्त चुदाई
नमस्ते दोस्तों, मैं हूँ राजा बाबू, एक बार फिर अपनी दिलकश और कामुक कहानी लेकर हाज़िर हूँ। ये कहानी है मेरी और एक हॉट सी लड़की साधना की, जिसे मैंने इंस्टाग्राम पर पटाया और फिर उसकी ऐसी चुदाई की कि वो मेरे लंड की दीवानी हो गई। तो चलिए, बिना वक़्त गँवाए, सीधे कहानी पर आते हैं, जो आपके दिल और जिस्म, दोनों को गर्म कर देगी।
मेरी और साधना की मुलाकात
मैं राजा बाबू, उम्र 24 साल, लखनऊ में रहता हूँ और एक सरकारी नौकरी में हूँ। मेरा लंड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी लड़की को दीवाना बना सकता है। चार महीने पहले की बात है, मैं इंस्टाग्राम पर टाइमपास कर रहा था। तभी मेरी नज़र पड़ी साधना पर। वो भी लखनऊ की थी, 22 साल की, लखनऊ यूनिवर्सिटी में बीएससी सेकेंड ईयर की स्टूडेंट और NCC कैडेट। उसकी फिटनेस कमाल की थी—पतली कमर, छोटी-छोटी मगर टाइट चुचियाँ, पतले लाल होंठ, और एकदम मस्त फिगर। उसकी एक फोटो में वो इतनी हॉट लग रही थी कि मेरा लंड तुरंत सलामी देने लगा।
मैंने उसे मैसेज किया, और उसने रिप्लाई कर दिया। बस, यहीं से हमारी चैट शुरू हो गई। धीरे-धीरे बातें व्हाट्सएप पर शिफ्ट हो गईं। मेरा ब्रेकअप हो चुका था, और साधना का भी अपने बॉयफ्रेंड से कुछ खास नहीं चल रहा था। हमारी बातें अब फ्लर्टी हो चली थीं। एक दिन मैंने उससे कहा, “साधना, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो।” उसने बताया कि उसका बॉयफ्रेंड है, मगर मैंने हार नहीं मानी। धीरे-धीरे हमारी दोस्ती गहरी होती गई।
सेक्सी बातों का सिलसिला
एक रात चैट में साधना ने पूछा, “तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड थी?” मैंने बताया कि थी, मगर ब्रेकअप हो गया। फिर उसने पूछा, “कभी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ कुछ किया?” मैंने खुलकर कहा, “हाँ, 15-20 बार तो चोदा होगा।” वो चौंकी, मगर उत्सुकता से बोली, “कितनी देर तक करते थे?” मैंने मज़े लेते हुए कहा, “इतनी देर कि मेरी गर्लफ्रेंड तीन बार झड़ जाती थी, तब मेरा निकलता था।” साधना ने हँसते हुए कहा, “सही है यार, फिर तो तू रियल स्टड है!”
फिर मैंने उससे पूछा, “तूने अपने बॉयफ्रेंड के साथ कितनी बार किया?” उसने शर्माते हुए कहा, “5-6 बार, मगर वो मुझे सैटिस्फाई नहीं कर पाता।” मैंने मौका देखकर पूछा, “क्यों, उसका छोटा था?” वो बोली, “नहीं, जल्दी निकल जाता था।” बस, मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया। मैंने सोच लिया कि अब तो इसकी चूत को अपने लंड का स्वाद चखाना ही है।
कुछ दिन बाद साधना ने बताया कि उसका ब्रेकअप हो गया। मैं तो मन ही मन नाचने लगा। अब हमारी बातें और खुलीं। एक दिन मैंने कहा, “कोई हॉट फोटो भेज ना।” उसने एक ऐसी फोटो भेजी जिसमें उसने टाइट टी-शर्ट पहनी थी, और उसके बूब्स साफ़ झलक रहे थे। मैंने मज़े लेते हुए कहा, “यार, ये फोटो तो मेरे लंड को बेकाबू कर रही है।” वो हँसी और बोली, “मेरे भी तो अरमान जागे हुए हैं।” मैं समझ गया कि ये चुदने को तैयार है।
पहली मुलाकात और मॉल में मस्ती
एक हफ्ते बाद साधना लखनऊ वापस आई। मैंने उसे मिलने के लिए क्राउन मॉल बुलाया। जुलाई का महीना था, बारिश हो रही थी। मैं मॉल में उसका इंतज़ार कर रहा था। तभी वो आई—हल्की सी टी-शर्ट, टाइट नीली जीन्स, पतली कमर, 32 साइज़ के बूब्स, और लाल होंठ। उसे देखकर मेरा लंड पैंट में उछलने लगा। मैंने उससे हाथ मिलाया, उसके मुलायम हाथों को हल्के से दबाया। वो शरमाई, मगर हँस दी। मैंने कहा, “यार, तू तो फोटो से भी ज़्यादा हॉट है, एकदम कड़क माल!” वो और शरमा गई।
हम रेस्टोरेंट में बैठे, पिज़्ज़ा और कॉफी ऑर्डर की। मैं बार-बार उसके बूब्स को घूर रहा था, और वो अपने होंठों को जीभ से चाट रही थी, जैसे मुझे और तड़पाना चाहती हो। हम मॉल में घूमे, मैंने उसे शॉपिंग के लिए कहा। उसने एक शर्ट, जीन्स, और टी-शर्ट लिया। मैं बस उसे खुश करना चाहता था, ताकि उसकी चुदाई का रास्ता साफ हो। साधना ने कहा, “मेरे बॉयफ्रेंड ने कभी ऐसा नहीं किया।” मैंने मज़े लेते हुए कहा, “अभी तो बहुत कुछ करना है, जो उसने कभी नहीं किया।” वो हल्के से मुस्कुराई।
रूम पर ले जाकर चुदाई की शुरुआत
शाम के 5 बज चुके थे। साधना को उसके रूम पार्टनर का कॉल आया कि उसे कहीं जाना है। मैंने मौका देखकर कहा, “आज मेरे रूम पर चल।” उसने हामी भर दी। मैं तो खुशी से पागल हो गया। हमने खाना खाया, केक ऑर्डर किया, और रात 7 बजे मेरे 1 BHK रूम पर पहुँच गए।
रूम पर पहुँचकर मैंने साधना को बैठाया और फ्रेश होने बाथरूम चला गया। मैंने हाफ लोअर और टी-शर्ट पहनी। मेरा लंड खड़ा था, जो बाहर से साफ़ दिख रहा था। साधना ने चोरी-चोरी मेरे लंड को देखा। मैंने कहा, “जा, फ्रेश हो जा, मेरी टी-शर्ट और लोअर पहन ले।” वो बाथरूम गई, नहाकर मेरी टी-शर्ट और लोअर में बाहर निकली। उसने ब्रा निकाल दी थी, उसके निप्पल्स टी-शर्ट से साफ़ झलक रहे थे। मैं तो उसे देखकर पागल हो गया। मेरा लंड फिर से टनटना उठा। मैंने कहा, “यार, अब तो तू कयामत ढा रही है, खुद को कंट्रोल करना मुश्किल है।” वो शरमाते हुए बोली, “संभाल ले।”
बिस्तर पर गर्मागर्म माहौल
मैंने कहा कि वो बेड पर सो जाए, मैं नीचे सो जाता हूँ। मगर साधना बोली, “कोई बात नहीं, दोनों बेड पर सो जाते हैं।” मैं समझ गया कि आज ये चुदने के मूड में है। हम एक कम्बल ओढ़कर लेट गए। हमारे पैर आपस में टच हो रहे थे। हम मोबाइल देख रहे थे। तभी साधना ने पूछा, “तुम्हारा ब्रेकअप क्यों हुआ?” मैंने बताया, “टाइम नहीं दे पाया।” फिर उसने मज़े लेते हुए कहा, “उसके साथ सब किया था, तो याद आती होगी?” मैंने कहा, “हाँ, मगर जैसे तू उंगली से काम चला लेती है, वैसे ही मैं भी।” वो शरमा गई और हल्की सी स्माइल दी।
मैंने मौका देखकर कहा, “तूने मेरे प्रपोजल का जवाब नहीं दिया।” वो बोली, “तेरे साथ लेटी हूँ, अब समझ जा।” बस, मुझे ग्रीन सिग्नल मिल गया। मैंने अपना हाथ उसके हाथ पर रखा। उसने हल्के से हाथ हटाया, मगर कुछ बोली नहीं। मैंने फिर से उसका हाथ पकड़ा, इस बार उसने नहीं हटाया। मैं हल्के-हल्के उसकी हथेली दबाने लगा। कम्बल में अपने पैरों को उसके पैरों से रगड़ने लगा। साधना ने भी मेरी हथेली को पकड़कर दबाना शुरू किया। मैं समझ गया कि आज चुदाई पक्की है।
चुदाई का कामुक खेल
थोड़ी देर बाद मैंने अपना हाथ उसके पेट पर रखा। टी-शर्ट के ऊपर से ही उसका पेट सहलाने लगा। उसने कोई विरोध नहीं किया। मैंने पूछा, “लास्ट टाइम अपने बॉयफ्रेंड के साथ कब किया था?” वो बोली, “5-6 महीने पहले।” मैंने मज़े लेते हुए पूछा, “और उंगली कब की?” वो शरमाते हुए बोली, “कल रात।” मेरा लंड अब फटने को तैयार था। मैंने हल्के-हल्के उसके बूब्स पर हाथ रखा। वो एक बार मुझे देखकर फिर मोबाइल देखने लगी। उसकी साँसें तेज़ हो गईं। मैंने हल्के से उसके बूब्स दबाए—क्या मस्त, मुलायम और टाइट बूब्स थे! साधना की सिसकी निकल गई, “स्स्सीईईई… आह्ह…” उसने आँखें बंद कर लीं।
अब मैंने उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से मसलना शुरू किया। साधना सिसकियाँ ले रही थी, “स्स्सीईईई… आह्ह… हम्मम… स्स्सीईईई…” मुझसे अब रहा नहीं गया। मैंने उसके सिर को पकड़ा, उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। साधना ने भी मेरे होंठों को लपक लिया और ज़ोर-ज़ोर से किस करने लगी। वो किस करने में एक्सपर्ट थी। कभी मैं उसके होंठ चूसता, कभी वो मेरे। जीभ से जीभ मिल रही थी। मैंने लाइट जलाई, साधना शरमा गई। उसके होंठ लाल हो चुके थे, चेहरा कामुक लग रहा था।
मैंने उसकी टी-शर्ट उतारी। उसके 34 साइज़ के बूब्स मेरे सामने थे—टाइट निप्पल्स, एकदम कड़क। मैंने उसे लिटाया, उसके होंठों को फिर से चूसने लगा। वो भी ज़ोर-ज़ोर से किस कर रही थी। मैंने उसकी निप्पल्स को मसला, वो सिसकियाँ लेने लगी, “स्स्सीईईई… आह्ह… हम्मम…” मैंने उसके बूब्स को मुँह में लिया, चूसने लगा। साधना अपने सीने को ऊपर उठा रही थी, मेरे सिर को अपने बूब्स पर दबा रही थी। “स्स्सीईईई… आह्ह… और चूसो… हम्मम…”
चूत में लंड का जलवा
मैंने उसका लोअर उतारा। उसकी चूत मेरे सामने थी—गीली, टाइट, और पानी टपक रहा था। मैंने भी अपना लोअर उतारा, मेरा 8 इंच का लंड टनटनाता हुआ बाहर आया। मैंने साधना की चूत को हल्के से छुआ, वो कमर उछालने लगी। मैंने उसकी चूत को मसला, वो सिसकियाँ लेने लगी, “स्स्सीईईई… आह्ह… उफ्फ…” मैंने उसका हाथ अपने लंड पर रखा। पहले उसने हटाया, मगर फिर हल्के-हल्के मसलने लगी।
मैंने साधना की गांड के नीचे तकिया रखा, उसकी चूत ऊपर उठ गई। मैंने अपना लंड उसकी चूत पर सेट किया और किस करते हुए हल्का सा धक्का मारा। मेरा 2 इंच लंड उसकी गीली चूत में चला गया। साधना ने मुझे ज़ोर से पकड़ा, तेज़-तेज़ किस करने लगी। मैंने एक और धक्का मारा, आधा लंड अंदर गया। उसकी चूत टाइट थी, वो सिसकियाँ लेने लगी, “स्स्सीईईई… आह्ह… धीरे…” मैंने उसकी कमर पकड़ी, एक ज़ोरदार धक्का मारा, मेरा पूरा 8 इंच का लंड उसकी चूत में समा गया।
साधना चीख पड़ी, “स्स्सीईईई… आह्ह… निकाल लो… दर्द हो रहा है…” वो रोने लगी, मगर मैंने उसे पकड़ रखा था। मैं उसके बूब्स दबाने लगा, होंठ चूसने लगा। थोड़ी देर में उसका दर्द कम हुआ, वो भी किस करने लगी। अब मैंने अपनी कमर हिलानी शुरू की, उसकी चुदाई करने लगा। साधना भी नीचे से कमर उठाकर साथ देने लगी। मैं उसके बूब्स मसल रहा था, चूत में लंड पेल रहा था। हर धक्के पर उसकी चूत से “फच-फच” की आवाज़ आ रही थी।
ताबड़तोड़ चुदाई और झड़ने का मज़ा
थोड़ी देर बाद साधना ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी, “स्स्सीईईई… और तेज़… चोदो… आह्ह… यस्स…” वो झड़ने लगी, उसकी चूत ने गर्म पानी छोड़ दिया। मगर मेरा अभी बाकी था। मैंने उसे फिर से चोदना शुरू किया। साधना बोली, “रुक जाओ, थोड़ा रेस्ट…” मैंने उसके बूब्स दबाए, उसे किस किया। थोड़ी देर बाद उसने फिर से कमर हिलानी शुरू की। मैंने लंड बाहर निकाला और एक ज़ोरदार धक्के में पूरा लंड पेल दिया। साधना चीखी, “स्स्सीईईई… आह्ह… मम्मी…” मगर अब वो मज़े ले रही थी।
मैं तेज़-तेज़ झटके मारने लगा। साधना हर धक्के पर चीख रही थी, “आह्ह… मम्मी… और तेज़… यस्स… बेबी… स्स्सीईईई…” वो दूसरी बार झड़ी, उसकी चूत पानी से भर गई। मैं अभी भी चोद रहा था। साधना रोने लगी, मगर तीसरी बार फिर गर्म हो गई। “और तेज़… चोदो… मजा आ रहा है…” वो फिर झड़ी, और इस बार मेरा भी होने वाला था। मैंने तेज़-तेज़ झटके मारे, और उसकी चूत में झड़ गया। मेरे लंड ने इतना पानी छोड़ा कि उसकी चूत लबालब भर गई।
मैं उसके ऊपर लेट गया, उसे किस करने लगा। उसका चेहरा पसीने से भीगा था, लाल हो चुका था। मैंने उसकी चूत साफ की, पानी पिलाया, और बगल में लेट गया। मैंने पूछा, “कैसा लगा?” वो बोली, “पहली बार इतना मज़ा आया। तू तो रियल मर्द है।” मैंने कहा, “अब ये मज़ा हमेशा मिलेगा।” उस रात मैंने साधना को तीन बार चोदा, और उसकी गांड भी मारी। आज भी उसकी चुदाई का सिलसिला जारी है।
राजा बाबू