अनामिका मैम के साथ कंप्यूटर लैब में चुदाई का मज़ा
पढ़िए राजू की सच्ची सेक्स कहानी, जहाँ कंप्यूटर लैब में अनामिका मैम के साथ हुई हॉट चुदाई। उनके सेक्सी फिगर और साड़ी के जादू ने कैसे राजू को दीवाना बनाया, जानें इस गर्म किस्से में।
एक नज़र में ही, मेरा दिल और जिस्म दोनों उसके हवाले हो गए। दोस्तों, मैं राजू, एक बार फिर आपके सामने अपनी ज़िंदगी का एक सच्चा और गर्म किस्सा लेकर आया हूँ। ये मेरी ज़िंदगी का दूसरा सेक्स एक्सपीरियंस है, जो मेरे दिल-ओ-दिमाग पर छपा हुआ है। बात तब की है जब मैं गाँव से मुंबई वापस आया था, जहाँ मैंने अपनी पहली चुदाई का मज़ा लिया था जोति के साथ। अब स्कूल शुरू हो चुका था, और एक नया सब्जेक्ट हमें पढ़ाया जा रहा था – कंप्यूटर। मैं तो वैसे भी टेक का शौकीन था, और कंप्यूटर सीखने का जुनून सर चढ़ कर बोल रहा था। पर मुझे क्या पता था कि ये क्लास मेरी ज़िंदगी का एक ऐसा मोड़ बन जाएगा, जहाँ न दिल संभल पाएगा, न जिस्म।
हमारी कंप्यूटर टीचर थी – अनामिका मैम। एकदम सेक्सी, एकदम बोल्ड, और एक डिप्लोमा होल्डर लड़की, जिसका फिगर इतना परफेक्ट था कि कोई भी देखकर ठुमका लगा दे। उनका फिगर (36-24-36) ऐसा था, मानो किसी स्कल्प्टर ने तराश कर बनाया हो। उनके बूब्स टाइट ब्लाउज़ में कैद, और हिप्स साड़ी में ऐसे लचकते थे जैसे कोई सेडक्शन का जादू चल रहा हो। पर मैंने कभी उनके बारे में गलत नहीं सोचा। मैं तो बस अपने कंप्यूटर के कोड्स में खोया रहता था। लेकिन शायद अनामिका मैम के दिल में कुछ और ही चल रहा था। उन्होंने एक ही नज़र में मेरी जवानी को भाँप लिया था। उन्हें पता था कि मैं अब “अनाड़ी” नहीं रहा, और शायद यही वजह थी कि उन्होंने मुझे अपना निशाना बनाने का प्लान बना लिया।
अनामिका मैम अब क्लास में एक अलग ही अंदाज़ में आने लगी। पहले तो वो सिम्पल सलवार-सूट या साड़ी पहनती थी, पर अब उनका हर ड्रेस एक सेक्सी स्टेटमेंट बन गया था। कभी डीप नेक ब्लाउज़, कभी ट्रांसपेरेंट साड़ी, और कभी इतनी टाइट साड़ी कि उनका हर कर्व साफ दिखता। एक दिन उन्होंने लाल रंग की साड़ी पहनी थी – प्योर लाल रंग की, जो उनके बदन से चिपकी हुई थी। साड़ी का पल्लू इतना पतला था कि उनके टाइट ब्लाउज़ में उभरे हुए बूब्स साफ दिख रहे थे। उनका नेवल, जो साड़ी के नीचे थोड़ा सा झलक रहा था, मानो मुझे इनवाइट कर रहा हो। वो जब चलती थी, तो उनके हिप्स का स्वे किसी भी लड़के के होश उड़ा देता। मैं तो बस देखता ही रह गया।
कंप्यूटर लैब में जब मैं गया, उन्होंने मुझे एक मिस्टीरियस स्माइल दी। दिल तो धड़कने लगा, पर मैंने सोचा शायद ये मेरा वहम है। क्लास शुरू हुई, और अनामिका मैम सबको पढ़ाने लगी। पर उनकी नज़र बार-बार मुझपर रुक रही थी। वो जान बूझकर अपनी साड़ी का पल्लू थोड़ा सा गिराती, जिससे उनका क्लीवेज और भी प्रॉमिनेंट हो जाता। मैं कोशिश कर रहा था कि फोकस करूँ, पर मेरा दिमाग और जिस्म दोनों उसके इशारों के गुलाम बनते जा रहे थे। क्लास के बीच में उन्होंने एक बार अपनी साड़ी का एक हिस्सा थोड़ा सा उठाया, और मुझे अपनी सिल्की थाइज़ की एक झलक दिखाई। बस, ये मेरी कंट्रोल का आखिरी टेस्ट था। मेरा लंड पैंट में टाइट होने लगा, और मैं अपनी एक्साइटमेंट छुपाने के लिए टेबल के नीचे झुक गया।
उस दिन उन्होंने क्लास को जल्दी खत्म कर दिया। सब लड़के लैब से निकल गए, पर जब मैं जाने लगा, उन्होंने मुझे रोक लिया। “राजू, ज़रा रुक जाओ,” उन्होंने अपनी मधोश आवाज़ में कहा। मैं रुक गया, और दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़कने लगा। लैब का दरवाज़ा उन्होंने धीरे से बंद किया, और लॉक कर दिया। अब सिर्फ हम दोनों थे – एक छोटा सा रूम, और भरपूर गर्मी। वो मेरे पास आई, अपनी साड़ी का पल्लू थोड़ा सा एडजस्ट करती हुई, और बोली, “बताओ, मैं कैसी लग रही हूँ आज?” उनकी आवाज़ में एक सेडक्टिव टोन था, और उनकी आँखों में एक आग सी जल रही थी। मैं चुप रहा, क्योंकि मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या बोलूँ। तभी उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ाया, और अपने हाथों से मेरा चेहरा छुआ। “शर्माओ मत, राजू। मुझे पता है तुम क्या-क्या कर चुके हो। एक नज़र में ही सब समझ आता है,” उन्होंने कहा, और अपने होंठों को मेरे होंठों के करीब ले आई।
अगले ही पल, उन्होंने मुझे किस करना शुरू कर दिया। उनके सॉफ्ट, जूसी लिप्स मेरे लिप्स पर थे, और मैं तो जैसे किसी और दुनिया में चला गया। पहले तो मैं थोड़ा हेजिटेंट था, पर उनकी गर्म साँसें और उनका एग्रेसिव अंदाज़ ने मुझे भी जोश दिला दिया। मैं भी उन्हें किस करने लगा, और हम दोनों एक दूसरे में खो गए। मेरा हाथ अपने आप उनके ब्लाउज़ के बटन्स पर चला गया। एक-एक करके मैंने उनके ब्लाउज़ के हुक खोले, और जब ब्लाउज़ उतारा, तो देखा कि उन्होंने अंदर कुछ भी नहीं पहना था। उनके राउंड, टाइट बूब्स मेरे सामने थे, और उनके पिंक निपल्स मुझे पागल कर रहे थे। मैंने अपने हाथों से उनके बूब्स दबाए, और वो सिसकारीयाँ भरने लगी। “आह, राजू, और ज़ोर से,” उन्होंने कहा, और मैंने उनके बूब्स को और भी पैशनेटली मसलना शुरू कर दिया।
फिर उन्होंने मेरी पैंट की ज़िप खोली, और मेरा लंड, जो ऑलरेडी रॉक हार्ड था, उनके हाथों में आ गया। वो उसे धीरे-धीरे सहलाने लगी, और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगी। उनकी टंग का मैजिक मेरा कंट्रोल तोड़ रहा था। मैं तो बस सिसकारीयाँ ही भर रहा था। थोड़ी देर बाद, मैंने उनकी साड़ी उतारने की कोशिश की, पर उन्होंने रोका। “साड़ी उतारने की ज़रूरत नहीं, राजू। बस इसके अंदर आजा,” उन्होंने कहा, और अपनी साड़ी को थोड़ा सा उठाया। उनकी सिल्की थाइज़ और क्लीन-शेवन चूत मेरे सामने थी। मैंने अपना मुँह उनकी साड़ी के अंदर डाला, और उनकी चूत को लिक करना शुरू किया। उनकी सिसकारीयाँ और ज़ोर हो गई, और वो अपने हाथों से मेरा सिर अपनी चूत पर दबाने लगी।
थोड़ी देर बाद, उन्होंने मुझे उठाया और अपनी साड़ी को और ऊपर किया। “अब डाल दो, राजू। और देर मत करो,” उन्होंने कहा। मैंने अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया, और एक ही झटके में अंदर डाल दिया। वो एक ज़ोर की सिसकारी ली, और बोली, “आह, कितना बड़ा है तेरा!” मैं धीरे-धीरे धक्के मारने लगा, और वो भी अपनी कमर हिला-हिला कर मेरा साथ देने लगी। लैब में सिर्फ हम दोनों की सिसकारीयाँ और चुदाई की आवाज़ें गूँज रही थी। 20 मिनट तक हम दोनों एक दूसरे में खोए रहे, और फिर एक साथ झड़ गए। वो मेरी बाहों में लेट गई, और हम दोनों ने एक दूसरे को एक लंबी किस दी।
उसके बाद, हमने अपने कपड़े ठीक किए। उन्होंने मुझे एक नॉटी स्माइल दी, और कहा, “ये सिर्फ शुरुआत है, राजू। अब जब भी मौका मिलेगा, हम ये मज़ा दोबारा लेंगे।” मैं क्लास में वापस चला गया, पर मेरा दिमाग अब भी उनके बदन के कर्व्स और उनकी गर्म सिसकारीयों में उलझा हुआ था। आज मैं उस स्कूल में नहीं हूँ, और अनामिका मैम की शादी हो चुकी है। पर जब भी हमें मौका मिलता है, हम दोनों वही पुराना जादू फिर से जगा देते हैं।
तो दोस्तों, कैसी लगी मेरी ये कहानी? अगर आपको ये गर्म किस्सा पसंद आया, या आप और ऐसी कहानियाँ सुनना चाहते हैं, तो मुझे मेल करो। सिर्फ लड़कियाँ ही मेल करें, क्योंकि मैं न सिर्फ कहानियाँ लिखता हूँ, बल्कि सुनाता भी हूँ। अगर आपको फोन पर ये कहानी सुनने का मज़ा लेना है, या कुछ और स्पाइसी बातें करनी है, तो मुझे कॉन्टैक्ट करो। मैं अपना नंबर दे दूँगा, और फिर बात दिल से दिल तक जाएगी। और हाँ, अगर कोई लड़की चुदाई का मज़ा लेना चाहती है, तो भी मुझे मेल कर सकती है। चलो, अब मुझे बताओ – ये कहानी कितनी हॉट थी?