हॉट और सेक्सी कहानी: थिएटर से घर तक का रोमांस
हेलो दोस्तो, काफी लंबे समय बाद मैं फिर से हाजिर हूँ अपनी कुछ नई और हॉट एक्सपीरियंस के साथ। इस गैप में मैंने तीन लड़कियों के साथ कई बार सेक्स किया, और आज मैं आपको अपनी इन सेक्सी और मजेदार कहानियों के बारे में बताने जा रहा हूँ। मेरी पहले की स्टोरीज आपने पढ़ी होंगी, लेकिन अब मैं अपने नए एक्सपीरियंस शेयर करने जा रहा हूँ। मेरी ज्यादातर कहानियाँ थिएटर से ही शुरू होती हैं, क्योंकि वहाँ मिलने और इंजॉय करने की सबसे बेस्ट जगह है। थिएटर में अक्सर जगह खाली ही होती है, जो इसे और भी परफेक्ट बनाती है।
मेरे बारे में
मेरा नाम जशन है, और मैं इतना स्मार्ट हूँ कि कोई भी लड़की आसानी से मुझ पर फिदा हो जाए। मेरा डिक साइज 6 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, जो नॉर्मल साइज है, लेकिन मजा फुल देता है। अब ज्यादा टाइम वेस्ट न करते हुए, मैं अपनी नई और हॉट सेक्स स्टोरी पर आता हूँ।
कहानी की शुरुआत
ये बात दो साल पहले की है, जब मैंने एमटेक के लिए एडमिशन लिया था। उस वक्त मैंने अपनी फिजिक भी काफी अच्छी बना रखी थी। क्लास में पहला दिन था, और जैसे ही मैं अंदर घुसा, मेरा ध्यान फर्स्ट बेंच पर बैठी एक लड़की पर गया। वो मुझे ऐसे देख रही थी जैसे उसकी नजरें मुझसे कुछ कह रही हों। मुझे समझने में देर नहीं लगी कि वो मुझमें इंटरेस्टेड है। लेकिन पहला दिन था, तो मैंने कुछ कहा नहीं।
उस लड़की का नाम था पूजा। हाइट 5 फीट 1 इंच, देखने में एकदम कयामत, और उसका फिगर 36-28-26। उसकी आँखें इतनी अट्रैक्टिव थीं कि वो अपने दिल की बात बिना कहे ही बयान कर देती थीं। तीन दिन बाद क्लास में मेरी सबके साथ अच्छी दोस्ती हो गई थी, और पूजा से भी हाय-हेलो शुरू हो गया। वो मेरे बगल वाली बेंच पर बैठती थी। एक दिन उसने मुझसे मेरा नंबर माँगा, मैंने दे दिया और उसका नंबर भी ले लिया। लेकिन मैंने कॉल नहीं की।
दोस्ती से इश्क तक
कुछ दिन बाद मेरे मन में ख्याल आया कि क्यों न उससे बात शुरू की जाए। मैंने उसे एक जोक सेंड किया, और तुरंत उसका कॉल आ गया। बस फिर क्या, हमारी बातें शुरू हो गईं। हम रोज बात करने लगे। मुझे पता चला कि उसका एक बॉयफ्रेंड भी है, लेकिन मुझे क्या, मैंने तो उससे शादी नहीं करनी थी। हमारी बातें अब देर रात तक होने लगीं। क्लास में भी हम साथ बैठने लगे। पूजा सेक्सी ड्रेस पहनकर आती थी, जो मुझे और भी अट्रैक्ट करती थी।
एक दिन क्लास में मैंने उसकी जांघों पर अपना हाथ रख दिया। वो थोड़ा शॉक्ड हुई, लेकिन कुछ बोली नहीं और सिर्फ स्माइल दी। मुझे ग्रीन सिग्नल मिल चुका था। इसके बाद हम और ओपनली बातें करने लगे। उसने बताया कि वो पिछले चार साल से अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर रही है। अब हम रोज सेक्स की बातें करने लगे। फिर मैंने उसे मूवी देखने के लिए पूछा, और उसने हाँ कर दी। अगले दिन हमने मॉर्निंग शो का प्लान बनाया और थिएटर पहुँच गए।
थिएटर में हॉट मोमेंट्स
थिएटर में पूजा को देखकर मैं तो पागल हो गया। उसने टाइट कैप्री और डीप नेक टॉप पहना था, जिसमें से उसका व्हाइट और डीप क्लीवेज साफ दिख रहा था। उसने मेरी तरफ देखा और बोली, “ध्यान हटाओ, ये बाहर नहीं आने वाले।” मैं हँस पड़ा, और हम मूवी देखने चले गए। मूवी देखते वक्त मैंने अपनी आर्म उसके पीछे से उसके कंधों पर रख दी। उसने कुछ नहीं कहा। मैं समझ गया कि वो भी तैयार है। फिर मैंने उसका चेहरा अपनी तरफ किया और उसके लिप्स पर अपने लिप्स रखकर उसे किस कर दिया। उफ्फ्फ, वो भी मेरा साथ देने लगी, जैसे वो भी यही चाहती थी।
मैंने उसे कसकर पकड़ लिया और उसके होंठों को अपनी जीभ से चूसने लगा। वो मेरा पूरा साथ दे रही थी। तभी मैंने अपना एक हाथ उसके टॉप में डाल दिया। वो थोड़ा हट गई और मुझे देखने लगी। मेरा हाथ अभी भी उसके टॉप में था। मैंने उसकी बेली रिंग को टच किया, और उसने स्माइल दी। मुझे समझ आ गया कि उसे कोई प्रॉब्लम नहीं है। मैंने उसे फिर से अपनी बाहों में लिया और किस शुरू कर दी। अब उसकी साँसें गर्म होने लगी थीं। मैंने धीरे-धीरे अपना हाथ उसके बूब्स तक ले गया और ब्रा के ऊपर से ही उन्हें दबाने लगा। वो सिसकारियाँ लेने लगी।
अब मैं और आगे बढ़ना चाहता था। मैंने उसकी पीठ पर हाथ ले जाकर उसकी ब्रा की हुक खोलने की कोशिश की। उसने मना किया, लेकिन मेरे अंदर अब कंट्रोल नहीं था। उसने फिर कुछ नहीं कहा, और मैंने उसकी ब्रा की हुक खोल दी। मैं उसके सामने घुटनों के बल बैठ गया, उसका टॉप ऊपर उठाया और उसकी बेली रिंग पर किस कर दी। उसने “आह्ह” करके एक सिसकारी ली। वो पूरी तरह गर्म हो चुकी थी। मैंने उसका टॉप और ब्रा ऊपर कर दी। हल्की रोशनी में उसके बूब्स दिखे। मैंने उसकी तरफ देखकर स्माइल की और उसके बूब्स पर टूट पड़ा। पहले मैंने अपने दोनों हाथों से उन्हें सहलाया, वो बहुत सॉफ्ट थे। फिर मैंने उसके राइट बूब पर किस की और उसे जितना मुँह में ले सकता था, ले लिया। मैं जोर-जोर से उसे चूसने लगा और दूसरे को दबाने लगा।
पूजा भी सिसकारियाँ ले रही थी और उसे मजा आ रहा था। वो अपने हाथों से मेरे सिर को सहला रही थी, और मैं उसके बूब्स चूस रहा था। फिर मैंने दूसरे बूब को मुँह में लिया और चूसना शुरू कर दिया। उसके निप्पल्स हार्ड हो गए थे, और गोरी स्किन की वजह से उसके बूब्स लाल हो गए थे।
पूजा की हॉट मूव्स
फिर मैं अपनी जगह पर बैठ गया। पूजा ने कहा, “मुझे उम्मीद नहीं थी कि तुम ऐसा करोगे।” फिर हम मूवी देखने लगे। तभी उसने अपना हाथ मेरे डिक पर रख दिया, जो पहले से ही हार्ड हो चुका था। उसने कहा, “मुझे इसे चूसना है।” मैंने अपनी पैंट नीचे कर दी। पूजा ने मेरे डिक को हाथ में लिया और हिलाने लगी। फिर उसने मुझे एक मादक स्माइल दी और मेरे डिक पर झुककर एक किस की। फिर उसने उसे मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया।
वो तो एक्सपर्ट थी डिक चूसने में। वो मेरे डिक को पूरा मुँह में लेती और अपने लिप्स से दबाकर धीरे-धीरे बाहर निकालती। मैंने खुद पर कंट्रोल किया, लेकिन वो अपनी स्पीड बढ़ाने लगी। उसने अपने लिप्स को मेरे डिक पर तेजी से ऊपर-नीचे करना शुरू कर दिया। कभी वो दाँतों से हल्का काटती, तो कभी जीभ से लिक करती। अब मेरा कंट्रोल खत्म हो रहा था। मैंने उसके सिर पर हाथ रखा और नीचे से अपने डिक को उसके मुँह में डालना शुरू कर दिया। वो भी तेज हो गई। फिर एक झटके में मैं उसके मुँह में फ्री हो गया। जब तक मैं शांत नहीं हुआ, मैंने अपना डिक उसके मुँह में ही रखा। वो भी उसे चूसती रही। फिर उसने अपना चेहरा हटाया और मेरे स्पर्म को साइड में गिरा दिया।
मुझे बहुत मजा आया। वो डिक चूसने में एक्सपर्ट थी। फिर मैंने कहा कि मुझे सेक्स भी करना है। उसने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन मुझे हग करके बैठी रही। मूवी खत्म हो गई, और हम चले गए।
फोन सेक्स और मौका
इसके बाद हम रोज फोन सेक्स करने लगे। जब भी मौका मिलता, हम किस करते। ऐसे ही दिन निकलते रहे। एक दिन मुझे पता चला कि मेरे मम्मी-पापा दो दिन के लिए नानी के यहाँ जा रहे हैं। मुझे लगा कि अब मौका अच्छा है। मैंने शाम को पूजा को फोन किया और कहा कि कल तुम मेरे घर आ जाना, हम इंजॉय करेंगे। लेकिन उसने मना कर दिया। मुझे थोड़ा दुख हुआ। अगले दिन मम्मी-पापा चले गए। मैं घर में अकेला बोर हो रहा था। उस दिन मैंने पूजा से अच्छे से बात भी नहीं की।
दोपहर को पूजा का फोन आया। मैंने पिक किया तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पूजा ने कहा, “मैं तुम्हारे घर के पास खड़ी हूँ, लेकिन मुझे नहीं पता कि तुम्हारा घर कौन सा है।” मैं जल्दी से छत पर गया और उसे कॉल पर कहा, “ऊपर देखो।” उसने देखा और इशारा किया कि आ जाओ। मैं अपने घर आ गया और खुशी से झूम उठा कि आज पूजा की चुदाई का मौका मिल ही गया।
घर पर हॉट एनकाउंटर
पूजा अंदर आई। उसने टाइट जींस और टॉप पहना था, जिसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी। मैंने दरवाजा बंद किया और कहा, “क्या सरप्राइज है! मेरा मूड जितना भी खराब था, ठीक हो गया।” उसने कहा, “जशन, मेरा भी दिल था सेक्स करने का, लेकिन डर थी कि कहीं कोई देख न ले, इसलिए मना कर दिया।” उसने बताया कि वो सिर्फ एक घंटे के लिए आई है, बहाना बनाकर। मैंने देर न करते हुए उसे हग किया और उसके हिप्स पर अपने हाथ ले जाकर उन्हें दबा दिया। मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू कर दिया। वो भी मेरा साथ दे रही थी।
मैंने उसकी हिप्स को पकड़कर उसे ऊपर उठा लिया, और हम दोनों लिपलॉक किस करने लगे। उफ्फ्फ, हम पागलों की तरह एक-दूसरे के होंठों को चूस रहे थे। हम बस एक-दूसरे में समा जाना चाहते थे। फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और अपने कपड़े उतार दिए। मैंने उसकी जींस का बटन खोला और उसे उतार दिया। उसकी गोरी-गोरी थाइस देखकर मैं पागल हो गया। वो एकदम क्लीन थीं। मैंने पूजा की तरफ देखा, उसने मुझे एक सेक्सी स्माइल दी और कहा, “कुछ करो भी अब।”
मैंने उसकी टांगों को चूमना शुरू किया और अपनी जीभ से चाटने लगा। धीरे-धीरे मैं उसकी चूत तक पहुँच गया। उसकी चूत बिल्कुल क्लीन और चिकनी थी, लेकिन वर्जिन नहीं थी। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था। मैंने उसे देखा, वो तो पागल हो रही थी। जैसे ही मैंने अपनी फिंगर उसकी चूत में डाली, उसके मुँह से तेज सिसकारी निकली, “आह्ह्ह!” फिर मैं बेड पर आ गया और उसके होंठों को चूसने लगा। वो भी मेरा साथ दे रही थी। मैंने अपनी फिंगर उसकी चूत में डालकर अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया। वो वर्जिन नहीं थी, लेकिन उसे फिंगर डालने से भी दर्द हो रहा था।
फुल ऑन सेक्स
मैंने उसका टॉप और ब्रा भी उतार दी। मैंने अपनी फ्रेंची भी उतार दी। हम दोनों पूरी तरह न्यूड थे। हमारी बॉडी गर्म थी। पूजा ने मुझे हग कर लिया। मैं पूजा के ऊपर था, उसकी टांगें खुली थीं। मेरा डिक उसकी चूत पर सट रहा था और धीरे-धीरे हार्ड हो रहा था। मैंने पूजा के लिप्स को किस किया और उसके बूब्स को हाथ में लेकर दबाने लगा। पूजा को फुल मजा आ रहा था। मैंने कहा, “टाइम कम है, सेक्स करते हैं। मुझे तेरी चूत मारनी है।” उसने हँसते हुए कहा, “सब खुला तो है, डाल दो जान मेरी चूत में।”
लेकिन मैं एक बार फिर उससे डिक चुसवाना चाहता था। मैंने कहा, और उसने भी कहा कि वो भी डिक चूसना चाहती है। फिर वो मेरे ऊपर आ गई और मेरे डिक पर अपने लिप्स रखे। उसने मेरा पूरा डिक एक बार में मुँह में ले लिया और चूसना शुरू कर दिया। मेरे मुँह से भी प्लेजर की आवाज निकली। वो अपने मुँह को ऊपर-नीचे करते हुए मेरा डिक चूसती रही। अब मेरा डिक पूरी तरह हार्ड हो गया था।
मैंने पूजा को हटाया और उसे नीचे लिटाकर उसकी टांगें मोड़ दीं और फैला दीं। उसकी चूत मुझे इनवाइट कर रही थी कि “चोद डाल मुझे।” मैंने पूजा से कहा, “अब रेडी हो जाओ, मैं अंदर डालने वाला हूँ।” मेरी एक्साइटमेंट देखते बन रही थी, क्योंकि इतने दिनों बाद आखिरकार मैं पूजा को चोदने वाला था। वो भी एक्साइटेड थी। मैंने अपना डिक उसकी चूत पर रगड़ना शुरू किया, और वो मचलने लगी। उसने कहा, “जशन, डाल दो अब मेरी चूत में, और देर मत करो।” उसने अपने हाथों से मेरे डिक को पकड़ा और अपनी चूत पर रख दिया।
मैं उसके ऊपर झुका और उसके होंठों को चूसने लगा। अचानक मैंने बिना कोई इशारा दिए अपना पूरा डिक उसकी चूत में डाल दिया। ऐसा लगा जैसे किसी गर्म भट्टी में डाल दिया हो। पूजा चीख पड़ी, लेकिन किस की वजह से उसकी चीख दब गई। मैं वैसे ही उसके ऊपर लेट गया। मेरा पूरा डिक उसकी चूत में समा चुका था, और अंदर की गर्मी की वजह से थरथरा रहा था। पूजा ने कहा, “पेन हो रहा है, बता तो देते कि डालने वाले हो।” मैंने कहा, “अगर बता देता, तो मजा नहीं आता।” उसने मुझे हग कर लिया और अपनी टांगों को मेरी टांगों से क्रॉस कर लिया।
हार्डकोर चुदाई
अब मैं थोड़ा ऊपर उठा और अपना डिक धीरे-धीरे हिलाने लगा। उसे दर्द हो रहा था, और जब भी मैं अंदर डालता, वो अपनी आँखें बंद कर लेती और मेरी बाँह को अपने हाथों से दबा देती। उसके नाखून मेरी बाँह में गड़ गए थे। डेढ़ मिनट बाद पूजा का दर्द कम हुआ, और उसे भी मजा आने लगा। उसने कहा, “जशन, पूरा अंदर तक डालो, मजा आ रहा है।” जैसे ही मैं अंदर डालता, उसके मुँह से “आह्ह” निकल जाती। अब उसे भी मजा आने लगा था।
मैंने अपने डिक को तेजी से उसकी चूत में अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया। उसकी सिसकारियाँ हर स्ट्रोक के साथ तेज होती जा रही थीं। वो कह रही थी, “जोर से चोदो मुझे, मजा आ रहा है।” मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी और उसे चोदने लगा। पूजा ने मुझे हग कर लिया और अपनी टांगों को मेरी टांगों पर क्रॉस कर लिया। फिर वो सिसकारियाँ लेते हुए फ्री हो गई। मैंने अपनी चुदाई जारी रखी और उसे चोदता रहा।
फिर पूजा मेरे ऊपर आ गई और अपनी गांड उछाल-उछालकर मेरे डिक को पूरा अंदर लेने लगी। करीब 18 मिनट की चुदाई के बाद मुझे भी अंदर गुदगुदी सी होने लगी। मैंने पूजा को हग कर लिया और नीचे से उसकी चूत को चोदने लगा। वो मेरे ऊपर झुकी हुई थी और मेरे होंठों को चूस रही थी। मैंने अपनी स्पीड तेज कर दी। पूजा सिसकारियाँ ले रही थी, “आह्ह्ह, याह, और जोर से करो जशन, डाल दो, चोद दो मुझे अच्छे से।”
मुझे लगा कि मैं फ्री होने वाला हूँ। मैंने उसे लिटा दिया और उसकी टांगें अपने शोल्डर पर रखकर चोदने की स्पीड तेज कर दी। फिर एक झटके में मैंने अपना सारा स्पर्म उसकी चूत में छोड़ दिया। उसने मुझे कसकर हग कर लिया। मेरे होंठ उसकी गर्दन पर थे, और मैं उन्हें चूमने लगा। उसके बूब्स मेरी चेस्ट पर दबे हुए थे। मेरा डिक उसकी चूत में था और अंदर झटके मार रहा था। बहुत मजा आया उसकी चुदाई में।
आखिरी मोमेंट्स
फिर हम अलग हुए और लेट गए। वो अपने कपड़े पहनने लगी। मैं भी खड़ा हुआ और उसे एक किस की। फिर मैंने भी कपड़े पहन लिए। अगले दिन भी मैंने उसे दो घंटे तक चोदा, दो बार। उसकी गांड नहीं मार पाया, लेकिन वो डिक चूसने में एक्सपर्ट थी।
दोस्तों को मैसेज
दोस्तो, कैसी लगी मेरी ये कहानी? ये पूरी तरह रियल है, मैं दावे के साथ कह सकता हूँ। मानना या न मानना आप पर डिपेंड करता है। हमने जो किया, वो मैंने बयान कर दिया।