ऑस्ट्रेलियन क्लब में इंडियन सेक्सी कहानी
कल रात का वो लम्हा आज भी मेरे बदन में सिहरन पैदा कर रहा है। मैं और मेरा बॉयफ्रेंड, जो कि इंडियन है, ऑस्ट्रेलिया के एक हॉट क्लब में पार्टी करके लौटे थे। यहाँ का माहौल ही कुछ ऐसा है—ओपन रिलेशनशिप्स, लिव-इन पार्टनर्स, और वो बिंदास ज़िंदगी, जो हर पल को जुनून से भर देती है। हम दोनों एक ही घर में रहते हैं, एक ही कमरे में, और एक ही बिस्तर पर। उस रात क्लब में वो पहले ही गर्म हो चुका था। उसकी हर हरकत, हर नज़र, हर स्पर्श में आग थी।
क्लब का जादू
क्लब में डांस फ्लोर पर हम एक-दूसरे में खोए हुए थे। वो मेरे इतने करीब था कि उसकी गर्म साँसें मेरी गर्दन पर महसूस हो रही थीं। वो घिस्स-घिस्स कर मेरे साथ डांस कर रहा था, उसका बदन मेरे बदन से चिपक रहा था। मैं जानबूझकर उसे तड़पा रही थी—कभी उसकी आँखों में देखकर मुस्कुराती, कभी जानबूझकर अपने कर्व्स को ज़रा और हाइलाइट करती। वो मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेकर बार-बार स्मूच कर रहा था। ओह, वो स्मूच! इतने पैशनेट, इतने गहरे कि मेरी रूह तक पिघल गई। उसका एक हाथ मेरी कमर पर था, मुझे अपनी ओर खींचता हुआ, और दूसरा धीरे-धीरे मेरे कर्व्स को एक्सप्लोर करने लगा। मेरी स्किन-फिट ड्रेस के ऊपर से मेरे निपल्स साफ़ उभर आए थे, और उसकी उंगलियों की गर्मी ने मेरे पूरे बदन में करंट दौड़ा दिया।
वो मेरे कानों को अपनी जीभ से छू रहा था, मेरी गर्दन पर हल्के-हल्के काट रहा था। मैं तो बस उसी की गर्मी में डूब चुकी थी। फिर उसने मेरे कान में फुसफुसाया, “बेबी, गाड़ी की तरफ़ चलें?” मैंने बस मुस्कुराकर हामी भरी। गाड़ी में बैठते ही उसने मुझे ज़ोर से अपनी बाहों में जकड़ लिया और मेरी गर्दन को चूमते हुए चाटा। “घर चलें?” उसकी आवाज़ में वो हवस थी, जो मुझे और पागल कर रही थी। मैंने बस हल्के से “हाँ” कहा, और वो गाड़ी स्टार्ट करके घर की ओर भागा।
घर की वो आग
घर के पोर्च तक पहुँचते-पहुँचते उसका सब्र जवाब दे गया। उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और स्मूच करते हुए बेडरूम की ओर बढ़ गया। मैं उससे लिपटी हुई थी, उसकी भारी साँसें मेरे दिल की धड़कनों से टकरा रही थीं। बेडरूम में उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी ड्रेस को धीरे-धीरे ऊपर सरकाने लगा। मेरे बदन में उत्तेजना की लहरें दौड़ रही थीं। मैंने एक्साइटमेंट में उसकी शर्ट का कॉलर पकड़ लिया। अब मैं सिर्फ़ अपनी ब्लैक ब्रा और पैंटी में थी। मेरी गोरी त्वचा पर ब्लैक कलर ऐसा लग रहा था, मानो वो मेरे बदन को और निखार रहा हो। उसकी नज़रें मेरे हर हिस्से पर रुकीं—मेरे कर्व्स, मेरे निपल्स, मेरी कमर। उसकी हर नज़र मेरे बदन को जैसे जला रही थी।
वो मेरे उस पुराने लव बाइट को देखकर फिर से उसी जगह पर काटने लगा, जो उसने मुझे पहली बार दिया था। वो निशान आज भी मेरे बदन पर है, और हर बार वो उसे ताज़ा कर देता है। उसका एक हाथ मेरी कमर पर था, दूसरा मेरे ब्रेस्ट्स को सहलाने लगा। उसने मेरे निपल्स को अपने होंठों से छुआ, और मैं सिहर उठी। मेरे बदन में आग लग चुकी थी। उसने मेरे कान में फुसफुसाया, “पार्टी में बहुत तड़पाया ना मुझे? अब तुम्हारी बारी है, बेबी।” मैंने नखरे से “नहीं” कहा, लेकिन मेरी आँखों में छुपा “हाँ” उसने पढ़ लिया। उसने मेरे निपल्स को हल्के से काटा, और मैं दर्द और मज़े के मिक्सचर में चीख पड़ी।
वो कामुक पल
उसने मेरे निपल्स को चूसना शुरू किया। ओह, वो चूसने की आवाज़! वो अभी भी मेरे कानों में गूँज रही है। उसका एक हाथ मेरे बालों में था, दूसरा मेरी नाभि की ओर बढ़ रहा था। उसने अपनी शर्ट उतार दी, और मैं उसकी छाती पर अपनी उंगलियाँ फेरने लगी। उसका दूसरा हाथ मेरे ब्रेस्ट्स पर रुका, मेरे निपल्स को हल्के से मसलने लगा। मेरे निपल्स टाइट हो चुके थे, और हर स्पर्श मेरे बदन में बिजली दौड़ा रहा था। फिर वो धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ा। उसने मेरी नाभि को चूमा, हल्के से काटा, और मैं ज़ोर से चीख पड़ी। उसकी गर्म साँसें मेरे बदन को और गर्म कर रही थीं।
वो और नीचे गया, मेरी चूत के पास। उसकी साँसें मुझे वहाँ महसूस हो रही थीं। उसने वहाँ चूमा, चाटा, और हल्के से काटा। मैं पागल हो चुकी थी। उसकी हर हरकत मुझे जन्नत की सैर करा रही थी। फिर उसने मुझे पूरी तरह से अपने कब्ज़े में लिया। वो पहला झटका! मैं उसे सहन नहीं कर पाई और ज़ोर से चीख पड़ी। मेरी आँखों से आँसू बहने लगे। मेरी चूत हमेशा से टाइट रही है, और हर बार वो दर्द वैसा ही होता है। उसने मेरे आँसुओं को चूमा, मेरी आँखों पर हल्के से किस किया।
वो गर्मी, वो दर्द
वो धीरे-धीरे मेरे अंदर समा रहा था। वो गर्मी, वो दर्द, वो मज़ा—सब कुछ मेरे बदन को थर्रा रहा था। उसे मेरे ब्रेस्ट्स बहुत पसंद हैं, खासकर उनका साइज़—38B। वो उन्हें अपने होंठों में लेता, दाँतों के बीच हल्के से दबाता, और मुझे और गहराई से फील करता। क्लब में जो गर्मी उसने जमा की थी, वो सारी गर्मी उसने मेरे अंदर उतार दी। हर झटका पिछले से ज़्यादा तेज़, ज़्यादा गहरा। मैं दर्द और मज़े में काँप रही थी, मेरा बदन उछल रहा था। मेरे बिखरे बाल, मेरी गर्म साँसें, मेरा थर्राता बदन—ये सब उसे और पागल कर रहा था।
वो मेरे ऊपर लेट गया, और मैं दर्द से थम गई। उसने मेरे दर्द को कम करने के लिए मेरे बदन पर बर्फ लगाई, हल्के-हल्के चूमा, और मुझे सुकून दिया। फिर वो धीरे-धीरे फिर से शुरू हुआ, इस बार और प्यार से, और ज़्यादा पैशन के साथ।
वो रात
वो रात मेरे लिए सिर्फ़ सेक्स नहीं थी, वो एक जुनून था, एक आग थी, जो हम दोनों के बीच जल रही थी। हर पल, हर स्पर्श, हर साँस में बस हम थे। उस रात हमने एक-दूसरे को पूरी तरह से जी लिया। मैं आज भी उस रात की गर्मी को अपने बदन में महसूस कर सकती हूँ। वो दर्द, वो मज़ा, वो प्यार—सब कुछ मेरे दिल और बदन में बस्ता है।