रेशमी के साथ पहली बार सेक्स
रेशमी, एक खूबसूरत और सक्सेसफुल बिजनेसवुमन, के साथ राज की ऑफिस में हुई कामुक मुलाकात की कहानी। पढ़ें कैसे एक बिजनेस डील ने लिया हॉट चुदाई का रूप। इस सेक्सी कहानी में जुनून, आग और इच्छाओं का तड़का!
रेशमी को मैंने हमेशा हाई-प्रोफाइल पार्टियों, शादी के फंक्शन्स या किसी ग्रैंड इवेंट में ही देखा था। वो थी ही ऐसी—सोशियल सर्कल्स की रानी, एक सक्सेसफुल बिजनेसवुमन और समाजसेवी। उसका नाम हर किसी की जुबान पर रहता था, कभी किसी चैरिटी के लिए, तो कभी अपनी बिजनेस डील्स की वजह से। लेकिन जो चीज सबसे ज्यादा ध्यान खींचती थी, वो थी उसका हुस्न—वो करिश्माई पर्सनैलिटी और कातिलाना फिगर, जो किसी भी मर्द के दिल में आग लगा दे। रेशमी की वो लंबी टांगें, कसी हुई कमर, और वो गहरी आंखें—हाय, बस देखते ही बनता था!
एक बार किसी फंक्शन में मुझे उसके बगल में बैठने का मौका मिला। मैं उससे बात करना चाहता था, उसकी दुनिया में थोड़ा झांकना चाहता था, लेकिन वो जल्दी में थी। उसे किसी चैरिटी इवेंट के लिए निकलना था। जाते-जाते उसने मेरे दिल में एक ऐसी छाप छोड़ी कि मैं रातभर उसकी खूबसूरती के खयालों में डूबा रहा।
रेशमी की एक एडवरटाइजिंग कंपनी थी, जिसे वो बेचना चाहती थी। इसी सिलसिले में उसने मेरी सेक्रेटरी सीमा से अपॉइंटमेंट फिक्स करने की बात की। मेरी अपनी एड कंपनी अच्छी चल रही थी, और मैं किसी नई कंपनी को खरीदने के मूड में नहीं था। लेकिन जब सीमा ने रेशमी का नाम लिया, तो मेरे कान खड़े हो गए। मैंने सीमा से पूछा, “तुम रेशमी के बारे में क्या जानती हो?”
सीमा ने जवाब दिया, “मेरा एक दोस्त उसकी कंपनी में काम करता है। रेशमी की मैरिड लाइफ कुछ ठीक| कुछ समय से उसकी शादी टूटने की कगार पर है। वो बहुत मेहनती और ईमानदार है। अपने वर्कर्स को वो अपने परिवार की तरह ट्रीट करती है।”
“ठीक है, मैं उससे मिलूंगा,” मैंने कहा।
सीमा ने हंसते हुए कहा, “मैं जानती थी, सर, आप उससे मिलने के लिए जरूर तैयार होंगे।”
ऑफिस में मुलाकात
जब रेशमी मेरे ऑफिस में दाखिल हुई, तो ऐसा लगा जैसे वो कोई रैंप वॉक कर रही हो। उसका कॉन्फिडेंस, उसका स्टाइल—वो किसी रानी की तरह मेरे केबिन में कदम रख रही थी। 5’9″ की हाइट, सिल्की बाल, और एक काला स्कर्ट जो उसके घुटनों तक था, उसकी टांगों को और भी सेक्सी बना रहा था। उसने मेरे टेबल की ओर बढ़ते हुए मुझसे हाथ मिलाया।
मैं खड़ा हुआ, उससे हाथ मिलाया, और जल्दी से अपनी कुर्सी पर बैठ गया। ऐसी औरतें मेरे लिए खतरा थीं—मेरा लंड पहले से ही तनने लगा था, और उसे छुपाना मेरे लिए मुश्किल हो रहा था। रेशमी मेरे सामने बैठी, उसने अपना लेदर ब्रीफकेस साइड में रखा। उसकी स्कर्ट इतनी टाइट थी कि उसकी जांघें साफ नजर आ रही थीं। मैंने एक झलक देखी, और मेरे लंड में सिरहन सी दौड़ गई।
“राज, मुझे खुशी है कि तुमने मेरे लिए टाइम निकाला,” उसने अपनी मखमली आवाज में कहा। “मुझे पता है तुम्हारा बिजनेस टॉप पर है, और मेरी कंपनी तुम्हारी तुलना में छोटी है। लेकिन मुझे यकीन है, ये डील तुम्हारे लिए फायदेमंद होगी।”
“मुझे भी तुमसे मिलकर अच्छा लगा, रेशमी,” मैंने जवाब दिया, लेकिन मेरा ध्यान उसकी बातों पर कम, और उसकी बॉडी पर ज्यादा था।
“बात को आगे बढ़ाने से पहले, मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहती हूं,” उसने कहा और अपना ब्रीफकेस खोलने के लिए नीचे झुकी। जैसे ही वो झुकी, उसकी स्कर्ट थोड़ा और ऊपर खिसक गई। उसकी जांघों का वो मुलायम हिस्सा साफ दिख रहा था। मेरे दिल की धड़कनें तेज हो गईं। उसने ब्रीफकेस से एक फाइल निकाली, और फिर वापस बैठते हुए अपने पैरों को बार-बार क्रॉस किया। हर बार जब वो ऐसा करती, मुझे उसकी काली पैंटी की झलक मिल रही थी। वो जानबूझकर ऐसा कर रही थी, और मैं उसका ये खेल समझ चुका था।
वो खड़ी हुई और मेरे टेबल पर झुककर फाइल दिखाने लगी। उसका लो-कट ब्लाउज मुझे उसके काले ब्रा में कैद उन गोल-मटोल चूचियों की साफ झलक दे रहा था। “राज, इस डील से तुम्हें पहले साल में ही 5 लाख का प्रॉफिट हो सकता है,” उसने कहा, लेकिन मेरा ध्यान उसकी बैलेंस शीट पर नहीं, बल्कि उसकी उन ‘अनबैलेंस्ड’ चूचियों पर था।
मैंने गौर किया कि उसके ब्लाउज के ऊपरी दो बटन खुले थे। मुझे अच्छे से याद था कि जब वो केबिन में आई थी, तब सारे बटन बंद थे। उसने जरूर फाइल निकालते वक्त वो बटन खोले होंगे। ये औरत खिलाड़ी थी—स्मार्ट, सेक्सी, और हर मूव में माहिर।
गर्म होती बातचीत
मैंने भी उसके खेल में शामिल होने का फैसला किया। उसने मुझे फाइल का एक पेज दिखाते हुए जानबूझकर अपना पेन नीचे गिरा दिया। जब वो पेन उठाने के लिए झुकी, तो उसकी टाइट स्कर्ट में उसकी मस्त गांड ठीक मेरे चेहरे के सामने थी। मेरा लंड अब पूरी तरह तन चुका था, और मेरी पैंट में तंबू बन गया था। उसने पेन उठाया, फिर टेबल पर झुक गई।
मैंने अपनी कुर्सी थोड़ा पीछे खिसकाई और ऐसे बैठा कि उसे मेरा तना हुआ लंड साफ दिखे। लेकिन वो अनजान बनकर मुझे पेपर्स समझाने लगी। उसने अपना एक हाथ मेरे कंधे पर रखा, और तभी मुझे उसके परफ्यूम की खुशबू आई। गुलाब और मोगरे का मिक्स—वो खुशबू मेरे होश उड़ा रही थी। मैं उसे छूना चाहता था, लेकिन अपने जज्बातों पर काबू रख रहा था।
वो मुझे कंपनी की डिटेल्स समझा रही थी, और मैं उसकी चूचियों की गोलाई में खोया हुआ हां-हूं करता रहा। मन तो कर रहा था कि उसकी गांड पर हाथ फेर दूं, लेकिन डर था कि कहीं गड़बड़ न हो जाए। मैंने सोचा, पहले हल्के से शुरू करते हैं। मैंने धीरे से अपनी उंगली उसकी टांगों पर फिराई। उसने तुरंत कहा, “राज, तुम्हारी कंपनी खर्चों के मामले में थोड़ी लापरवाह है। हमारी कंपनी स्ट्रैटेजिकली खर्च करती है, जो तुम्हारे बिजनेस को ग्रो करने में हेल्प करेगी।”
मैंने उसकी बात को इग्नोर करते हुए अपनी पूरी हथेली उसके घुटनों पर रख दी। उसे मेरे टच का अहसास हुआ होगा, लेकिन वो फिर भी अनजान बनी रही। “राज, ये टाइम मार्केट में ग्रोथ का है। तुम अपने सारे ड्रीम्स पूरे कर सकते हो,” उसने कहा।
मुझे यकीन हो गया कि वो भी इस गेम में मेरे साथ थी। मेरा हाथ अब उसके घुटनों से ऊपर, उसकी जांघों पर रेंग रहा था। एयरकंडीशनर चालू होने के बावजूद मुझे गर्मी लग रही थी। मैंने अपनी टाई ढीली की और दाहिने हाथ से उसकी जांघों को सहलाने लगा। वो मेरी ओर देखकर मुस्कुराई, फिर फाइल दिखाते हुए बोली, “हमारी कंपनी के पास लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है, जिससे तुम क्लाइंट्स की हर डिटेल, यहाँ तक कि उनकी पर्सनल इनसाइड इन्फॉर्मेशन भी हासिल कर सकते हो।”
वो एक फाइल निकालने के लिए फिर झुकी, और इस बार उसने अपनी टांगें थोड़ा और फैला दीं। मेरा हाथ अब उसकी जांघों के अंदरूनी हिस्से पर था। मैंने हल्के से उसकी पैंटी को टच किया—हाय, वो पूरी गीली थी! मेरी शर्ट पसीने से भीग चुकी थी, और मेरा लंड पैंट में उछल रहा था।
आग में घी
रेशमी अब टेबल पर बैठ चुकी थी। “राज, हमारे वेब सर्वर्स हर प्रॉब्लम को सॉल्व कर सकते हैं। तुम्हारे एम्प्लॉयीज 24/7 डेटा एक्सेस कर सकते हैं,” वो कह रही थी, और मैं उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहला रहा था। उसकी चूत से पानी रिस रहा था, और मेरी उंगलियां उसकी गर्मी को महसूस कर रही थीं।
“रुको, पहले रास्ते की दिक्कतें हटाओ,” मैंने उसकी चूत को हल्के से दबाते हुए कहा। मैंने उसकी पैंटी का इलास्टिक पकड़ा और उसे नीचे खींच दिया। रेशमी ने अपनी टांगें और फैलाईं, और उसकी नंगी, गुलाबी चूत मेरे सामने थी। उसकी चूत पर हल्के भूरे बाल थे, जो उसे और भी सेक्सी बना रहे थे।
मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में घुसाई। उसकी गर्मी ऐसी थी जैसे मैंने उंगली किसी भट्टी में डाल दी हो। उसकी चूत टाइट थी, और पानी से लबालब। मैं दो उंगलियों से उसे चोदने लगा, लेकिन वो बिना रुके अपनी कंपनी की डिटेल्स समझा रही थी। मैंने उसकी पैंटी पूरी तरह उतारकर फर्श पर फेंक दी।
उसकी खुली चूत मुझे बुला रही थी। मैंने उसका टॉप खोलने की कोशिश की। “राज, इस डील से तुम्हारा बिजनेस नेक्स्ट लेवल पर जाएगा,” उसने मेरी आंखों में देखते हुए कहा। मैं और जोर से उसकी चूत में उंगली करने लगा। उसने मेरे चेहरे को अपने हाथों में पकड़ा और बोली, “अब मेरी कंपनी खरीदने के लिए और क्या चाहिए?”
मैं समझ गया कि वो डील फाइनल करना चाहती थी, और इसके लिए वो कुछ भी करने को तैयार थी—यहाँ तक कि अपनी चूत भी ऑफर कर सकती थी।
डील और चुदाई
मैंने इंटरकॉम पर सीमा को कॉल किया। “सीमा, हमारे लॉयर से बात करके रेशमी की कंपनी को 3 करोड़ में खरीदने के डॉक्यूमेंट्स तैयार करो। पहले कन्फर्मेशन लेटर ले आओ।”
“बस, अभी लाती हूं,” सीमा ने जवाब दिया।
जब मैं सीमा से बात कर रहा था, मैंने रेशमी की स्कर्ट को और ऊपर उठा दिया। अब उसकी चूत और जांघें पूरी तरह नंगी थीं। उसकी गुलाबी चूत चमक रही थी। रेशमी ने मेरी ओर देखा और बोली, “राज, इस डील का एडवांस चाहिए।”
“क्या एडवांस, रेशमी?” मैंने पूछा।
“तुम्हें मुझे चोदना होगा। अपना लंड बाहर निकालो। पिछले एक घंटे से मैं अपनी चूत की आग बुझाने की कोशिश कर रही हूं। जल्दी से मुझे चोदो, जोर-जोर से!” उसकी आवाज में एक सेक्सी बेताबी थी।
मैं खड़ा हुआ और उसके पीछे आ गया। रेशमी टेबल पर झुककर घोड़ी बन गई। मैंने अपनी पैंट और अंडरवियर उतार दी। मेरे लंड का साइज देखकर उसकी आंखें चमक उठीं। उसने अपनी टांगें और फैलाईं, जिससे उसकी चूत का मुँह और खुल गया।
“तुमने मुझे इतना गीला कर दिया है कि अब तुम जितना जोर चाहो, उतना चोद सकते हो,” उसने गर्दन घुमाकर कहा।
मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ा और धीरे से सुपाड़ा अंदर घुसाया। जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत की दीवारों को चीरता हुआ अंदर गया, उसके मुँह से सिसकारी निकली, “ऊऊह्ह्ह, हाँआआ, राज, तुम्हारा लंड कितना मोटा है! मैंने सुना था कि तुम चुदाई में मास्टर हो, लेकिन ये तो उससे भी ज्यादा है!”
“कहां सुना?” मैंने पूछा, और अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया।
“सोसाइटी में ऐसी बातें जल्दी फैलती हैं। औरतें आपस में बताती हैं कि तुम औरत को चुदाई का पूरा मजा देते हो। और आज मैं खुद ये मजा ले रही हूं,” उसने अपने चूतड़ पीछे धकेलते हुए कहा।
मैं जोर-जोर से धक्के मार रहा था। वो भी अपने चूतड़ पीछे धकेलकर मेरे हर धक्के का जवाब दे रही थी। “ओह्ह राज, और जोर से, फाड़ दो मेरी चूत को!” उसकी आवाज में एक जंगलीपन था।
मैंने उसकी स्कर्ट को पूरी तरह ऊपर उठाकर उसके चूतड़ों को कसकर पकड़ लिया। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड हर धक्के में उसकी गहराई को महसूस कर रहा था। “हाँआआ, रुको मत, चोदते जाओ, ओह्ह राज, मेरा निकलने वाला है!” उसने चीखते हुए कहा। तभी मैंने उसकी चूत से पानी का सैलाब महसूस किया।
सीमा की एंट्री
तभी मेरी नजर दरवाजे पर खड़ी सीमा पर पड़ी। वो मेरे ऑफिस के बंद दरवाजे पर थी, एक हाथ में लेटर और दूसरे हाथ से अपनी स्कर्ट उठाकर अपनी चूत में उंगली कर रही थी। रेशमी ने उसे देखा और मुस्कुरा दी। उसे समझ आ गया कि अगर बॉस की सेक्रेटरी इतनी बेशर्मी से अपनी चूत सहला रही है, तो कोई दिक्कत नहीं होने वाली।
सीमा ने देखा कि मैं उसे देख रहा हूं। वो मुस्कुराते हुए हमारे पास आई और हमें चुदाई करते देखने लगी। मैंने रेशमी को चोदना जारी रखा। सीमा ने रेशमी की गांड पर हाथ फेरते हुए कहा, “राज, इसकी गांड कितनी सेक्सी है!”
उसने रेशमी के टॉप के अंदर हाथ डालकर उसकी चूचियों को सहलाया और निप्पल मसल दिए। “और ये चूचियां, हाय, कितनी जूसी हैं!” मैंने कहा।
“राज, इसकी चूत भी उतनी ही टाइट होगी, है ना?” सीमा ने पूछा।
“हाँ, बहुत टाइट और गर्म,” मैंने जोर का धक्का मारते हुए कहा।
सीमा ने अचानक कहा, “तुम्हें पता है, मैं लंच के लिए कहां गई थी?”
मैंने सोचा, ये चुदाई के बीच में खाने की बात क्यों कर रही है? “नहीं, कहां?” मैंने थोड़ा झुंझलाते हुए पूछा।
“सीजर्स पैलेस,” उसने जवाब दिया।
तभी रेशमी ने अपनी चूत को सिकोड़कर मेरे लंड को जकड़ लिया। वो सिसकारियां भरते हुए मेरे लंड का पानी निचोड़ रही थी। उसने एक हाथ बढ़ाकर सीमा की चूत पर रख दिया और उसकी चूत में उंगलियां डाल दीं।
“ओह राज, देखो, ये मेरी चूत से खेल रही है!” सीमा ने कहा। “रेशमी मेरे चूत के दाने को सहला रही है।”
“तुम सीजर्स पैलेस की बात कर रही थी?” मैंने पूछा।
“छोड़ो उस बात को। पहले इसे निपटाते हैं,” सीमा अपनी कमर हिलाते हुए बोली।
रेशमी अब सीमा की चूत को उंगलियों से चोद रही थी। सीमा की सांसें उखड़ रही थीं। उसने भी रेशमी की चूत पर हाथ रखा। मेरा लंड जब रेशमी की चूत में घुसता, तो सीमा की उंगलियों से टकराता, जिससे एक अजीब सी सनसनी मच रही थी।
“राज, मेरी चूत कैसी लगी?” रेशमी ने मेरे लंड को भींचते हुए पूछा और अपना पानी मेरे लंड पर छोड़ दिया। मैंने भी तीन-चार जोरदार धक्के मारे और अपना सारा वीर्य उसकी चूत में उड़ेल दिया।
क्लाइमेक्स और उसके बाद
मैंने अपना लंड रेशमी की चूत से बाहर निकाला। मेरे लंड से टपकता हुआ उसकी चूत का पानी फर्श पर गिर रहा था। रेशमी सीधी होने लगी, लेकिन सीमा ने उसे रोक दिया। उसने रेशमी की चूत में दो उंगलियां घुसाईं और मेरे वीर्य से लिपटी उंगलियों को रेशमी के मुँह में डाल दिया। रेशमी ने बिना झिझक उसकी उंगलियों को चूसा और चाटा।
सीमा ने रेशमी की पैंटी उठाई, उसे सूंघा और बोली, “तुम्हारी चूत की खुशबू तो जन्नत जैसी है!” उसने पैंटी रेशमी को थमा दी। रेशमी ने पैंटी पहनी, अपनी स्कर्ट और ब्लाउज ठीक किया, लेकिन ब्लाउज के दो बटन जानबूझकर खुले छोड़ दिए।
उसने डील का लेटर मेरे सामने रखा। मैंने साइन करके उसे दे दिया। उसने लेटर ब्रीफकेस में रखा और बोली, “थैंक यू, राज। उम्मीद है हमारा रिश्ता अब और गहरा होगा।” कहकर वो चली गई।
सीमा ने मेरी ओर देखा और बोली, “क्या औरत है! ऐसी सेक्सी और कॉन्फिडेंट औरतें कम ही मिलती हैं।”
“हाँ, रेशमी वो औरत है जो जो चाहती है, वो हासिल कर लेती है,” मैंने कहा।
“मैं शुरू से देख रही थी। जब तुम उसे चोद रहे थे, तो मैं खुद को रोक नहीं पाई। मैं भी उसकी चूत का मजा लेना चाहती थी,” सीमा ने कबूल किया।
“कोई बात नहीं। वैसे, तुम सीजर्स पैलेस की बात कर रही थी?” मैंने पूछा।
“हाँ, मैं वहां सूप पी रही थी कि एक लड़की, चांदनी, मेरे पास आई। बहुत खूबसूरत थी। उसने मेरे साथ फ्लर्ट करना शुरू किया और मेरी जांघों पर हाथ फेरने लगी। फिर उसने मुझे वॉशरूम में बुलाया। वहां उसने मेरी चूत को इतना चूसा कि मैं तीन बार झड़ गई। मुझे देर हो रही थी, वरना मैं भी उसकी चूत का स्वाद लेती,” सीमा ने अपनी चूत खुजाते हुए कहा।
“काफी इंट्रेस्टिंग लड़की लगती है,” मैंने कहा।
सीमा खड़ी हुई और बोली, “वैसे, वो फेरोजे ऐंड फेरोजे में काम करती है। मैंने उसे हमारी कंपनी में जॉइन करने के लिए मना लिया। वो कल से मेरी असिस्टेंट होगी। तुम चाहो तो सुबह उसका इंटरव्यू ले सकते हो।”
मैं चांदनी की खूबसूरती और उसकी चूत के खयालों में खो गया। रेशमी के साथ ये मुलाकात मेरे लिए सिर्फ एक डील नहीं थी—ये एक ऐसी आग थी, जो मेरे अंदर अभी भी सुलग रही थी।