मोना क़ी दीदी क़ी चुदाई
हाय दोस्तों, मेरा नाम संजय है। मैं एक बार फिर HotSexStory.xyz पर अपनी एक real sex story लेकर आया हूँ। मेरी पहली कहानी को आपने बहुत love दिया, उम्मीद है ये hot kahani भी आपको उतना ही excite करेगी। ये कहानी मेरे और मोना की दीदी की है, जिसके साथ एक अनपेक्षित मोड़ ने मुझे lust और pleasure की दुनिया में खींच लिया। मोना मेरी गर्लफ्रेंड थी, और उसके साथ मैंने सेक्स के ढेर सारे mazaa लिए। पर एक दिन ऐसा हुआ कि मेरी जिंदगी बदल गई। आज मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मोना की दीदी की चूत की प्यास ने मुझे उसकी sexy body का दीवाना बना दिया।
मोना के साथ सेक्स और परेशानी की शुरुआत
मोना मेरी कॉलेज की दोस्त थी। उसकी beauty और चुलबुली अदा ने मुझे उसका दीवाना बना दिया था। हमारा रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़ा, और हम सेक्स के wild मजे लेने लगे। वो अक्सर मेरे घर आती। एक दिन दोपहर को वो आई। उस वक्त घर खाली था। मैंने दरवाजा बंद किया, उसे बाँहों में भरा, और kiss करने लगा। उसकी गर्म साँसें, नरम होंठ—मैं खो गया। पर वो मुझसे दूर हुई, बिस्तर पर बैठ गई। मैंने पूछा, “जान, क्या बात है? आज मन नहीं?”
वो उदास बोली, “संजय, परेशानी हो गई। मेरी दीदी को हमारे बारे में सब पता चल गया। वो कह रही है कि सबको बता देगी। मुझे बहुत डर लग रहा है। कुछ करो।” मैंने उसे समझाया, “चिंता मत करो, मैं कुछ करूँगा।” उसे प्यार किया और घर भेज दिया। बाहर से मैं शांत था, पर अंदर से terrified था। मोना की दीदी—रश्मि—कॉलेज में पढ़ती थी। 21 साल की, गुस्सैल, और तेज-तर्रार। वो कुछ भी कर सकती थी। मुझे डर था कि मेरी और मोना की secret love अब खत्म हो जाएगी।
दीदी का आगमन और डर का माहौल
अगले दिन मम्मी मोना की मम्मी के साथ बाजार गईं। मैं घर पर अकेला था। तभी दरवाजे की घंटी बजी। सोचा, मोना होगी। दरवाजा खोला तो सामने रश्मि खड़ी थी। डर से मेरी साँस अटक गई। मैंने चुपचाप उसे अंदर बुलाया। वो सोफे पर बैठी, मैं नजरें नीचे किए पास बैठ गया। वो बोली, “संजय, ये सब क्या चल रहा है?” मैं चुप रहा। वो गुस्से में बोली, “अब नजरें नीचे करके क्या फायदा? जवाब दे। मोना ने सब बता दिया। मैं सोच भी नहीं सकती थी कि तू ऐसा है।”
मुझे लगा, आज पक्का डाँट पड़ेगी। वो मुझे पास बुलाने लगी। मैं डरते-डरते गया। उसकी बातें सुनाई नहीं दे रही थीं, डर ने होश उड़ा दिए थे। तभी उसने मेरा हाथ पकड़ा, “बचना चाहते हो तो मेरा कहना मानो।” मैंने कहा, “दीदी, गलती हो गई। माफ कर दो।” वो बोली, “गलती तो की है, पर बचने के लिए एक और गलती करनी पड़ेगी। मेरी तरफ देखो। जो मोना के साथ किया, वही मेरे साथ करना पड़ेगा।” मैं shocked रह गया। मेरी किस्मत इतनी अच्छी कैसे हो गई?
दीदी की खूबसूरती और वासना का जागना
रश्मि 21 की थी, भरपूर जवानी से लबरेज। मैंने उसे पहली बार ठीक से देखा था—काला टॉप, सफ़ेद स्कर्ट। उसकी गोरी त्वचा दूध जैसी, perfect figure—मोना से कहीं आगे। उसकी hotness देखकर मेरा मन ललचा गया। मैंने उसे सर से पाँव तक ताड़ा। वो बोली, “क्या सोच रहा है? मैं मोना जितनी beautiful नहीं?” मैंने कहा, “ऐसी बात नहीं, दीदी।” उसने मेरा हाथ अपनी जाँघों पर रखा। करंट सा लगा। उसकी चिकनी, मखमली जाँघें—मोना से जमीन-आसमान का फर्क। मैं सोचने लगा, “इतने दिन मोना के साथ क्यों वक्त बर्बाद किया?”
मैंने हिम्मत करके जाँघों पर हाथ फेरा। वो सोफे पर लेट गई। मेरा डर गायब हो गया। मैंने स्कर्ट के अंदर हाथ डाला। उसकी सफ़ेद पैंटी दिखी, गीला धब्बा साफ था। मैंने जाँघें फैलाईं। वो मुस्कुराई, आँखें बंद कर लीं। मैंने पैंटी के ऊपर से चूत पर मुँह लगाया, चूमने लगा। उसका खट्टा स्वाद मेरी जीभ पर आया। वो मेरे सिर को चूत पर दबाने लगी। मैंने हाथ ऊपर किए, उसके बूब्स सहलाए। मोना से दुगने बड़े, juicy boobs। वो सिसक रही थी—आह, ऊह।
बिस्तर पर चुदाई का जोश
मैंने कहा, “दीदी, बिस्तर पर आ जाओ। आराम मिलेगा।” उसने मेरा हाथ पकड़ा, बिस्तर पर लेट गई। एक टाँग सीधी, एक घुटना मोड़कर—कयामत लग रही थी। मैंने शर्ट उतारी, जाँघों पर kiss करने लगा। स्कर्ट ऊपर की, पैंटी में उंगली डाली। उसकी गुलाबी, बिना बालों वाली चूत देखी। मैंने पैंटी उतारी, वो टाँगें चौड़ी कर दी। मैंने चूत चाटी, जीभ अंदर-बाहर की। उसका दाना सहलाया। वो sexy moans निकाल रही थी—आह, ऊह, हाय। मेरा लंड तन गया।
मैंने कपड़े उतारे, नंगा खड़ा हुआ। उसके टॉप में हाथ डाला, बूब्स दबाए। उसने मेरा लंड पकड़ा, सहलाया। गुलाबी होंठों से चूमने लगी। फिर मुँह में लिया, चूसने लगी। मैंने सिर पकड़कर लंड अंदर-बाहर किया। मुझको heavenly pleasure मिल रहा था। मैंने उसका टॉप और स्कर्ट उतारा। ब्रा खोली, चूचियाँ चूसी। एक उंगली चूत में डाली, वो मेरे लंड को मुठ मार रही थी। हम 69 में आए। मैं उसकी चूत चाट रहा था, वो मेरा लंड चूस रही थी। थोड़ी देर में हम झड़ गए। उसकी चूत से पानी बह रहा था।
पहली चुदाई और गांड का मजा
थोड़ी देर बाद वो बोली, “अब देर मत कर। मेरी जवानी की प्यास बुझा दे।” मैंने लंड उसकी चूत पर सेट किया। उसने कहा, “पहली बार चुद रही हूँ। पहले सिर्फ उंगली से मजे किए। झिल्ली भी उंगली से टूटी।” मैंने कहा, “थोड़ा दर्द होगा, पर enjoyment भी आएगा।” वो बोली, “इस मजे के लिए कुछ भी सहूँगी।” उसकी चूत गीली थी। मैंने धक्का मारा। लंड अंदर गया। वो चीखी, फिर शांत हुई। मैंने धक्के शुरू किए। वो चूतड़ उठाकर साथ दे रही थी। मैं बूब्स दबा रहा था। 20 मिनट बाद उसका शरीर ऐंठा, वो झड़ गई। मैंने लंड उसके मुँह में डाला, मेरा पानी निकला। उसने चाट लिया।
मैं उसके ऊपर लेट गया, चूचियाँ चूसने लगा। फिर उसकी गांड चोदी। वो दर्द से कराही, पर satisfied हुई। तीन घंटे तक हमने सेक्स का wild मजा लिया। जाते वक्त उसने कहा, “पता नहीं था तू ऐसा है। मोना से पहले मैं चखती। आज मेरी प्यास बुझ गई। अब जब चाहो, मेरे शरीर से खेलो।” मैंने कहा, “मोना के होते कैसे मिलेंगे?” वो मुस्कुराई, “मोना को इसी शर्त पर माफ किया। चिंता मत करो।” मुझे kissed और चली गई।
दो बहनों का स्वाद
मोना ने बाद में पूछा, “क्या हुआ?” मैंने उसे चूमकर कहा, “चिंता मत करो।” उसे बिस्तर पर पटककर चढ़ गया। मैं खुश था—दो चूतों का taste जो मिला था। बाद में दोनों बहनों के साथ जब मौका मिलता, मैं सेक्स का mazaa लेता। अब हम दूर हैं, पर वो hot moments आज भी याद आते हैं। दोस्तों, ये थी मेरी hot kahani।