नौकर-नौकरानी चुदाई

मेरी दीदी चुद गई नौकर से

ये तब की कहानी है जब मेरी दीदी की शादी नहीं हुई थी। मैं और मेरी दीदी (बड़ी बहन) दादाजी के गांव गए थे। वहां भीमा नाम का एक नौकर था। मैं तब 19 साल का था और मेरी दीदी 22 की। भीमा 34 साल का एक हट्टा-कट्टा आदमी था। नौकर होने के बावजूद मेरे साथ उसकी दोस्ती बहुत खास हो गई थी। वो मेरे साथ बहुत क्लोज था। हम दोनों एक साथ मुठ मारते थे और गंदी-गंदी बातें भी करते थे।

एक दिन खेत में, जब हम दोनों अकेले थे और ऐसे ही हॉट-हॉट बातें कर रहे थे, तब उसने मुझसे कहा, “तेरी दीदी बहुत मस्त माल है।” मेरी दीदी फिल्म एक्ट्रेस रानी मुखर्जी की डुप्लीकेट जैसी दिखती हैं। मुझे थोड़ा अजीब लगा, लेकिन मैंने पूछा, “क्या तू उसे करना चाहता है?”
भीमा ने कहा, “उसकी गांड में भी डालूंगा और चूत में भी।” मुझे बुरा तो लग रहा था, फिर भी जोश आ रहा था।

उसका लंड काफी मोटा था, 7 इंच का या उससे भी लंबा। मैंने कहा, “इतना बड़ा अंदर जाएगा उनके?”
उसने हंसते हुए कहा, “उसकी चौड़ी गांड देखकर पता चलता है कि आराम से जाएगा।” फिर उसने पूछा, “क्या उसने अब तक किसी से चुदवाया होगा?”
मैंने कहा, “नहीं मालूम।”

दीदी और मैं दादाजी के घर पर एक ही कमरे में साथ सोते थे। उसने पूछा, “रात को सोते वक्त वो क्या पहनती है?”
मैंने बताया, “नाइटी।”
“ब्रा पहनती है रात को?”
उसने मुझसे कहा, “आज रात जब वो सो रही होगी तो टच करके पता कर और मुझे बता। ये भी बताना कि रात को पैंटी पहनती है या नहीं।”

मैंने रात को जब वो गहरी नींद में थी, उनके बूब्स पर हाथ डाला। ब्रा नहीं थी। बूब्स टाइट थे, 34 साइज के या उससे थोड़े बड़े। लेकिन नाइटी के अंदर हाथ डालने से डर लग रहा था। फिर अगले दिन नौकर को बताया कि वो रात को ब्रा नहीं पहनती, पर पैंटी का पता नहीं।
उसने कहा, “ब्रा नहीं है तो थोड़ा आसानी होगी। पैंटी नहीं पहनती होगी तो और भी आसान हो जाएगा।” फिर उसने कहा, “पैंटी तो पहनती होगी, लेकिन नाइटी है तो ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।”

मैं समझ नहीं पाया। उसने बताया, “अगर रात को सबके सोने के बाद मैं दरवाजे का लॉक खुला कर दूंगा, तो वो दीदी को चोद देगा।”
मैंने पूछा, “अगर वो चिल्लाई और सबको पता चल गया तो?”
उसने कहा, “मैंने 3-4 औरतों को जबरदस्ती चोदा है। एक बार चुदने के बाद कोई नहीं बताती।” उसने कहा, “जब हम लोग वापस जाने वाले होंगे, उससे पहले वाली रात को करेगा।”

फिर उस दिन वाली रात को हम सब सो गए। रात के करीब 11 बजे मैंने जाकर दरवाजे का लॉक अंदर से खुला छोड़ दिया और बेड पर सो गया। दीदी पलंग के बाहर की तरफ सोई हुई थी। करीब 12 बजे भीमा अंदर आया। उसने लॉक को अंदर से बंद किया। बेड के पास पहुंचकर अपना सारा कपड़ा उतारकर नंगा हो गया। फिर बिस्तर पर आ गया और दीदी के बगल में लेट गया। उसने अपनी एक टांग को उनकी दोनों टांगों के ऊपर रखा। दीदी ऊपर की तरफ मुंह करके सो रही थी।

फिर उसने अपना दायां हाथ नाइटी के अंदर डाल दिया और दूसरे हाथ से दीदी के बूब्स को मसलते हुए उनकी गर्दन और गालों को चूमने लगा। दीदी ने थोड़ी हलचल की, फिर अचानक झटके से उठ गईं और चौंककर बोलीं, “कौन?”
उसने धीरे से कहा, “मैं भीमा हूं।”

दीदी को समझ में नहीं आया होगा कि ये सब क्या हो रहा है। उन्होंने भीमा को अपने से दूर हटाने की कोशिश की और बोलीं, “तेरी इतनी हिम्मत! दूर हट!” लेकिन वो दीदी को कसकर पकड़ रखा था और उसका एक हाथ उनकी नाइटी के अंदर ही था। उसने दीदी को चुप कराते हुए कहा, “अगर तुम ज्यादा शोर करोगी तो बगल में राज (यानी मैं) लेटा हुआ है, उठ जाएगा। फिर सबको पता चलेगा तो तुम्हारी ही बदनामी होगी। मैं तो नौकर हूं, मुझे निकाल देंगे। लेकिन मैं कहूंगा कि तुमने ही मुझे बुलाया था।”

Hot Sex Story :  तलाकशुदा भाभी की चुदाई - एक हॉट और मसालेदार कहानी

उसने कहा, “दीदी जी, बस एक बार चुपचाप कर लेने दो। किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।” दीदी मचल रही थीं और उसे अपने से हटाने की कोशिश कर रही थीं। धीरे-धीरे आवाज में, लेकिन तेजी से बोल रही थीं, “भीमा छोड़ मुझे, प्लीज छोड़!” लेकिन भीमा ने अपना काम जारी रखा था। एक हाथ से उसने मेरी दीदी के दोनों हाथों को उनके सिर के ऊपर रखकर कसके पकड़ रखा था और दूसरे हाथ को उनकी नाइटी के अंदर डालकर मसल रहा था।

भीमा ने उनकी नाइटी को उनकी जांघों के ऊपर तक सरका दिया था। एक टांग से दीदी की दोनों टांगों को दबाकर रखा था और धीरे-धीरे उनके कानों में फुसफुसाकर कह रहा था, “दीदी, एक बार कर लेने दो। बस एक बार मजा से करवा लो। बहुत अच्छा लगेगा।” ये कहते हुए उनके गाल और गर्दन को चाट रहा था और सूंघ रहा था। दीदी कोशिश करके भी भीमा को हटा नहीं पा रही थीं।

भीमा एक हाथ से उनके बूब्स मसलने लगा। अंधेरे में पता नहीं चल रहा था कि दीदी ने आंखें बंद की थीं या नहीं, लेकिन उनकी सांसें तेज होने लगी थीं और उनका बदन अकड़ने लगा था। उसने फिर नाइटी के ऊपर से ही बूब्स को दबाया और उनकी जांघों के बीच में हाथ घिसना शुरू कर दिया। उसने दीदी के होंठों को चूमने की कोशिश की, लेकिन दीदी ने चेहरा घुमा लिया। मुझे लगा दीदी की हालत कटी हुई मुर्गी जैसी हो गई थी।

उसने दीदी के इयरलोब्स को चाटना शुरू किया। दीदी बस बोल रही थीं, “छोड़ दे मुझे, छोड़ दे, प्लीज!” लेकिन भीमा उन्हें कसके पकड़ रखा था। फिर उसने नाइटी के ऊपर से ही उनकी चूची चूसने लगा और शायद निप्पल्स को दांत से काट दिया। दीदी ने हल्की सी चीख छोड़ी, “आउच!” उसने दीदी की जांघों के बीच से हाथ निकालकर थोड़ा जोर लगाकर उनकी पीठ को बिस्तर से थोड़ा ऊपर करके नाइटी को ऊपर सरकाकर बूब्स को बाहर निकाल दिया। फिर वो उनकी निप्पल्स को बारी-बारी से चूसने लगा।

दीदी ने पैंटी पहन रखी थी। उसने उनकी पैंटी के अंदर हाथ डाल दिया। दीदी की सांसें तेज होने लगीं। वो बीच-बीच में उनकी निप्पल को दांतों से काट भी रहा था और पागल की तरह चूस रहा था। तब भी वो एक हाथ से उनके दोनों हाथों को पकड़कर रखा हुआ था। दूसरे हाथ से लगातार उनकी पैंटी के अंदर डालता, तो निकालकर उनके पेट, बूब्स, जांघों को सहलाता और फिर अंदर डालता।

दीदी ने अपनी दोनों टांगें जकड़कर रखी थीं। उसने जोर लगाकर उनकी गांड को ऊपर करने की कोशिश करते हुए उनकी पैंटी को नीचे सरकाया और अपनी टांगों से घिस-घिसकर निकाल दिया। फिर अपनी दोनों टांगों का इस्तेमाल करके उनकी टांगों को खोल दिया और उनकी चूत मसलने लगा। चूत मसलते हुए कहने लगा, “दीदी, कितने झांट हैं। ये तो जंगल बन गया है।” और दीदी “आह” करके चिल्ला पड़ीं।

उसकी हरकत से पता चल रहा था कि उसने एक उंगली डाल दी है। वो बोल रहा था, “दीदी, तुम तो गीली होने लगी हो। कितना टाइट है तुम्हारा। आह, कितना नरम और गरम है।” ऐसा कहते हुए उसने अपनी उंगली से और जोर-जोर से करने लगा। दीदी अब बुरी तरह सिसक रही थीं। फिर उसने दीदी को किस करने की कोशिश की, लेकिन दीदी ने नहीं करने दिया। उसने चूत से उंगली निकालकर उन्हें अपनी तरफ थोड़ा पलटाया और उनकी गांड में बहुत जोर से एक थप्पड़ मारा।

Hot Sex Story :  पापा के साथ मिलकर नौकरानी को चोदा

थप्पड़ से दीदी ने “आह” कहते हुए मुंह खोला तो उसने अपना मुंह दीदी के मुंह में डाल दिया। उसने उनकी बूब्स दबाने लगा और एक निप्पल को जोर से चूसा। इतने जोर से दांत लगाया कि दीदी ने चीखकर उसके सिर के बालों को अपने हाथ से पकड़ लिया। जैसे ही दीदी ने उसके सिर से हाथ हटाया, उसने फिर से जोर से काटा। दीदी ने “स्स्स” करके फिर उसके सिर के बालों को पकड़ लिया। फिर से दीदी ने हाथ हटाया तो उसने वैसे ही किया। अब दीदी ने उसके सिर को एक हाथ से पकड़ लिया और हाथ हटाया नहीं।

उसने एक हाथ से दीदी के एक हाथ को पकड़ रखा था। अपने लंड को उनकी जांघों से घिस रहा था। अब दीदी उसके सिर के बालों को एक हाथ से पकड़कर सिसकियां भर रही थीं, “आहम्म…” निप्पल्स को चूसते हुए जब दीदी ने उसके सिर को सहलाना शुरू किया, तो उसने दीदी के दूसरे हाथ को लेकर अपने लंड पर रखा। दीदी ने जैसे ही वहां से हाथ हटाने की कोशिश की, उसने फिर से निप्पल को काटा। दीदी ने लपककर उसके लंड को पकड़ लिया।

उसने निप्पल्स चूसना छोड़कर दीदी के इयरलोब्स को चाटते हुए कहने लगा, “दीदी, इसे सहलाओ। अच्छे से पकड़ो। आह, देखो ये तुम्हारी चूत में जाने के लिए तैयार है या नहीं। दीदी, ऊपर-नीचे करो। हां, वैसे ही करो।” मुझे पता चल रहा था कि दीदी उसके लंड को सहला रही हैं। वो कह रहा था, “दीदी, इसके ऊपर उंगली से सहलाओ। नहीं-नहीं, ऐसा करो। आह, दीदी, करते रहो। आह…” ये कहकर उसने अपने लंड पर हाथ लेकर कुछ हरकत की और कहने लगा, “हां, वैसे ही करो। ओहम्म… आह…” उसने लंड के ऊपरी हिस्से को दीदी की उंगली से सहलवाया। लंड की टोपी पर उंगली रगड़ रही थीं।

यह कहानी आप Hotsexstory.xyz में पढ़ रहे।

फिर उसने अपनी दो उंगलियां उनकी चूत में डाल दीं। दीदी तड़प उठीं, बोलीं, “आह, पेन हो रहा है।” वो कहने लगा, “दीदी, अभी तो दो ही उंगली गई हैं। इसे संभाल नहीं पाओगी तो मेरे मोटे से लंड को कैसे खाओगी? आह, दीदी, मैं तो तुम्हारी चूत में उंगली डालकर चौड़ी कर रहा हूं। ये तो बिल्कुल कंवारी चूत है। हाय, पहले मुझे रास्ता बनाने दो, फिर आराम से अंदर-बाहर करूंगा अपना लंड डालकर।”

ये कहते हुए उसने उंगली अंदर-बाहर करके चूत को उंगली से चोदने लगा और उनके मम्मे चूसने-चाटने लगा। ऐसे 5 मिनट तक करने के बाद वो दीदी के ऊपर आ गया और उनकी दोनों टांगों को और खुला कर दिया। फिर अपनी गांड थोड़ा ऊपर करके लंड को उनकी चूत के छेद पर रखकर घिसने लगा। दीदी सिसकियां भर रही थीं। उसने दीदी को फिर से स्मूच करने की कोशिश की, लेकिन दीदी ने नहीं दिया। उसने उनकी चूत पर लंड को एक धक्का दिया। दीदी ने चीख भरी, “ऊह्ह्हा…”

उसने फिर से चूमना शुरू कर दिया, लेकिन उसका लंड अंदर नहीं गया था। उसने दीदी के सिर के नीचे से तकिया निकाला। एक हाथ से उनकी कमर को थोड़ा ऊपर उठाकर गांड के नीचे तकिया डाल दिया। उनकी टांगों को और थोड़ा फैलाया और थोड़ा ऊपर उठाया। फिर एक जोर का धक्का लगाया। दीदी की चीख बाहर नहीं आ पाई, क्योंकि वो उनके मुंह में अपना मुंह डाले हुए था। अब उसका लंड करीबन आधा अंदर घुस चुका था।

Hot Sex Story :  कामवाली ने दूध पिलाकर चोदना सिखाया-1

उसने अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया। फिर धीरे-धीरे चोदने लगा। करीब 5 मिनट तक ऐसे ही चोदने के बाद उसने और एक धक्का लगाया। इस बार उसका पूरा लंड दीदी की चूत में चला गया। अब दीदी सिसक रही थीं और भीमा ने उनकी दोनों टांगों को अपनी कमर के ऊपर उठा लिया। दीदी ने रोका नहीं, बल्कि अपनी टांगों से उसकी कमर को जकड़ लिया। और वो जोर-जोर से धक्का लगाने लगा।

दीदी अब सिसक रही थीं। उनके मुंह से “हम्म… आह्ह्हुुुु…” करके धीमी-धीमी आवाज आने लगी थी। भीमा ने अपना रफ्तार बढ़ाया और दीदी की टांगों को अपने कंधे के ऊपर उठाकर रखा। अब दीदी उसके हाथों में खिलौना बन चुकी थीं। बिना एतराज किए दीदी ने अपनी टांगें उसके कंधे पर रखीं। उसने दीदी को चूमते हुए कहा, “दीदी, अपने दोनों हाथों से मेरी गांड को सहलाओ।” दीदी ने अपने दोनों हाथों को उसकी कमर के नीचे ले जाकर उसकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया।

मैं तो देखकर हैरान हो गया कि ये वही दीदी हैं जो कुछ देर पहले कह रही थीं, “भीमा छोड़ दे मुझे, छोड़ दे, प्लीज!” मैं समझ गया था कि दीदी को मस्ती आने लगी है। मैं भी अपना लंड बिस्तर पर रगड़ रहा था। मेरी आंखों के सामने भीमा और जोर-जोर से धक्का लगाने लगा था। उसका आधा लंड बाहर निकल रहा था और वो जोर-जोर से धक्का मार-मार के दीदी के बूब्स को मसल रहा था। बीच-बीच में उनकी बूब्स से हाथ हटाकर उनकी गांड पर जोरदार थप्पड़ मार रहा था। और दीदी सिसककर “ओह माँ… आउच…” कर रही थीं।

दीदी की सिसकियों को सुनकर उसका स्पीड और बढ़ने लगा था। और ऐसे ही 10-12 मिनट के बाद वो रॉकेट जैसा स्पीड पकड़ा। दीदी ने भी उसकी कमर को टाइट करके पकड़कर अपनी गांड ऊपर उछालने लगीं। और फिर दोनों सुन्न होकर शांत हो गए। भीमा दीदी के ऊपर लुढ़क गया। मुझे पता चला कि दोनों ने पानी छोड़ दिया है। उस रात भीमा ने दीदी को और एक बार कुत्तिया बनाकर चोदा और उनके मुंह में अपना पानी डालकर उन्हें वीर्य पिलाया।

ये सब अगले पार्ट में बताऊंगा। अगर आप लोगों को मेरी कहानी पसंद आएगी तो मुझे ईमेल करें।