दोस्त की सेक्सी माँ के साथ हॉट चुदाई की कहानी
हेलो, मेरा नाम राहुल है, और मैं 21 साल का एक जवान, हॉट लड़का हूँ। मैं अंबाला, इंडिया (चंडीगढ़ के पास) से हूँ। मैं HotSexStory.xyz का दीवाना हूँ और इसकी हॉट कहानियाँ रेगुलरली पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी ज़िंदगी का सबसे सेक्सी और हॉट एक्सपीरियंस शेयर करने जा रहा हूँ, जो मेरे बेस्ट फ्रेंड अमित की माँ, नीना आंटी के साथ हुआ। मैं और अमित कॉलेज में एक ही क्लास में पढ़ते हैं, और मैं अक्सर उसके घर जाता हूँ। यहाँ तक कि जब अमित घर पर नहीं होता, तब भी मैं आंटी से मिलने चला जाता हूँ। नीना आंटी 40 साल की हैं, लेकिन उनका फिगर और चेहरा ऐसा है कि वो 30 की भी नहीं लगतीं। उनका सेक्सी फिगर, रसीले बूब्स, और गुलाबी होंठ किसी को भी पागल कर सकते हैं। तो चलिए, इस हॉट कहानी को शुरू करते हैं और आपको बताते हैं कि कैसे मैंने आंटी के साथ वो आग भरे पल बिताए।
आंटी का सेक्सी अंदाज़
मैं अक्सर अमित के घर जाता था और नीना आंटी से बहुत फ्रैंकली बातें करता था। आंटी एक स्कूल में टीचर हैं। वो सुबह स्कूल जाती हैं और दोपहर को घर लौटती हैं। उनकी स्माइल और बात करने का अंदाज़ इतना सेक्सी है कि मैं हमेशा उनसे बात करने का बहाना ढूंढता था। एक बार अमित को दो दिन के लिए शहर से बाहर जाना पड़ा। उसने मुझसे कहा, “राहुल, मेरे ना होने पर मम्मी का ख्याल रखना।” मैंने मन ही मन सोचा, “यार, ये तो मेरे लिए जन्नत का मौका है!”
अमित के जाने के बाद मैं अगले दिन दोपहर को आंटी से मिलने उनके घर गया। आंटी ने उस दिन एक टाइट सलवार कमीज़ पहनी थी, जिसमें उनके कर्व्स और बूब्स इतने हॉट लग रहे थे कि मैं बस उन्हें घूरता रह गया। हम दोनों सोफे पर बैठे और ढेर सारी बातें करने लगे। तभी आंटी ने कहा, “राहुल, अमित के बिना मैं बहुत बोर हो रही हूँ। कुछ नया कर, मुझे इंटरनेट सिखा दे।” मैंने तुरंत अमित का कंप्यूटर ऑन किया, इंटरनेट कनेक्ट किया, और आंटी को सर्च इंजन के बारे में बताना शुरू किया।
इंटरनेट से शुरू हुई हॉट बातें
मैं आंटी को गूगल के बारे में समझा रहा था कि तभी उन्होंने पूछा, “राहुल, क्या इस पर सब कुछ सर्च किया जा सकता है? हर चीज़?” उनकी आवाज़ में एक अजीब सी नटखटपन था। मैंने कहा, “हाँ, आंटी, सब कुछ।” तभी मैंने एक वेबसाइट ओपन की, और उस पर एक न्यूड ऐड चलने लगा। मैं और आंटी एक-दूसरे की तरफ देखने लगे। मेरे दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं। आंटी ने सेक्सी स्माइल के साथ कहा, “मैंने सुना है, इंटरनेट पर नंगी फोटोज़ भी होती हैं। कहीं तुम लोग तो नहीं देखते?”
मैंने थोड़ा शरमाते हुए कहा, “आंटी, आपसे क्या छुपाना, कभी-कभी देख लेता हूँ।” आंटी ने हँसते हुए पूछा, “इसका तुम लड़कों को क्या फायदा होता है?” मैंने हिम्मत करके कहा, “आंटी, इससे हमें औरत के जिस्म के बारे में पता चलता है। सेक्स के बारे में भी, कि कैसे मज़ा लिया जाता है।” आंटी ने मेरी आँखों में देखते हुए कहा, “शादी के बाद तो सब कुछ पता चल जाता है ना, फिर ये सब क्यों?” उनकी बातों से मेरे जिस्म में करंट सा दौड़ने लगा।
आंटी ने फिर पूछा, “बता, तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?” मैंने कहा, “नहीं, आंटी।” फिर उन्होंने और हॉट सवाल पूछा, “कभी किसी नंगी औरत को लाइव देखा है?” मैंने हैरानी से कहा, “नहीं, आंटी।” उनकी बातें सुनकर मेरा लंड पैंट में तनने लगा था। आंटी ने और पास आते हुए कहा, “बता, तुझे औरत के जिस्म का कौन सा हिस्सा सबसे ज़्यादा पसंद है?” मैंने हिम्मत करके कहा, “आंटी, बूब्स और होंठ।” आंटी ने एकदम सेक्सी अंदाज़ में मुस्कुराते हुए कहा, “क्या तू देखना चाहेगा?” और इतना कहते ही उन्होंने अपनी कमीज़ उतार दी।
आंटी का हॉट जिस्म
आंटी का गोरा, निखरा हुआ जिस्म मेरे सामने था। उनकी ब्लैक ब्रा में कैद उनके रसीले बूब्स मानो मुझे बुला रहे थे। मैंने एक सेकंड भी वक्त ज़ाया नहीं किया और आंटी को अपनी बाहों में भर लिया। उनके गुलाबी, मुलायम होंठों को मैंने अपने होंठों से चूमना शुरू किया। उनकी साँसें गर्म थीं, और उनका जिस्म मेरे जिस्म से टच होकर मुझे पागल कर रहा था। हम दोनों करीब 15 मिनट तक एक-दूसरे को किस करते रहे। उनकी जीभ मेरी जीभ से खेल रही थी, और मैं उनके होंठों का रस पी रहा था।
फिर मैंने उनकी ब्रा उतारी। उनके बूब्स इतने परफेक्ट, राउंड और टाइट थे कि मैं बस उन्हें देखता रह गया। उनके पिंक निप्पल्स मानो मुझसे कह रहे थे, “आजा, हमें चूस ले।” मैंने उनके बूब्स को अपने हाथों में लिया और उन्हें चूसना शुरू किया। आंटी की सिसकारियाँ निकलने लगीं, “आह्ह… राहुल… कितना मज़ा आ रहा है…” मैं उनके निप्पल्स को चूस रहा था, और वो मेरे बालों में उंगलियाँ फेर रही थीं।
चुदाई की शुरुआत
मैंने धीरे-धीरे आंटी को पूरी तरह नंगा कर दिया। उनकी सलवार और पैंटी उतारते वक्त मेरी उंगलियाँ उनके मुलायम जिस्म को टच कर रही थीं। उनका जिस्म किसी अप्सरा की तरह चमक रहा था। मैंने उन्हें बेड पर लिटाया और उनकी टाँगें चौड़ी कीं। उनकी चूत गुलाबी और गीली थी, मानो मुझे बुला रही हो। मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत को चाटना शुरू किया। आंटी की सिसकारियाँ और तेज़ हो गईं, “हाय… राहुल… ओह्ह… और कर…” उनकी चूत का स्वाद मेरे दिमाग को और हॉट कर रहा था।
मैंने अपनी पैंट उतारी और अपना 7 इंच का तना हुआ लंड उनकी चूत के मुँह पर रखा। आंटी ने सेक्सी आवाज़ में कहा, “राहुल, धीरे… थोड़ा प्यार से…” मैंने एक जोरदार झटका मारा, और मेरा लंड उनकी टाइट चूत में घुस गया। आंटी ने जोर से चीख मारी, “ओह्ह्ह… राहुल… कितना बड़ा है तेरा…” उनकी चीख में दर्द और मज़े का मिक्स था। मैंने धीरे-धीरे झटके मारने शुरू किए। आंटी की चूत इतनी गीली थी कि मेरा लंड आसानी से अंदर-बाहर हो रहा था।
हॉट चुदाई और सिसकारियाँ
मैंने स्पीड बढ़ाई और जोर-जोर से झटके मारने शुरू किए। आंटी की सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं, “हाय… राहुल… और जोर से… आह्ह्ह… चोद मुझे…” मैं उनके बूब्स को दबाते हुए, उनके होंठों को चूमते हुए उन्हें चोद रहा था। उनकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी, और हर झटके के साथ मज़ा दोगुना हो रहा था। करीब 10 मिनट बाद मेरा झड़ गया। इस बीच आंटी दो बार झड़ चुकी थीं। उनकी चूत इतनी गीली थी कि बेडशीट तक भीग गई थी।
थोड़ी देर रेस्ट करने के बाद आंटी ने मुझे फिर से किस करना शुरू किया। इस बार उन्होंने मुझे बेड पर लिटाया और मेरे लंड को अपने मुँह में लिया। उनकी गर्म जीभ मेरे लंड पर फिसल रही थी, और मैं सातवें आसमान पर था। आंटी ने कहा, “राहुल, अब मेरी बारी है।” वो मेरे ऊपर चढ़ गईं और मेरे लंड को अपनी चूत में लेकर राइड करने लगीं। उनके बूब्स उछल रहे थे, और उनकी सिसकारियाँ मुझे और जोश दिला रही थीं। हमने उस दिन डॉगी स्टाइल, मिशनरी, और कई हॉट पोजीशन्स में चुदाई की।
बार-बार मिलने का सिलसिला
तीसरे दिन अमित वापस आ गया, तो हमें मौके कम मिलने लगे। लेकिन मैं आंटी को उनके स्कूल टाइमिंग खत्म होने से पहले किसी सुनसान जगह पर ले जाता और वहाँ उनकी चुदाई करता। आंटी मुझे अपने बूब्स चुसवातीं और मज़ाक में कहतीं, “राहुल, मेरा दूध पी ले, नहीं तो तू कमज़ोर हो जाएगा। इतना हार्ड वर्क जो करना पड़ता है तुझे!” उनकी ये हॉट बातें मुझे और उत्तेजित करती थीं।
आंटी का सेक्सी फिगर, उनकी गीली चूत, और उनकी सिसकारियाँ आज भी मेरे दिमाग में बसी हैं। वो मेरी लाइफ का सबसे हॉट और सेक्सी एक्सपीरियंस था। मैं आज भी जब आंटी को देखता हूँ, तो मेरे जिस्म में वही आग जल उठती है।