रणवीर और सीमा की फेसबुक से शुरू हुई हॉट सेक्स कहानी – दिल्ली की सच्ची चुदाई
दिल्ली के रणवीर सिंह की असली सेक्स कहानी, जो फेसबुक पर सीमा भाभी से दोस्ती के साथ शुरू हुई। बड़ी उम्र की औरत के साथ हॉट चैट, वीडियो कॉल और घर पर चुदाई का रोमांचक अनुभव। पूरी कहानी पढ़ें और मजा लें!
हाय दोस्तों, मेरा नाम रणवीर सिंह है। मैं आप लोगों के साथ अपनी असली कहानी शेयर करने जा रहा हूँ। ये कहानी फेसबुक से शुरू हुई। मैंने एक साल पहले फेसबुक पर अपनी आईडी बनाई थी और मेरी दोस्ती बहुत सारी लड़कियों और भाभियों से हुई। दोस्तों, मेरा इंटरेस्ट शुरू से ही अपने से बड़ी उम्र की औरतों की तरफ रहा है। मुझे अपने से बड़ी उम्र की औरतें ज्यादा पसंद आती थीं। तो मैंने फेसबुक पर भी अपने से बड़ी उम्र की एक औरत को पटाया, जिसका नाम सीमा था। दोस्तों, मैं दिल्ली में रहता हूँ और वो भी दिल्ली की रहने वाली थी। शुरू में तो मैंने ही उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और उसने उसे एक्सेप्ट कर लिया।
पहले तो मैं उसकी तरफ खास ध्यान नहीं देता था। उसकी किसी भी अपडेट पर कमेंट करते वक्त मुझे काफी झिझक होती थी। करीब 5-6 महीने तक यही चलता रहा। वो कोई फोटो अपलोड करती, तो मैं लाइक कर देता, लेकिन अगर मैं कुछ अपलोड करता, तो वो लाइक नहीं करती। फिर भी मैंने उसकी फोटोज़ को लाइक करना नहीं छोड़ा। धीरे-धीरे उसका ध्यान भी मेरी तरफ खिंचने लगा और वो मेरे पोस्ट को लाइक करने लगी। उसके साथ देने से मेरा कॉन्फिडेंस भी बढ़ गया था। एक दिन उसने अपनी एक फोटो अपलोड की, जिसमें वो बहुत खूबसूरत लग रही थी। उसने पिंक कलर की साड़ी पहनी थी और उसके स्तन सामने तने हुए दिखाई पड़ रहे थे। तो मैंने उसे मैसेज किया, “आप बहुत मस्त लग रही हो।” ये मैसेज पढ़कर उसने कोई जवाब तो नहीं दिया, लेकिन अंदर ही अंदर बहुत खुश लग रही थी।
और फिर हम लगातार चैट करने लगे। फिर उसने अपने बारे में बताया। वो मुझसे करीब 5 साल बड़ी थी। उसकी शादी हो गई थी और उसका एक बच्चा भी था। उसके पति एक कंपनी में जॉब करते थे और वो घर पर अकेली ही रहती थी। ये सब सुनकर मेरे मन में उससे मिलने की बात आ गई। अब मैं उससे मिलने की सोचने लगा था। उसका घर मेरे घर से करीब 15 किलोमीटर दूर था। अब मेरी और उसकी हॉट चैट शुरू हो गई थी और कभी-कभी वीडियो चैट भी करते थे, जिसमें वो अपने स्तन दिखाती थी। मैं कहता, “और नीचे दिखाओ,” तो वो मना कर देती थी।
करीब 2-3 महीने यही सब चलता रहा। मैं लगातार उस पर मिलने का दबाव बना रहा था, लेकिन वो जल्दी मिलने के मूड में नहीं थी। मुझे लग रहा था कि वो सिर्फ दूर-दूर से ही मज़ा लेना चाहती है। और लगभग वो यही चाहती भी थी। लेकिन मेरे लगातार कहने और मिलने की जिद के आगे उसे झुकना पड़ा। एक दिन मैंने उससे ये बात मनवा ही ली कि वो मुझसे मिलेगी। लेकिन उसकी एक शर्त थी कि वो सिर्फ मिलेगी, बात करेगी और उससे ज्यादा कुछ नहीं होगा।
मैंने ये शर्त मान भी ली, लेकिन अब दिक्कत ये थी कि कैसे मिलें और कहाँ मिलें??????
मुझे पता था कि इस काम के लिए एक ही जगह सबसे अच्छी थी और वो था उसका घर। तो मैंने उसे उसके घर मिलने की बात कही। वो इसके लिए तैयार हो गई। अब बस इंतज़ार था कि कब उसका पति घर से दूर जाए और हम मिलें।
संयोग से हमारी बात होने के एक हफ्ते बाद ही उसके पति को भोपाल जाना था। उसने मुझे ये बात बताई और हमने प्लान बना लिया कि हम उसी दिन मिलेंगे।
वो दिन आया और मैंने पूरी रात उसी के घर बिताने का मन बना लिया। ठंडियों की बात है। मैं करीब 7 बजे शाम को उसके घर पहुँचा। उसने पूरी तैयारी कर रखी थी। वो मुझे गेट पर ही मिली। ये सब कुछ हमने फोन पर डिसाइड कर लिया था। गेट पर खड़े होकर ही हमने एक-दो मिनट बात की, ताकि देखने वालों को लगे कि कोई इनके जान-पहचान का है।
और फिर मैं और वो अंदर चले गए। पहले मैं अंदर गया, फिर वो। इसके बाद उसने दरवाज़ा बंद कर दिया। जैसे ही उसने दरवाज़ा बंद किया, मेरा 3 इंच का सिकुड़ा हुआ लंड 7 इंच का हो गया। लेकिन मैंने कोई जल्दबाज़ी करने की नहीं सोची थी। किसी तरह मन को रोककर रखा। फिर चाय-पानी का दौर चला। शर्माते हुए ही हम एक-दूसरे से बात कर रहे थे। पहले तो आमने-सामने बैठे, लेकिन मुझसे रहा नहीं जा रहा था। तो मैं बात करते-करते उसके सोफे पर ही बैठ गया। उसने एक बार तो नाक सिकोड़ी, लेकिन अब उसका मूड भी बदल रहा था। फिर धीरे से मैंने उसका हाथ पकड़ा। हमारी बात लगातार होती रही। हाथ सहलाते-सहलाते मेरे हाथ उसके स्तनों तक पहुँच गए। एक बार उसने मेरे हाथ हटाने की कोशिश की, लेकिन मैंने उसे बातों में उलझाए रखा। अब तक वो भी गर्म हो चुकी थी।
और मेरे हाथ लगातार उसके स्तनों पर थे, जो इतने शानदार थे कि बिल्कुल नहीं लग रहा था कि ये एक बच्चे की माँ है। और हाँ, उसका बच्चा छोटा था। वो टीवी देखने और गेम खेलने में मस्त था। शाम को तो यही हुआ। बाकी रात को क्या हुआ होगा, वो शायद आपको बताने की ज़रूरत नहीं। रात भर हम बिना कपड़ों के रजाई ओढ़कर सोए रहे। 3 राउंड खेल चला और तब से जब भी उसके पति बाहर जाते हैं, तो मैं उसका दूसरा पति बनकर पहुँच जाता हूँ।
दोस्तों, कहानी आपको कैसी लगी, ज़रूर बताना।