गांव की सेक्सी स्टोरी: ज्योति की टाइट चूत का मजा
हाय फ्रेंड्स, मैं राजू, नवी मुंबई से। मैंने इस वेबसाइट पर ढेर सारी सेक्सी कहानियां पढ़ी हैं, तो सोचा क्यों ना मैं भी अपनी एक हॉट कहानी लिखूं और आपका टाइमपास करूं। ये कहानी तब की है जब मैं 18 साल का था, और इंजीनियरिंग के थर्ड ईयर में पढ़ रहा हूं। उस वक्त मुझे सेक्स के बारे में थोड़ा-बहुत पता था, लेकिन मैंने कभी सेक्स किया नहीं था। बस, लड़कियों का अट्रैक्शन था। मैं हमेशा लड़कियों के आसपास रहता, उनकी बातें सुनता, और मन ही मन उनके सेक्सी फिगर को ताड़ता।
हर छुट्टियों में मैं अपने गांव जाया करता था। मेरे फूफी की फैमिली भी छुट्टियों में गांव आती थी। उनकी एक बेटी थी, ज्योति, जो मेडिकल कॉलेज में पढ़ती थी, और एक बेटा, अमित, जो एचएससी में था। हम सब मेरे चाचा के घर में एक साथ रहते थे। ज्योति का फिगर इतना सेक्सी था कि मैं हमेशा उसके आसपास रहता। रात को भी उसके पास ही सोता और हम सेक्सी बातें करते। लेकिन वो हमेशा नॉर्मल बिहेव करती, और मुझे डर के मारे आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं होती थी।
एक रात मेरे भाग्य खुल गए। सोते वक्त मुझे महसूस हुआ कि कोई मेरे लंड को पैंट के ऊपर से टच कर रहा है। मैं थोड़ा हिला, लेकिन सब सो रहे थे। मेरा लंड तो जाग चुका था। मैं वीसी जाने के बहाने उठा और खेत में जाकर मुठ मारने लगा। मुझे लगा कोई मेरे पीछे है, शायद ज्योति ही थी। मुठ मारकर मैं वापस सोने चला गया।
अगले दिन दोपहर को मैं और ज्योति पेड़ के नीचे बैठे थे। उसने मुझसे पूछा, “कल रात तुम उठकर कहां गए थे?” मैं कुछ बोल पाता, उससे पहले अमित आ गया, और हम चुप हो गए। रात को फिर हम सब आंगन में सोए। देर रात मुझे फिर वही एहसास हुआ। कोई मेरे लंड को पैंट के ऊपर से सहला रहा था। इस बार मैंने हिलना-डुलना बंद कर दिया। फिर किसी ने मेरा 8 इंच का लंड हाथ में लिया और हिलाने लगा। थोड़ी देर बाद वो रुक गया, और ज्योति उठकर घर के अंदर चली गई। मैंने खिड़की से झांककर देखा तो ज्योति अपनी मैक्सी के अंदर हाथ डालकर कुछ कर रही थी। उसका चेहरा इतना सेक्सी लग रहा था कि मेरा लंड फिर तन गया।
वो जैसे ही दरवाजे की ओर आई, मैं फटाफट जाकर सो गया। अगले दिन मैंने उससे पूछा, “तुम रात को घर में जाकर क्या कर रही थी?” उसने हंसते हुए कहा, “वही जो तुम खेत में कर रहे थे।” फिर उसने कहा, “जितना मजा हमें अलग-अलग करने में आता है, उससे कहीं ज्यादा मजा साथ में करने में आएगा।” मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। उसने कहा, “आज रात हम अंदर सोएंगे।” बस, हम दोनों रात का इंतजार करने लगे।
रात को हम घर के अंदर सोए। देर रात ज्योति ने मुझे जगाया और बोली, “अपनी पैंट उतार।” मैंने फटाफट पैंट उतार दी। उसने मेरा 8 इंच का लंड अपने मुलायम होंठों से चूसना शुरू कर दिया। उसकी गर्म सांसें मेरे लंड पर लग रही थीं, और मैं सातवें आसमान पर था। थोड़ी देर बाद उसने अपनी मैक्सी उतारी और पूरी नंगी हो गई। उसका गोरा बदन, टाइट बूब्स, और गीली चूत देखकर मेरा लंड और सख्त हो गया।
उसने कहा, “मेरे मम्मे चूस।” मैंने उसके निप्पल्स को मुंह में लिया और चूसने लगा। वो सिसकारियां भरने लगी, “आह्ह… राजू, और जोर से चूस… आह्ह!” फिर उसने मेरा मुंह नीचे अपनी चूत पर दबा दिया। मैंने उसकी चूत चाटनी शुरू की। उसका रस इतना टेस्टी था कि मैं पागल हो गया। वो मेरे सिर को अपनी चूत पर दबा रही थी और सिसकारियां ले रही थी, “आह्ह… चाट मेरी चूत… और जोर से… आह्ह!”
कुछ देर बाद उसने मुझे लिटाया और मेरे लंड पर ऊपर से बैठ गई। वो जोर-जोर से आगे-पीछे होने लगी। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड पूरा अंदर समा गया। वो चिल्ला रही थी, “आह्ह… राजू, चोद मुझे… और जोर से… आह्ह!” थोड़ी देर बाद वो झड़ गई। उसका गर्म रस मेरे लंड पर बहने लगा।
फिर उसने कहा, “अब तू ऊपर आ। लेकिन जब झड़ने लगे, तो बाहर निकाल ले।” मैंने अपना लंड उसकी चूत में डालने की कोशिश की, लेकिन पहली बार था, तो सही जगह नहीं गया। उसने हंसते हुए मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत में सेट किया। मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। उसकी चूत इतनी गर्म और गीली थी कि मैं पागल हो गया। वो सिसकारियां ले रही थी, “आह्ह… चोद मुझे… फाड़ दे मेरी चूत… आह्ह!”
थोड़ी देर बाद मेरा झड़ने वाला था। मैंने लंड बाहर निकाला, और उसने फटाफट उसे अपने मुंह में ले लिया। वो जोर-जोर से मेरा लंड चूसने लगी, और मैं उसके मुंह में ही झड़ गया। उसने मेरा सारा रस पी लिया और हंसते हुए पूछा, “मजा आया ना?” मैंने हां में सिर हिलाया। हम दोनों थककर सो गए।
उसके बाद जब भी हम गांव जाते, हम सेक्स करते। ज्योति ने मुझे सेक्स की पूरी पाठशाला सिखा दी। उसकी सेक्सी सिसकारियां और गर्म बदन आज भी मेरे दिमाग में बसे हुए हैं।