भाभी मेरे लंड कि दीवानी
Bhabhi mere lund ki deewani
भाभी मेरी लंड की दीवाना। हेलो दोस्तों, मैं महेश हूँ। मैं अक्सर यहाँ देसी कहानियाँ और चुदाई की कहानियाँ पढ़ने आता हूँ। सब लड़कों की तरह मैं भी अपने लिए चूत की रानी ढूंढ रहा था। मैंने मेरे घर की भाभी को उस नज़र से नहीं देखा था, पर यहाँ कहानियाँ पढ़ने के बाद मैं अपनी विधवा भाभी ज्योति के बारे में सोचकर मुठ मारने लगा। ज्योति एक सेक्स पटाका लगती है। मैं एक्सैक्ट साइज नहीं बता सकता, पर उसे देखकर हर मर्द का लंड खड़ा हो जाता है ऐसा फिगर है। मेरे भाई का एक कार एक्सीडेंट में देहांत हो गया। यहाँ की कहानियाँ पढ़कर मैं समझ गया कि जो औरत सेक्स की प्यासी है वो आसानी से पट जाती है। ज्योति तो मेरी काफी नज़दीक थी। वह मुझमें अपने पति को देखती थी। कहने लगी, “जानेमन अब चोद भी दो। मिटा दो अपनी भाई की कमीयाँ।”
मैं अब तेरी पत्नी हूँ। चोद दे मुझे।” ये सुनकर मैं और खड़ा हो गया। मैंने उसे लिया और उसकी टांगें अपने कंधों पर ले ली, अपने लंड पे शहद लगाया और उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा। मैं उसे सता रहा था। वह चोदने के लिए बेताब थी। मैंने अचानक से घुसा दिया। उसको झटका लगा, दर्द मुझे भी हुआ पर मजे के सामने वो कुछ नहीं था। मैं सीसकीया लेते हुए चोदता रहा, वो ना जाने क्या-क्या बके जा रही थी। मैंने प्लान बनाया। काफी सोचने के बाद मैंने वैग्रा टैबलेट्स उसे देने का फैसला किया।
हम पुणे में रहते हैं, मेरी भाभी और मेरे पापा और मम्मी। मैं भाभी को लेकर अक्सर बाहर घूमता था। शॉपिंग, मार्केट के काम से। मैंने भाभी को वैग्रा देने लगा। वैग्रा के कारण भाभी गरम हो जाती और बाइक पर मुझे उनके टाइट बूब्स का मजा मिलता था। दोस्तों, आपको बता दूँ वैग्रा से लड़की रास्ते के कुत्ते से भी चोदवा लेती है। भाभी भी लंड की तलाश करती और obviously मैं उनके आसपास होता, मैं उन्हें बात-बात पर यहाँ-वहाँ छूकर tease करता। धीरे-धीरे वो भी मुझे touch करने लगी। जल्द ही मौका मिलने की राह देख रहा था। 15 दिन पहले वो मौका भगवान ने दे दिया। मेरे पापा और मम्मी एक शादी के लिए गांव गए, मैं और भाभी घर अकेले रह गए।
अब आग दोनों तरफ बराबर थी बस मैंने तेल डालना था। मम्मी-पापा जाने के बाद मैंने भाभी के चेहरे पर एक naughty सी मुस्कान देखी, मैंने भी उनको wink कर दिया। आज मैंने दिमाग में ठान लिया कि इसकी गांड मार कर रहूँगाजो मटक मटक के मेरे लंड को तरसाती है। मैंने भाभी से कहा, “भाभी जी आप तो अपने देवरजी का ख्याल ही नहीं रखते। हम बैठे-बैठे बोर हो रहे हैं और आप हैं किचन में काम कर रही हैं।” भाभी मुस्कुराते हुए बोली, “अच्छा जी अब चोर कोतवाल को डाटने लगा है। आप ही अपनी भाभी की तरफ ध्यान नहीं देते, कॉलेज में कोई मिल गई होगी आपको।” मैंने कहा, “भाभी कॉलेज में तो कच्ची कलियाँ होती है, हमे तो खिले हुए फूल पसंद हैं…” और उनको आंख मारी।
उन्हें मैंने कहा, “भाभी जान, चलो आपकी ये शिकायत दूर कर दूं, चलो आपको घुमाकर लाता हूँ।” भाभी बोली, “बड़ा प्यार आ रहा है आप अपनी भाभी पर आज।” मैं उनसे flirt करता रहा। वो तैयार होकर आई। टाइट काली नेट के साड़ी… उफ़्फ उसकी काली ब्रा से दो बड़े-बड़े आम नजर आ रहे थे। उसकी खुर्ची नवेल का तो मैं दीवाना था। मन तो किया यही करूं। पर ये माल तो मैं ही लूटने वाला था।
मैंने कहा, “हाय भाभी आप तो गजब दह रही हो…” और उनको प्यार से देखने लगा। फिर हम बाइक पर घुमे, लंबी ड्राइव पर चल हां… मस्त चिपक-चिपक के बैठी थी वो भी मजे लेने लगी थी। अब मुझे रहा नहीं जा राहा था। हम एक रेस्टोरेंट में गए, ऑर्डर किया। भाभी अपने हाथ धोने बेसिन की तरफ गई और मेरे माल ने खाना खाया… कूल ड्रिंक भी पिया। हमेशा की तरह गरम हो गई। फिर हम घर आए। मुझे पता था कि वो गरम है। मैंने दरवाजा बंद किया और उसे पीछे से बांह में कस लिया। और उसकी गर्दन को किस कर के उसकी पीठ को चूसने लगा। वो resist नहीं कर पाई, वैग्रा ने उसे भी सेक्स का भूखा जानवर बना दिया। उसने आंखें बंद कर लीं और सीसकीया लेने लगी। क्या बताऊँ दोस्तों क्या मदमस्त जवानी थी उसकी। मैं excite था, उसको मैं अब पागल की तरह किस कर रहा था। रसीली माल को चूस रहा था। वो भी मेरे लंड को पैंट के ऊपर से सहला रही थी। अजीब सा नशा चढ़ गया हम दोनों पर।
मैं धीरे-धीरे किस करते हुए नीचे बढ़ रहा था उसकी नवेल को चूसने लगा, उसका वो sensitive point था वो मजे में उछलने लगी। मुझे उसने चूत की तरफ धकेला। मैं जिंदगी में पहली बार चूत सुंग रहा था, क्या खुशबू होती है दोस्तों क्या बताऊं… सालो के प्यास के तौर पर उसे चाटने लगा वो मोआन कर रही थी “आह्ह राज जिप्लो मेरे लंड का रस कितनी सालों से किसी का इंतजार है इसको आज खत्म कर दो” मेरी फ्रिज से शहद लेकर उसके बूब्स पे डालकर चूसने लगा वो मस्त हो गई। उसने आंखें बंद कर लीं और जोर-जोर से आह भर रही थी।
उसने मुझे धकेला और मेरे कपड़े फाड़ने लगी। जानवर बन गई थी वो ही मेरी चुदाई कर थी… उसने मेरा लंड हाथ में जैसे लिया। पहली ही तना हुआ था.. वो लॉलीपॉप समझ के चूसने लगी। मुठ मारने से कई गुना ज्यादा मजा आ रहा था दोस्तों… मैं उसका मुंह चोंदने लगा। मेरा फर्स्ट टाइम था 5 मिनट में मुह में ही झड़ गया उसने बड़े चाव से मेरा रस पिया और मुझे लिपलॉक करने के लिए कहा, मैं भी उसकी जीभ चूसने लगा। आज तो मैं स्वर्ग में था। मैंने उसे लिया और उसको मिशनरी पोजीशन में लेटाई। और लंड पे शहद लगाकर उसकी चूत पर रगड़ने लगा। वो चोदने की रिक्वेस्ट कर रही थी। मैंने एकदम से घुसा दिया…
वो चीख उठी, “मारडाला!!! आह्ह” पर मैं उसे धीरे धीरे से चोदने लगा… वो गालीयां बकने लगी, “हरामी! अपने भाभी को चोदता है। धीरे धीरे चोद मेरी चूत और बनाले अपनी मुझको। चोद आह्ह…” ये गंदी बातें सुनकर मेरा जोश बढ़ रहा था… हम अलग-अलग जगहों और पोजीशन में बहुत चुदाई की उसकी और दस्तान मैं आपको फिर कभी सुनाऊंगा। ये मेरी सच्ची एक्सपीरियंस है। Plz मुझे reply दे।