शिल्पा की हॉट कहानी: एक बच्चे की चाहत
पढ़ें शिल्पा की सच्ची और सेक्सी कहानी, जो अक्टूबर 2024 में घटी। एक बच्चे की चाहत में शिल्पा ने अपने कज़न के दोस्त अतुल के साथ कैसे अपनी ख्वाहिश पूरी की। पुणे के फंक्शन से लेकर होटल के बेड तक की हॉट और कामुक दास्तान।
हाय दोस्तों, मैं अतुल हूँ और आज फिर एक नई, सच्ची और सेक्सी कहानी लेकर आया हूँ, जो करीब 2 महीने पहले, अक्टूबर 2024 में घटी। ये कहानी है मेरे कज़न भाई की साली की बीवी शिल्पा की, जो अपनी ज़िंदगी में एक बच्चे की चाहत रखती थी और कैसे उसकी ये ख्वाहिश मेरे साथ पूरी हुई। तो चलिए, बिना टाइम वेस्ट किए, सीधे कहानी पर आते हैं।
एक दिन मेरे कज़न भाई का कॉल आया। उसके ससुराल पुणे में थे और वहाँ एक फंक्शन था। उसकी वाइफ की तबीयत ठीक नहीं थी, तो वो अकेले जाने में बोर फील कर रहा था। उसने मुझे साथ चलने को कहा। चूंकि फंक्शन शनिवार को था, मेरी जॉब की कोई टेंशन नहीं थी। मैंने हाँ कर दी। शनिवार सुबह वो अपनी कार लेकर मेरे घर आया। मैं तैयार था और 15 मिनट में हम पुणे के लिए निकल पड़े। सुबह 9:30 बजे थे और दोपहर 1:00 बजे तक हम उसके ससुराल पहुँच गए।
वहाँ सब अपने दामाद को देखकर खुश हुए। ये उनके नए बंगले का उद्घाटन था। हर कोई बिजी था। कुछ देर बाद मुझे बोरियत होने लगी। मेरा कज़न अपने ससुर के साथ मेहमानों से मिल रहा था और मैं अकेला कोने में खड़ा सोच रहा था कि यहाँ क्यों आया। पूजा सुबह हो चुकी थी और अब लंच का टाइम था।
दोपहर 3:00 बजे के करीब, एक हॉट सी औरत मेरे पास आई। उसका नाम शिल्पा था—मेरे कज़न के साले की वाइफ। उसने मुझे लंच के लिए बुलाया। हम पहले से एक-दूसरे को जानते थे। वो मुझे टेरेस पर ले गई, जहाँ बुफे लंच सजा था। उसने स्माइल दी और कहा, “अतुल, रिलैक्स रहो।” मैंने भी स्माइल बैक की और थैंक्स बोला। लंच शुरू किया, पर कुछ अजीब सा लगा। मैं कोने में प्लेट लेकर खड़ा था, तभी पीछे से कुछ सॉफ्ट मेरी बैक को टच कर रहा था। पीछे मुड़ा तो शिल्पा थी। उसने अपने बड़े, रसीले बूब्स मेरी पीठ पर दबाए थे और मुझे देख रही थी। मैं चौंका, वो शरमा गई। उसके गाल लाल हो गए। पहले लगा शायद गलती से हुआ, तो मैंने सॉरी बोला। वो स्माइल देकर चली गई।
लेकिन थोड़ी देर बाद फिर वही हुआ। इस बार मुझे यकीन हो गया कि वो जानबूझकर मुझे टच कर रही थी। मैं हैरान था कि इतने अच्छे घर की औरत ऐसा कैसे कर सकती है। पर मैं चुप रहा और लंच खत्म किया। हाथ धोने गया—वॉश बेसिन टेरेस के कोने में था। शिल्पा फिर पीछे आई और अपने बूब्स मेरी पीठ पर रगड़ दिए। इस बार मैंने पूछा, “शिल्पा, ये क्या कर रही हो?” मैं अपने कज़न के साथ था, कोई गलत कदम नहीं उठाना चाहता था। पर वो बिंदास थी। उसने कहा, “मुझे तुमसे बात करनी है। मिठाई खाने के बाद नीचे आ जाओ।” मैंने ओके बोला।
मिठाई खाई और नीचे गया। शिल्पा अचानक सामने आई और मुझे एक कोने के कमरे में ले गई, जहाँ कचरा डंप था। उसने कहा, “जब तक मैं बोल न लूँ, तुम चुप रहो।” मैंने हाँ कहा। फिर उसने अपनी स्टोरी सुनाई।
शिल्पा की शादी सतीश (मेरे कज़न का साला) से 2 साल पहले हुई थी। शुरू में सब अच्छा था। सास-ससुर खुश थे, 3 BHK फ्लैट में सब सेट था। पर हनीमून के बाद उसे पता चला कि सतीश उसे बेड पर सैटिस्फाई नहीं कर पाता। वो हेल्दी था, पर सेक्स में नर्वस हो जाता था और एक मिनट में झड़ जाता था। फिर सो जाता था। शिल्पा रात भर अपनी जवानी को कोसती रहती।
मैंने पूछा, “मुझसे क्या चाहती हो?” उसने बिंदास कहा, “मुझे तुमसे बच्चा चाहिए।” मैं शॉक्ड हो गया। फिर पूछा, “मुझसे क्यों?” उसने कहा कि वो मुझे पहले से देख रही थी और मौका मिलते ही ये बात कहना चाहती थी। मुझे उस पर तरस आया। वो 5’4″ की हॉट लड़की थी—34-26-36 का फिगर, टाइट बॉडी, डिंपल वाले गाल, और कातिलाना नितंब।
मैंने कहा, “डॉक्टर से सलाह क्यों नहीं लेती?” उसने बताया कि सतीश की सिर्फ नर्वसनेस की प्रॉब्लम है। मैंने कहा कि ये रिश्ता खतरनाक है, पर उसने मन बना लिया था। आखिरकार मैं मान गया। मैंने उसके होंठों पर एक लंबा, गहरा किस किया। उसने भी जोश में जवाब दिया। पर उस दिन बस इतना ही हो सका, क्योंकि घर में भीड़ थी। मैंने कहा, “मैं फिर आऊँगा।” उसने बताया कि अक्टूबर में उसके सास-ससुर नॉर्थ इंडिया की ट्रिप पर जाएँगे, तब सतीश दिन में घर पर नहीं होगा। मैंने ओके बोला और आखिरी बार हमने एक-दूसरे को टाइटली हग किया। किस करते वक्त उसका हाथ मेरे खड़े लिंग पर चला गया। मैंने भी उसके बूब्स दबाए, पर बस इतना ही हुआ।
उसी दिन मैं कज़न के साथ मुंबई लौट आया। एक हफ्ते बाद शिल्पा का कॉल आया कि सास-ससुर की ट्रिप फिक्स हो गई है। मैंने 8 दिन की छुट्टी ली और उसे कॉन्फर्म किया। वो एक्साइटेड थी।
असली मज़ा अब शुरू हुआ। मैं सुबह 10:00 बजे पुणे के लिए निकला। शिल्पा के सास-ससुर 11:00 बजे निकलने वाले थे, तो मैंने रिस्क नहीं लिया। 3 घंटे में पुणे पहुँचा और एक अच्छे होटल में चेक-इन किया। शिल्पा को कॉल किया कि वो आ सकती है। एक घंटे बाद वो आई—लाइट ब्लू साड़ी में, एकदम हॉट। मैंने उसे अंदर लिया, दरवाज़ा लॉक किया। वो मेरे गले लगी और हमने एक लंबा, गीला फ्रेंच किस किया। वो गर्म थी, कराह रही थी। मैंने उसे बाहों में उठाया और बेड पर लिटाया।
धीरे-धीरे उसकी साड़ी, ब्लाउज़, पेटीकोट उतारा। वो अब व्हाइट ब्रा-पैंटी में थी। उसके बूब्स ब्रा से बाहर आने को बेताब थे। मैंने उनके बीच अपना मुँह रखा और चाटा। उसकी सिसकियाँ तेज़ हुईं। ब्रा उतारी, उसके रसीले आम मेरे सामने थे। एक निप्पल चूसा, दूसरा दबाया। उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी। मैं उसकी नाभि तक गया, फिर उसकी चिकनी योनि पर। पैंटी उतारी और उसकी महक ने मुझे पागल कर दिया। मैंने जीभ से चाटना शुरू किया। वो चिल्लाई, “अतुल, मुझे चोदो, बच्चा दो!”
मैंने अपना बरमूडा उतारा। मेरा 8 इंच का लिंग लोहे की तरह खड़ा था। उसने उसे सहलाया। मैंने उसकी योनि में धक्के शुरू किए। उसका रस चिकनाई दे रहा था। वो मेरे हर धक्के के साथ झूम रही थी। 20 मिनट बाद मैंने अपना सारा वीर्य उसके अंदर छोड़ दिया। वो दो बार झड़ चुकी थी।
उस दोपहर हमने 3 बार सेक्स किया। अगले 8 दिन वो रोज़ आई। हर दिन 2-3 बार चुदाई हुई। आखिरी दिन तो हमने 5 बार किया। वो पूरी तरह सैटिस्फाइड थी। 45 दिन बाद उसने बताया कि वो प्रेग्नेंट है। सतीश और उसके घरवाले खुश थे, पर सच सिर्फ हम जानते हैं।
तो दोस्तों, ये थी मेरी हॉट स्टोरी। आपकी राय का इंतज़ार है!